Chikni chut ki chudai karne ka mila mauka, Antarvasna, hindi sex kahani
मैं और प्रतिभा हम दोनों एक साथ ही बचपन में पढ़ा करते थे लेकिन अब समय के साथ सब कुछ बदलने लगा था और प्रतिभा के लिए भी एक अच्छा रिश्ता आ गया था उसके परिवार वाले भी उस रिश्ते को मना ना कर सके और उन्होंने शादी के लिए हामी भर दी। प्रतिभा ने मुझे जब यह बात बताई तो मैंने प्रतिभा से कहा चलो यह तो बहुत खुशी की बात है कि अब तुम्हारी शादी होने जा रही है लेकिन प्रतिभा अपनी शादी से खुश नहीं थी।
प्रतिभा मुझे कहने लगी कि मैं इस रिश्ते से बिल्कुल भी खुश नहीं हूं मैंने प्रतिभा से कहा लेकिन ऐसा तुम क्यों कह रही हो। वह मुझे कहने लगी कि आकाश मैं तुम्हें क्या बताऊं पापा जिस लड़के से मेरी शादी करवा रहे हैं उसकी शादी तो पहले ही किसी लड़की से हो चुकी थी लेकिन उन दोनों का तलाक हो चुका है।
मैंने प्रतिभा से कहा तो फिर तुम्हारे पापा क्यों उस लड़के से तुम्हारी शादी करवा रहे हैं। मेरे पास भी इस बात का कोई जवाब नहीं था लेकिन जब मुझे इस बारे में पता चला कि प्रतिभा के पापा अपने नुकसान की भरपाई नहीं कर पाए थे और प्रतिभा के होने वाले पति ने उन्हें पैसों का प्रलोभन दिया था ताकि वह प्रतिभा की शादी उनसे करवा पाए। प्रतिभा की शादी के लिए वह मान चुके थे लेकिन प्रतिभा अपनी शादी को स्वीकार कहां कर रही थी वह उस लड़के के साथ शादी करना ही नहीं चाहती थी।
मैंने प्रतिभा से कहा कि प्रतिभा तुम्हें इस बारे में अपने पापा से बात करनी चाहिए प्रतिभा मुझे कहने लगी कि लेकिन मैं पापा से क्या बात करूंगी पापा तो कुछ भी मानने को तैयार नहीं है। मैं यह बात सोचने के लिए मजबूर हो गया था कि प्रतिभा के पापा कितने स्वार्थी हैं वह अपने स्वार्थ के लिए ही प्रतिभा की शादी करवा रहे हैं। प्रतिभा मेरी अच्छी दोस्ती थी मैंने इस बारे में प्रतिभा के पापा से बात की वह मुझे कहने लगे देखो आकाश तुम्हें हमारे पारिवारिक मामलों में हस्तक्षेप करने की कोई जरूरत नहीं है। मैंने कहा देखिये अंकल प्रतिभा इस रिश्ते से बिल्कुल भी खुश नहीं है और आप उसकी शादी ऐसे ही किसी के साथ जबरदस्ती नहीं करवा सकते।
अंकल मुझे कहने लगे कि मैं कौन सा उसकी शादी जबरदस्ती करवा रहा हूं यह बात तुम्हें किसने बताई मैंने उन्हें कहा कि मुझे सब कुछ मालूम है कि आप उसकी शादी कैसे उस लड़के के साथ जबरदस्ती करवा रहे हैं मैं यह बिल्कुल भी होने नहीं दूंगा। अंकल मुझे कहने लगे कि देखो आकाश तुम बेमतलब हमारे परिवार के मामलों में ना ही पड़ो तो तुम्हारे लिए ठीक रहेगा।
मैंने उनसे कहा कि अंकल मुझे आप एक बात बताइए आपने प्रतिभा को इतने प्यार से पाला है और क्या आप ऐसे ही किसी के साथ भी उसकी शादी करवा देंगे। कुछ देर तक तो अंकल चुप रहे और जब उनकी आंखों से पानी टपकने लगा तो मैं कुछ समझ नहीं पाया। वह मुझे कहने लगे कि देखो आकाश मेरे पास अभी इसके अलावा कोई और रास्ता भी नहीं है अब तुम ही मुझे बताओ कि आखिर मैं क्या करता क्या मेरे पास और कोई रास्ता था मेरे नुकसान की भरपाई करने के लिए वह लोग मुझे पैसे देने को तैयार है और अब मेरे पास और कोई भी रास्ता नहीं बचा था सिवाय प्रतिभा की शादी करवाने के।
