छोटे भाई ने मेरी चूत की प्यास बुझाई

हेलो दोस्त, मेरा नाम रूचि है. मेरा लंबा चौड़ा शरीर और गोरा बदन मैं बहुत ही सुंदर हू. मैं नॉएडा मे रहती हू. हमारी फॅमिली मे मैं मेरे पापा, मेरा छोटा भाई परवीन जिसकी ऐज 18 साल है ओर मेरी मा रहते है. मेरी ऐज 21 है ओर फिगर ऐसा की कोई भी लड़का मुझे देख कर बिना मुठ मारे शांत नहीं रह सकता, मैने मा ओर पापा को बहुत बार सेक्स करते हुए देखा था पर मैने कभी सेक्स नहीं किया था.

अब मैं कहानी पर आती हू. बात कुछ 3 महीने पुरानी है. मैं रोज की तरह कॉलेज से आ कर अपने रूम मे आराम कर र्ही थी मम्मी पापा एक रिलेटिव क घर गये हुए थे. मैं उसी दिन कॉलेज से जल्दी आ गई थी ओर मेरे भाई को ये बात नही पता थी. उसके 12 के बोर्ड एग्ज़ॅम्स चल र्हे थे. मुझे नहीं पता था की मम्मी पापा कहा गये ह तो मैं उससे पूछने उसके रूम मे गई तो वो बेड पर लेता पढ़ कर रा था ओर रूम का दरवाजा खुला था तो मैं बिना नॉक किए ही अंदर चली गई पर परवीन मुझे देखते ही घबरा गया ओर उठ कर बैठ गया.

मैने पूछा की मम्मी पापा कहा गये है तो उसने डरते हुए जवाब कहा की वो लोग बाहर गये है. मैने उससे पूछा की क्या बात है तुमने इतना घबराए हुए क्यों हो तो उसने कहा की कोई बात न्ही है बस एग्ज़ॅम की टेन्षन है. मैने कहा टेन्षन मत लो एग्ज़ॅम अछा होगा ओर फिर मैं उसके रूम से बाहर आ गई पर मुझे लग रहा था की कुछ तो है जो परवीन मुझसे छुपा रहा है.

अगले दिन उसका एग्ज़ॅम था तो वो एग्ज़ॅम देने गया हुआ था ओर मेरी कॉलेज की च्छुतटी थी मम्मी ने मुझेपरवीन का रूम साफ करने को कहा. मैं उसका रूम साफ कर रही थी तभी मैने देखा की उसने अपनी बुक्स बेड पर ही छोड़ दी थी तो मैने बुक्स उठाई ओर शेल्फ पर रखने लगी तभी उनमे से एक बुक नीचे गिर गई मैं तो हैरान ही रह गई. वो एक एडल्ट मैगज़ीन थी ओर उसमे नंगी लड़कियों की तस्वीरें थी. फिर मेरे समझ आया की जब मैं एक दिन पहले रूम मे गई तो वो इस तरह डर क्यू गया. पहले तो मुझे बहुत अजीब लगा फिर मैने सोचा की कोई बात नही. मैने इस बारे मे किसी को नहीं बताया. पर मेरे दिमाग़ मे मेरे परवीन क लिए फीलिंस बदलने लगी.

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मैने इंटरनेट पे इसी वेबसाइट antarvasna.live पे सेक्स स्टोरीस पढ़ना शुरू कर दिया ओर इसी तरह कभी कभी चूत सहला कर अपने आप को थोड़ा सॅटिस्फाइ कर लेती थी. हमारे यहा लड़किया सिर्फ़ सूट ही पहनती है. तो अब मैने परवीन के सामने बिना दुपट्टे क जाना शुरू कर दिया. मैं उसको देखना चाहती थी पर वो कुछ नि बोला इसी तरह कई दिन गुज़र गये पर वो मेरे सेक्सी गोल गोल मोटे बूब्स को देखता घूरता था कभी कभी. मुझे मज़ा आने लगा पर तब तक मेरे दिमाग से सेक्स का इरादा नहीं था.

फिर एक दिन अचानक किसी रिलेटिव की डेथ हो गई तो मम्मी ओर पापा को वाहा जाना पड़ा लखनऊ. मैं ओर परवीन घर मे अकेले थे. अगले दिन मैं कॉलेज से आई तो अपने रूम मे जा कर लेट थोड़ी देर बाद मैने रीयलाइज़ किया की परवीन चुप कर मुझे रूम क बाहर से देख रहा है मैने भी अपनी कुरती थोड़ी उपर को की जिससे मेरा पेट नज़र आने लगा ओर सोने का नाटक करने लगी. थोड़ी देर मे परवीन अंदर आया ओर धीरे से मेरे बेड पर आकर बैठ गया.

