ma beta sex story khet me chudai : मेरा नाम शकुंतला है, मैं 36 साल की खूबसूरत महिला हूं। लंबी हूं गोरी हूं सुंदर हूं, 36 नंबर का ब्रा पहनती हूं कमर मेरी पतली है पर मेरी चूचियों के साइज बड़ा-बड़ा है और टाइट है। आज मैं आपको एक अपनी सच्ची कहानी इस वेबसाइट पर लिख रही हूँ। पहले तो मुझे झिझक हो रही थी कि अपने बेटे के बारे में कैसे लिखूं लोग क्या सोचेंगे। पर जब मैं यहां पर कहानी पढ़ी और भी महिलाएं मां बेटे की कहानी लिख चुकी है तो मुझे भी हिम्मत मिला और आज आपके सामने कहानी लिख रही हूं। मेरी यह सेक्स कहानी कल की यानी एकदम नई सेक्स कहानी। मैं उम्मीद करती हूं नॉनवेज story.com के पाठकों को मेरी कहानी बहुत ही ज्यादा पसंद आएगी।
जैसा कि आपको पता है खूबसूरत महिला हूं, पर दुख इस बात की है कि मेरा पति मुझे छोड़ गया इसका कारण यह है, मेरा पति एक 18 साल की लड़की को लेकर घर से भाग गया और मुझे छोड़ गया। आपको भी यह जानकर आश्चर्य हो रहा होगा एक 40 साल का आदमी एक 18 साल के प्रेम में पड़ गया तो भला 36 साल की औरत के साथ क्यों रहेगा। जब उसको चोदने के लिए एक टाइट चूत और कई हुई चूचियां मिल गई तो भला एक औरत के साथ वह क्यों रहेगा। आजकल का जमाना ही ऐसा है जिसको जहां मौका मिला वहीं पर अपनी हवस शांत कर रहा है। जैसा कि मैं खुद अपने बेटे से अपनी चूत की गर्मी शांत की। अब बिना समय बर्बाद किया में जल्द से जल्द कहानी पर आ रही हूँ।
कल की बात है खेत में धान रोपाई का काम चल रहा है। मैं और मेरा बेटा कल देर शाम तक खेत पर ही थे। तभी अचानक बारिश होने लगी। और हम लोग खेत पर ही फंस गए। खेत पर एक छोटा सा पंप हाउस है उसे में हम दोनों बरसात रुकने का इंतजार करने लगे। हल्का-हल्का अंधेरा हो चुका था सब लोग अपने घर जा चुके थे बारिश थोड़ा कम होती तो हम दोनों घर के लिए निकल पड़ते। मैं बारिश में भीग चुकी थी इसी वजह से मेरे कपड़े गीले हो गए थे। और मैं ब्रा नहीं पहनी थी इस वजह से मेरी चूचियां ब्लाउज में चिपक गया था बाहर से साफ-साफ मेरी चूचियां दिखाई दे रही थी। जैसे ही मैंने अपने आंचल को अपने ब्लाउस से हटाया मेरा बेटा देख कर पागल हो गया।
उसकी आंखें खुली की खुली रह गई मैं तुरंत ही दूसरे तरफ घूम गई। और पीछे भी कुछ कम नहीं था। मेरे गोल-गोल कांड चौड़ी चूतड़ पर मेरे बदन में चिपका हुआ ब्लाउज देख कर मेरे बेटे से रहा नहीं गया। वह मेरे करीब आ गया उसकी सांसे तेज चल रही थी मैं उसके सांसों को महसूस कर रही थी क्योंकि वह लंबी-लंबी सांसें ले रहा था मैं समझ गई वह मेरे पीछे खड़ा है। मेरी धड़कन भी तेज चलने लगी मैं समझ गई मेरा बेटा मुझसे क्या चाह रहा है। मैं अचानक से अपने बेटे की तरफ घूम वह मेरे सामने खड़ा था। बीच में मात्र 6 इंच का जगह था। मेरा कलेजा आगे पीछे होने लगा मेरी चूचियां आगे पीछे होने लगी मेरे साथ तेज तेज चलने लगी मुझे समझ नहीं आ रहा था मैं क्या करूं या क्या कहूं उसको। हम दोनों ही एक दूसरे को देख रहे थे।
अचानक ही मेरा बेटा मेरे बाल को पीछे से पकड़ा और अपने तरफ खींच कर मेरे होंठ को चूमने लगा। मैं कुछ नहीं कर पाई दोनों हाथ नीचे करके शांत खड़ी रही आंखें बंद कर ली। वह मुझे चूमने लगा उसका हाथ जैसे ही मेरी चूचियों पर पड़ा मैं मचल पड़ी। मैं बोली बेटा की अच्छी बात नहीं है। मां बेटे के रिश्ते में यह सब नहीं होता है। मेरा बेटा बोल आज तो मुझे अपना बेटा मत बोल आज मुझे जी भर के प्यार करने दो। आप बहुत हॉट और सेक्सी हो अगर आप मेरी मां नहीं होती तो मैं आपसे शादी कर लेता। मुझे लगा किस ज्यादा कुछ बोलने की मुझे जरूरत नहीं है आज वह मानने वाला नहीं है।