मैंने अंकल से कहा अंकल आप ऐसा मत कीजिए देखिए इससे आपको भी बाद में तकलीफ होगी आप ऐसे ही किसी के साथ प्रतिभा की शादी करवा देंगे तो क्या वह खुश रहेगी। वह मुझे कहने लगे कि बेटा मुझे सब मालूम है कि प्रतिभा बिल्कुल भी खुश नहीं है लेकिन मेरे पास भी तो अब और कोई रास्ता बचा नहीं है मैं भी तो समंदर में डूबता हुआ अपने आप को महसूस कर रहा हूं। अंकल के चेहरे को देखकर मुझसे भी आप कुछ कहा नहीं जा रहा था और मैंने उन्हें उसके बाद कुछ भी नहीं कहा मैं प्रतिभा के घर से अपने घर लौट आया था लेकिन मेरे दिमाग में यही चल रहा था कि अंकल ने बहुत ही गलत किया लेकिन यदि मैं उनकी जगह होता और मेरी भी स्थिति ऐसी ही होती तो शायद मेरे पास भी उस वक्त किसी भी बात का कोई जवाब नहीं होता।
मैं और प्रतिभा एक अच्छे दोस्त हैं मैंने प्रतिभा को समझाया और कहा कि देखो प्रतिभा तुम्हारे पापा ने तुम्हारे लिए इतना कुछ किया है और शायद अब भी वह गलत नहीं है लेकिन उनकी स्थिति ही अब ऐसी बन चुकी है कि उनके पास कुछ भी तो नहीं है अब तुम ही मुझे बताओ कि ऐसी स्थिति में वह क्या करते सब लोगों का दबाव था कि तुम्हारी शादी जल्द से जल्द हो जाए।
प्रतिभा मुझे कहने लगी कि आकाश शायद तुम ठीक कह रहे हो और फिर प्रतिभा शादी के लिए मान चुकी थी लेकिन कुछ दिनों में ही प्रतिभा की शादीशुदा जीवन में असर पड़ने लगा और वह बहुत ज्यादा कमजोर भी हो गई थी। मुझे जब प्रतिभा दिखी तो मैंने उससे कहा प्रतिभा तुम तो बहुत ज्यादा कमजोर हो गई हो वह मुझे काफी समय बाद मिली थी प्रतिभा के पिताजी भी अब ज्यादा किसी से बात नहीं किया करते थे और उनके पास मैं कम ही जाया करता था।
जब प्रतिभा आती तो उसे मिलने के लिए मैं जरूर जाता था जब प्रतिभा ने मुझे बताया कि उसकी शादी के कुछ समय बाद ही उसके पति की असलियत उसे मालूम चली और प्रतिभा ने मुझे बताया कि उसके पति का संबंध किसी महिला के साथ भी है। प्रतिभा तो इस बात से पूरी तरीके से परेशान थी और वह किसी को भी इस बारे में नहीं कह पाई थी लेकिन प्रतिभा मुझसे हर एक बात कहती थी और उसकी बात सुनकर मुझे बहुत ही ज्यादा बुरा लगा था।
प्रतिभा मुझसे हर एक बात को साझा किया करती थी लेकिन जब प्रतिभा ने मुझे कहा कि वह अपने पति से बिल्कुल भी खुश नहीं है। मुझे भी बुरा लगा लेकिन मैंने प्रतिभा से कहा कि सब कुछ जल्दी ही ठीक हो जाएगा प्रतिभा कहने लगी मुझे नहीं लगता कि सब कुछ ठीक होगा। प्रतिभा मुझसे हर रोज फोन पर बात किया करती थी प्रतिभा के दुखों को मै बर्दाश्त नहीं कर पा रहा था इसलिए मैं प्रतिभा से हर रोज फोन पर बात किया करता और उसे एक सहानुभूति देता। प्रतिभा ने मुझे कहा कि मुझे तुमसे मिलना है हम दोनों एक दूसरे से अक्सर मिलते रहते थे लेकिन उस दिन प्रतिभा की आंखों में सेक्स ककी आग दिख रही थी।
उसने जब मेरे हाथ को पकड़ कर मेरी तरफ देखा तो मैंने प्रतीभा की तरफ देखा। मुझे लगा कि शायद प्रतिभा को मेरे साथ की जरूरत है और मैंने उसे अपनी बाहों में भर लिया। मैंने जब उसे अपनी बाहों में लिया तो वह मेरी तरफ देखकर कहने लगी कि मुझे तुम्हारे होठों को चूमना है मैंने प्रतिभा के होठों पर जोरदार छाप छोड़ दी। उसके होठों को मैंने बहुत देर चूसा जिससे की उसके अंदर की आग जल ऊठी थी प्रतिभा के होठों को चूमकर मुझे बड़ा अच्छा लग रहा था। मैंने जब उसकी योनि पर अपने हाथ को लगाया तो वह मचलने लगी। मैंने जब अपने लंड को बाहर निकाला तो प्रतिभा ने अपने हाथों से लंड को हिलाया और मेरा लंड तन चुका था। मेरा लंड लंबा हो गया