उसे लग रहा था की मैं सो रही हु. तभी मुझे अपनी नाभि (नेवेल ) पर कुछ महसूस हुआ.परवीन मेरी नाभि पर अपनी जीभ चला रा था. मेरे बदन मे मानो जैसे बिजली सी दौड़ गई पर मैं लेती र्ही वो कुछ देर ऐसे ही सोने का नाटक करती रही फिर मुझसे नही रहा गया ओर मैने आँखे खोल ली.परवीन डर कर पीछे हट गया पर मैने झट से उसे पकड़कर कर अपनी तरफ खींचा ओर कहा की रूको मत बहुत मज़ा आ रहा है मैने झट से उसके लंड पे हाथ रख दिया ओर वो मेरे होंठो को ज़ोर ज़ोर से चूसने लगा इसी बीच उसका एक हाथ कब मेरी चूची पे चला गया मुझे पता ही नहीं चला. वो मेरे चूच को सहला रहा था.

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वो सलवार के उपर से ही मेरी चूत को मसलने लगा फिर उसने मेरी कुरती ओर ब्रा को उतर फेंका ओर मेरे बूब्स को दबा दबा के चूसने लगा ओर कहने लगा की बहन आप बहुत सेक्सी हो मैं 2 साल से आपको चोद्ना चाहता था आज तो उपर बाले ने मेरी सुन ली. मैने उसका मुह अपने बूब्स पर दबाते हुए कहा की ओर ज़ोर से चूसो बहुत मज़ा आ रहा है.

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फिर मैने उसकी पेंट उतार दी अब उसका 8 इंच का लंड मेरे सामने था मैने धीरे से उसको अपने हाथ मे पकड़ा ओर चूमने लगी. उसे बहुत मज़ा आ रहा था थोड़ी देर बाद वो झड़ गया ओर मैं उसका सारा रस मलाई की तरह चाट गई. अब वी मेरी टॅंगो पर आया ओर मेरी सलवार फाड़ दी ओर फिर मेरी पेंटी उतार कर अपना मुह मेरी चूत पर रखा दिया मेरे बदन मे तो जैसा आग सी लग गई थी. उसने अपनी जीभ मेरे चूत पर फिरनी शुरू की.

मेरे मुह से सिसकारिया निकलने लगी ” आआआअहह उऊहह सस्स्सिईईईईई आहह ओर अंदर तक चाट मेरे भाई, ऊऊऊओह आआआहह. मैं तो मज़े से पागल हुई जा रही थी. जन्नत का मज़ा मिल रहा था फिर उसने एक जीभ मेरे दाने पर रगड़ते हुए अंदर तक घुसा दी, मैं तो उछल पड़ी पर झड़ गई. फिर उसने मुझे उठा ओर अपने उपर लेटा दिया ओर धीरे से अपना लंड मेरी चूत पर रख कर रगड़ने लगा. फिर मैने क्रीम उठाई ओर अपनी चूत ओर उसके लंड पर लगा दी .

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मैं पूरे जोश मे थी मैने कहा ” चोद दे आज अपनी प्यारी बहन को परवीन फाड़ दे आज मेरी चूत ओर इसे अपने रस्स से भर दे. उसने एक जोरदार झटका मारा ओर अपना पूरा 8 इंच का लंड मेरी चूत क अंदर तक घुसा दिया. मेरी तो जैसे जान ही निकल गई मैं ज़ोर से चिल्लई पर उसने मेरे मुह पर अपने होठ रख दिए. कुछ देर बाद उसने धक्के लगाना शुरू कर दिए. वो मुझे अब ज़ोर ज़ोर से चोद रहा था. बहुत मज़ा आ रहा था पूरे कमरे मे पच पच की आवाजें गूँज रही थी. थोड़ी देर बाद हम दोनो एक साथ ही झड् गये. उस दिन उसने मुझे 4 बार चोदा . मेरा भाई इतना हरामी निकला की उसने उसकी रात गांड भी मारी, उसने मेरे चूत और गांड को फाड़ के रख दिया, फिर जब भी मौक़ा मिलता था वो चोदता था, पर अब उसका एडमिशन दिल्ली में हो गया वो दिल्ली चला गया, मैं कई दिन से प्यासी हु, मुझे तो लंड चाहिए अगर कोई कानपूर से है या कोई कानपूर के किसी होटल में दिन को आ सकता है तो निचे कमेंट करे, मैं प्यासी हु प्लीज मेरी प्यास बुझाओ

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