Father Daughter Sex Story in Hindi : आज मैं आपको अपनी अन्तर्वासना की कहानी यानी बाप बेटी की सेक्स कहानी antarvasna.live डॉट कॉम पर सुनाने जा रही हूँ। ये मेरी पहली सेक्स कहानी है। मैं पहली बार चुदी भी हूँ। और मेरी चुदाई घर में मेरे पापा ने की है। तो पूरी कहानी आपको अब बिना रुके सूना रही रही। आज आपको ये मेरी पहली चुदाई की कहानी और बाप बेटी की सेक्स कहानी पढ़कर लंड जरूर खड़ा हो जायेगा। आपको और भी सेक्स कहानियां इस वेबसाइट पर रोजाना आपके सामने पेश करुँगी। मैं अपनी माँ के बारे में भी कई मर्दों से उसके सेक्स सम्बन्ध के बारे में इस वेबसाइट पर जल्द ही उजागर करने वाली हूँ।
मेरे नाम सपना है। मैं अभी चुदने लायक हुई हूँ और पापा ने मेरे ऊपर ही हाथ साफ़ कर दिया। पर आप यहाँ इस भरम में नहीं रहें की मेरे पापा बहुत बड़े है। मेरे पापा मेरे से मात्र आठ साल बड़े है। और मेरी मम्मी से 10 साल छोटे। यानी की मैं उनकी दूसरी पत्नी की बेटी हूँ। अब आया आपको समझ पर मेरी कहानी बहुत हॉट और मदमस्त है। क्यों की वो मुझे भी चोदते मम्मी को भी। आपको भी लग रहा होगा क्या किस्मत पाई है मेरे पापा ने। एक दिन में दो दो माल की ठुकाई करना। एक की चूत काफी टाइट और एक का जिस्म गदराया हुआ।
जी हाँ दोस्तों अब आपको पूरी कहानी समझ आ जाएगी। मेरे पापा की पहली बीवी किसी लड़के के साथ भाग गयी। वो तो बिना बीवी के ही पांच साल गुजार दिए फिर उन्होंने मेरी मम्मी को देखा। और दोनों को एक दूसरे से प्यार हो गया। मेरी मम्मी है भी हॉट और सेक्सी अभी भी छतीस की उम्र में अठारह की लगती है। मेरे असली पापा भी मेरी मम्मी को छोड़ दिए क्यों की मेरी मम्मी बदचलन किस्म की है। उनका समबन्ध हमेशा किसी ना किसी से रहा ही है। मेरी माँ को कभी भी ये समझ नहीं था की किससे सेक्स सम्बन्ध बनायें।
उन्होंने अपने से काम उम्र के लड़के के सम्बन्ध में रही है। और अपने से बड़े बूढ़े से भी खूब गांड उठा उठा कर चुदवाई है मैं उसकी गवाह हूँ। तो जिनको चुदाई का चस्का लग गया हो वो बहोत जल्दी इन चीजों को नहीं छोड़ते हैं। इसी वह से उनको मर्द चाहिए थे और वो मर्द जो चोदने में एक्सपर्ट हो। और वो अपने से कम उम्र के मर्द को ढूंढ रही थी ताकि उनकी चुदाई जबरदस्त तरीके से हो सके।
तो मेरे मम्मी की दूसरी शादी हो गयी और मैं फ्री में अपने माँ के साथ आ गयी। मेरे नए पापा संजय जी। मेरे से बड़े और मम्मी से छोटे। यानी की वो बिच के थे। तो मैं अभी जवानी की दहलीज पर कदम रखी थी। मैंने बारहवीं पढ़ाई कर के मैं आगे की पढ़ाई के लिए सोच ही रही थी। तभी कोरोना ने सब कुछ रोक दिया था। तो घर पर ही रहती थी। घर पर पापा और मैं क्यों की मम्मी ऑफिस जाती थी। पापा का घर से ही काम था। मम्मी सुंबह निकल जाती और रात के करीब आठ बजे आती। तब तक मैं और मेरे पापा दोनों साथ रहते थे।
दोस्तों आप खुद बताओ जब एक जवान लड़की और मर्द एक फ्लैट के बंद दरवाजे में रहे और कोई आने जाने वाला ना हो और और आपको ये भी पता हो की कोई आएगा नहीं तो मन तो बहक ही जाएगा। धीरे धीरे हम दोनों एक दूसरे के करीब आ गए। वो भी ऐसे की एक दिन मैं antarvasna.live डॉट कॉम पर सेक्स कहानी पढ़ रही थी। और मैं अपनी ऊँगली चूत में डालकर अंदर बाहर कर रही थी। तभी वो कमरे में आ गए और मैं फंस गयी मेरा स्कर्ट ऊपर की तरफ था और पेंटी घुटने के निचे तक। यानी की मेरी चूत खुली हुई थी।
उन्होंने जब मेरी छूत को देखा और मेरे जिस्म को निहारा वो पागल हो गए। वो तुरंत ही आकर मेरे बेड पर बैठ गए और थरथराती आवाज से बोले तुम्हे क्या चाहिए। और उन्होंने मेरे सिर पर हाथ फेरने लगे। उनकी आवाज साफ़ साफ़ नहीं निकल रही थी। उनके होठ हिल रहे थे दो तीन बार कोशिश करने के बाद वो बोल पा रहे थे। ये इसलिए हो रहा था जब आप भी किसी को इजहार करते हो या सेक्स के लिए कहते हो तो आपका भी शायद हाल ऐसा ही हो जाता होगा।