अब वह प्रतिभा की चूत के अंदर जाने के लिए बेताब बैठा था। मेरी नजरें जब प्रतिभा के स्तनों पर पड़ी तो मैंने उनका रसपान बहुत देर तक किया प्रतिभा के गोरे और गोल स्तनों को मैंने बहुत देर तक चूसा और महसूस किया मैंने उनसे दूध भी बाहर निकाल दिया था। मैं उसकी चूत को जब अपने मुंह में लेता तो मुझे बड़ा अच्छा लगता और स्तनो को चूसने मे मुझे ऐसा लगता जैसे कि बस प्रतिभा के स्तनों को मै चूसता रहूं। जब मैंने अपने हाथ को प्रतिभा की योनि पर लगाया तो उसकी योनि से पानी निकल रहा था उसकी योनि गिली चुकी थी।
मैंने जब उसकी चूत पर अपने लंड को सटाया तो वह मेरी तरफ देख रही थी मैंने धीरे धीरे अपने लंड को प्रतिभा की योनि के अंदर घुसाना शुरू किया और जैसे ही मेरा लंड को प्रतिभा की योनि के अंदर प्रवेश करवाया तो वह चिल्ला उठी थी। मेरा लंड प्रतिभा की योनि के अंदर तक जा चुका था और उसके मुंह से तेज चीख निकलने लगी थी उसके मुंह से चीख निकल रही थी वह बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं कर पा रही थी। वह अपने पैरों को चौड़ा करने लगी वह अपने पति की कमी को मुझसे पूरा करवाना चाहती थी।
मैंने अपने लंड को अंदर बाहर करना शुरू कर दिया था प्रतिभा ने अपनी मादक आवाज मे कहा कि आकाश मेरे पैरों को अपने कंधों पर रख लो। मैंने उसके पैरों को अपने कंधे पर रखा और अपने हाथों को मैंने बिस्तर पर रख लिया था जिससे कि मेरे लंड प्रतिभा की योनि में अंदर तक जाने लगा था काफी देर तक में उसकी चूत ऐसे ही मरता रहा। जब मेरा वीर्य गिरने वाला था तो मैंने प्रतिभा से कहा मेरा वीर्य गिरने वाला है।
प्रतिभा कहने लगी उसे मेरे स्तनों पर गिरा दो मैंने प्रतिभा के स्तनों पर अपने वीर्य की बारिश कर दी। मेरे लंड से टपकते हुए लंड को प्रतिभा ने अपने मुंह में लेकर दोबारा से उसमें जान फूंक दी। वह मेरे लंड को अपने मुंह के अंदर बाहर कर रही थी और बड़े ही अच्छे तरीके से उसने मेरे लंड का रसपान किया। प्रतिभा ने मेरी तरफ अपनी चूतडो को किया और उसने मेरे लंड को अपने हाथों में लेकर अपनी योनि पर सटा दिया मैं समझ गया कि प्रतिभा को दोबारा से मेरे साथ संभोग करना है।
मैंने धीरे से उसकी चूत के अंदर धक्का दिया तो मेरा आधा लंड अंदर की तरफ जा चुका था जब मेरा लंड प्रतिभा की योनि के अंदर तक चला गया तो वह मुझे कहने लगी कि अब मुझे मजा आ गया। मैं लगातार तेजी से प्रतिभा की चूत मार रहा था मेरे धक्को में इतनी तेजी आने लगी थी प्रतिमा मुझे कहने लगी है थोड़ा और तेजी से करते रहो। मैंने प्रतिभा से कहा अपनी चूतडो को मुझसे मिलाती रहो प्रतिभा अपनी चूतडो को मुझसे मिला रही थी उसकी चूतडे मुझसे टकराती तो वह पूरी तरीके से उत्तेजित हो जाती। 10 मिनट तक हम लोगों ने सेक्स का पूरा मजा लिया और प्रतिभा की पति की कमी को मैंने दूर कर दिया।