मुझे अपने करीब खींच लिया, चूचियों को मसलते हुए मेरे होंठ को काट रहा था। मुझे भी रहा नहीं गया और मैं उसके साथ हो ली। अब मैं भी उसको चूमने लगी। हम दोनों ही एक दूसरे के होंठ को चूम रहे थे ऐसा लग रहा था एक दूसरे के होंठ को काट खाएंगे। उसने दोनों अपना हाथ मेरे पीछे चूतड़ पर लगाया और अपने तरफ खींच लिया। साड़ी के ऊपर से ही मुझे मोटे लंड का एहसास हुआ। मोटा लंबालंड खड़ा हो चुका था। मैं तुरंत ही अपने हाथ में पड़। मेरे मुंह से आह की आवाज निकली। उसने तुरंत ही मेरे ब्लाउज के हुक को खोल दिया मैं तुरंत ही अपने ब्लाउस को अपने हाथों से बाहर निकाल दी।
ब्लाउज खोलते ही मेरे दोनों चूचियां बाहर आ गई। उसने तुरंत ही निप्पल को मुंह में ले लिया और पीने लगा। मेरे मुंह से तरह-तरह की सेक्सी आवाज निकालने लगी। ऐसा लग रहा था मुझे की पूरी पूरी चूचियां हीउसके मुंह में घुसा दूँ। मेरे तन बदन में आग लग चुकी थी बाहर बारिश हो रही थी आसमान में बिजली चमक रहे थे। मैं तुरंत ही घूम गई बेटे ने नीचे से साड़ी ऊपर कर दिया। मैं पेंटिंग को नीचे करके खोल दी। बेटे ने मुझे आई लव यू बोला, मैं भी उसको आई लव यू बोली। और मैं आगे की तरफ झुक गई।
मेरा बेटा चोदने के लिए तैयार था अपना हथियार हाथ में लेकर खड़ा था। उसने अपने लंड को मेरे पीछे से चूत की छेद पर लगाया और जोर से घुसा दिया। उसका पूरा लंड अंदर चला गया। मैं आआह आआह आआह ओह्ह्ह्हह्ह की आवाज निकालने लगी। पीछे से वह जोर-जोर से धक्के दे रहा था. मेरी चूत काफी गीली हो चुकी थी। इस वजह से उसका लंड आराम से अंदर बाहर हो रहा था। पर जब-जब उसका लंड अंदर जाता मेरे अंदर बिजली दौड़ जाती थी। मैं खुद ही अपनी चूचियों को मसल रही थी। मेरा बेटा दोनों हाथों से मेरे चूचियों को दबोच कर दबाता। मुझे बहुत अच्छा लग रहा था अब मैं भी पीछे धक्के देने लगी।
मेरा बेटा चूतड़ को सहलाता हुआ जोर-जोर से मुझे चोद रहा था। और मैं भी उसके मोटे लंड को अपनी चूत के अंदर ले रही थी। अगर मुझे पहले से पता होता की मेरा बेटा इतनी अच्छी चुदाई कर सकता है तो सायद मुझे कभी पति की भी याद नहीं आती। पर आज उसने साबित कर दिया एक मर्द होने का और एक औरत को खुश करने का वाकई में मैं संतुष्ट हो गई थी। अचानक से मैं गर्म हो गई। नीचे लेट गई दोनों पैरों को फैला दी। मेरा बेटा बीच में आकर दोनों पैरों को अपने कंधे पर रखा और जोर से धक्का देकर अपना पूरा लंड घुसा दिया।
अब जोर-जोर से वह धक्के दे दे कर मुझे चोदने लगा। और करीब 10 मिनट तक लगातार अपने लंड को अंदर बाहर किया और झड़ गया। मैं भी शांत हो गई। पूरा वीर्य मेरी चूत के अंदर ही छोड़ दिया मैं शांत हो गई और वहीं जमीन पर लेटी रही। करीब 15 मिनट बाद उठी अपने कपड़े पहने तब तक बारिश भी शांत हो चुकी थी हम दोनों एक दूसरे का हाथ पकड़ कर घर की ओर चल दिया। उसके बाद रात में भी मुझे जमकर चोदा। शायद अब मुझे किसी चीज की कमी नहीं मुझे वह सब कुछ मिल गया जिसकी मुझे तलाश थी। अब मैं खुश हूं किसी तरह की कोई दिक्कत मेरी जिंदगी में नहीं है। मैं उम्मीद करती हूं जब मैं अपने बेटे की शादी कर दूंगी तब भी वह अपनी बीवी को भी और मुझे भी खुश करेगा। मैं जल्द ही आप सभी antarvasna.live के दोस्तों को एक और कहानी पेश करने वाली हूँ। तब तक के लिए आपसे मैं इजाजत लेती हूं. और आग्रह करते हो रोजाना इस वेबसाइट पर आए ताकि आप मेरी कहानी पढ़ें।