पर मैं भी चुपचाप थी मैं कुछ भी नहीं बोल पा रही थी। मैं अवाक् थी क्या कहूं मैं फंस गयी थी। उन्होंने मुझे देख लिए थे हस्थमैथुन करते हुए और antarvasna.live डॉट कॉम भी मेरे मोबाइल पर खुला हुआ था तो वो समझ गए थे। मैंने उनको कहा मुझे सेक्स करने का मन करता है। उन्होंने कहा तो इसके कौन से बड़ी बात है। मुझे पता है तुम जवान हो सेक्सी हो हॉट हो। अब तो मन करेगा ही। तो मैं हूँ तुम्हे वो सारे सुख दूंगा जो तुम एक मर्द से चाहती हु।
मैंने कहा फिर मम्मी को पता चल गया तो ? उन्होने कहा हम दोनों दिन भर पति पत्नी एक तरह रहेंगे और रात में बाप बेटी की तरह ताकि तुम्हारे मम्मी को भनक नहीं लगे। फिर क्या था दोस्तों मुझे भी ये बात समझ आ गए। मैंने कहा ठीक है। और मैंने हाथ फैला दी वो मेरे बाहों में आ गए। अब हम दोनों एक दूसरे को चूमने लगे। उन्होंने मेरे कपडे उतारने शुरू कर दिए।
उन्होंने जब मेरे पुरे कपडे उतारे तो मेरे जिस्म को मेरी चूचियों को देखकर पागल हो गाये। जवान लड़की को देखकर किसी के भी होश उड़ जाये वैसा ही हाल उनके साथ हुआ। मेरे बूब्स को पकड़ कर हौले हौले से पहले सहलाये फिर मेरे निप्पल को दोनों ऊँगली से रगड़े फिर अपने मुँह में मेरी चूचियों को लेकर पीने लगे। ओह्ह्ह्हह्हह क्या बताऊँ दोस्तों मेरा पूरा शरीर आग की चपेट में आ गया ऐसा मुझे फील हुआ। मेरे पुरे शरीर में झनझनाहट होने लगी। मेरे होठ सूखने लगे। मैं पागल होने लगी।
उन्होंने अपना लंड मेरे हाथ दे दिया और मैं उनके लंड को चूसने लगी। ओह्ह्ह्हह मोटा लम्बा लंड देखकर तो मैं पागल हो गयी। उन्होंने मेरी चूत को सहलाना शुरू की और में गरम गरम पानी अपनी चूत से छोड़ने लगी। वो अब मेरी चूत चाटने लगे और मैं उनके बाल को पकड़ कर अपनी चूत में उनके फेस को रगड़ने लगी। ओह्ह्ह मैं पागल होने लगी। उन्होंने मेरे दोनों पैरों के बिच में बैठ कर कभी गांड में ऊँगली देते कभी मेरी चूत चाटते।
अब वक्त आ गया मेरी चुदाई का उन्होंने दोनों पैरों को अलग अलग किया और बीच में बैठ गए अपने लंड को मेरी चूत के छेद पर लगाए और जोर से अंदर घुसेड़ दिया। मेरी जान निकल गयी इतना मोटा लंड अपनी चूत में लेकर। मेरे से रहा नहीं गया उनको निकालने को कहने लगी। पर उन्होंने मेरी एक नहीं सुनी चूचियां दबाते हुए वो मुझे जोर जोर से धक्के दे दे कर चोदने लगे। मैं भी अब धीरे धीरे उनको मदद करने लगी और दस मिनट में ही ऐसे चुड़क्कड़ हो गयी आप बिश्वास नहीं करेंगे।
मैं जोर जोर से धक्के देने के लिए कहने लगी कहने लगी जोर से चोदो। मेरी चूचियां दबाओ मेरी गांड मारो और जोर जोर से आआआ आआआ ओह्ह्ह्हह्हह ओह्ह्ह्हह्ह उफ्फफ्फ्फ़ की आवाज निकालने लगी। उन्होंने मुझे जम कर चोदा। करीब एक घंटे तक मुझे चोदने के बाद अपना वीर्य मेरी चूत में डाल दिए। मैं बाप बेटी दोनों नंगे हो सो गए जब शाम के छह बजे तब जाकर मैं उठी।
मम्मी रात को आई। पापा मुझे उस दिन एक बाद से रोजाना मम्मी के सामने बेटी बेटी और जो भी चीज की जरुरत होती ला कर दे देते। मम्मी मुझे बोली पापा तुम्हे बहुत प्यार करते हैं। मैंने भी कहा हां माँ ये बात तो है। दोस्तों फिर उस दिन के बाद से मम्मी को रात को चोदते थे और मुझे दिन मैं हम तीनो ही खुश हैं। और ज़िंदगी बहुत अच्छी चल रही है। अब मैं फिर से एक सेक्स कहानी इस वेबसाइट पर लिखने वाली हूँ। अब तो पापा जी का लंड मुझे भा गया अब मम्मी को कम मुझे ज्यादा चोदते हैं।