ही ड्के फॅमिली कैसे हैं आप लोग उमीद है पिछले पार्ट अकचे लगे होंगे आप लोगो को.
नेहा – पागल हो गया है क्या अपनी बाहें को छोड़ेगा बेशरम तुझे समझ आ रहा है तू क्या बोल रहा है (और भी बोहोट कुछ)..
मे – देख नेहा मेरे पास तेरा राज़ है और तेरे पास मेरा एक राज़ है. और ये भी हम दोनो के बीच राज़ रहेगा. बाहें के हिसाब से नही लड़की के हिसाब से सोच (उसने बोहोट ना नुकुर किए).
अब आयेज..
मेरे बोहोट फोर्स करने पर उसने कहा उसे सोचने का टाइम चाहिए. मैने भी सोचा अक्चा ख़ासा मामला खराब ना हो जाए तो मे मान गया. पर मेरे नसीब मे कुछ और ही था. मे उसके जाने के 5मीं बाद जाने वाला था ताके किसी को शक ना हो.
नेहा के बाहर निकलते ही मुझे उसकी आवाज़ आई.
नेहा – आअहह राइयन (चीख).
मे भाग के बाहर आया तो देख गीली मिट्टी और ढलान होने की वजह से नेहा फिसल गयी थी. मेरे पोोचते ही दो लोग और आ गये थे उसकी आवाज़ से मैने हाथ दे कर उसे उठाया. वो दर्द से रो रही थी उसका पैर मूड गया था, कपड़े खराब हो गये थे.
मैने उसे वापस स्टोर रूम मे ले जाने लगा पर उसे चलने नही हो रहा था. तो मैने एक झटके मे उसे गुड मे ले लिया. एक हाथ उसकी गांद पर था और कमर से तोड़ा उपर.
स्टोर रूम मे आके मैने उसे चुप कराया वो दो लोग भी वही थे. उन्होने भी उसे तसल्ली दी मैने उन्हे थॅंक्स कहा वो वाहा से चले गये.
मे – नेहा मे मों को बुला लता हू.
नेहा – नही नही मों को मत उठा वो सुबा की ताकि सोई हैं.
तू सिर्फ़ मेरे बाग से मेरी टशहिर्त और ट्रॅक ला दे और कही से दर्द की गोली लादे पैर दर्द कर रहे है.
मे रूम मे आया जहा हुमारे बॅग्स थे और नेहा के बाग से ट्रॅक और एक शॉट्स ले आया. और नेहा को कपड़े दिए वो उठने लगी पर उससे हुआ नही.
मे – इतनी क्यू तकलीफ़ कर रही है सब तो देख ही लिया है मैने यही बदल ले.
नेहा – चुप कर बे शरम ये हाल मे भी तुझे वही सब सूझ रहा है.
मे – तेरे भले के लिए ही बोल रहा.
मे- (धीमी आवाज़ मे) वो सीन के बाद तेरे अलवाह और कुछ सूझ भी नही रहा.
नेहा – हाँ बस बस सब सुनाई दे रहा है, चल घूँजा.
मे – चल ठीक है.
धेमे आवाज़ मे (थोड़े दिन बाद मे ही उतरूँगा).
नेहा – हवासी हरंखोर घूँजा!
उसने कपड़े चेंज किए, और बोली ला डॉवा दे.
मे – (मस्ती मे) ब्लॅक इंजेक्षन चलेगा?
नेहा – नही चलेगा! (भड़कते हुए)
मे- अरे भड़क मत डॉवा नही मिली.
उसने बताया के मों के रूम मे अलमारी पर होगी. मे वाहा से डॉवा का बॉक्स ले आया, उसने डॉवा खाई, उसमे तेल था मैने निकाला और कहा-
मे- मे इससे हल्की मालिश कर देता हू पैर की जल्दी ठीक हो जाएगा.
नेहा – नही रहने दे तुझे सिर्फ़ बहाने चाहिए.
मे – अरे यार ऐसे ही करना होता तो तुझे जाने ही क्यू देता उस टाइम वही दबूच के छोड़ देता क्या करती. लड़की की मर्ज़ी से उसे छोड़ने मे अलग मज़ा है.
नेहा – हाँ बस रहने दे बेशरम लगा दे.
स्टोर रूम मे सिर्फ़ एक टेबल ही था तो मैने उसे कहा मे अपना बिस्तर ले आता हू यही सो जाएँगे रात भी काफ़ी हो गयी है और तू वाहा तक जेया भी नही सकती, तो वो मान गयी.
मेरा बिस्तर बिछाने के बाद मैने उसे लेटने को कहा और उसके पैर के पास बेत के पूछा दर कहा है, तो उसने घुतमे मे बताया.
उसके घुटने हल्के सूझ गये थे,जैसे ही मैने उसके पैरो को हाथ लगाया वो हल्के से सिसकी आ… क्या हुआ? कुछ नही.
मैने तेल हाथ मे लिया और रिघ्त घुटने पे मसाज करने लगा घुटने के साथ साथ मे उसकी गूरी चौड़ी चब्बी जाँघो पे भी हाथ फेरता. हम दोनो मदहोश हो रहे थे मे मेरा लंड खड़ा हो गया था.
ढेरे ढेरे हाथ मसाज करते हुए उपर जाने लगे, इन्नर थाइ पर मसाज करने लगा. वो कुछ नही बोली. जैसे ही तोड़ा और नीचे जाना चाहा उसने हाथ पकड़ लिया और बोली-
नेहा – बस मिट गया दर बाकी फिर कभी.
मेरे खड़े लंड को अब बर्दाश्त नही हुआ मुझे अब किसे भी उसकी चब्बी गांद मारनी थी और मेरी मदद की ब्लंकेट ने.
वाहा सिर्फ़ एक ही ब्लंकेट था और बिस्तर भी एक ही हम दोनो ने अड्जस्ट करने का फ़ैसला किया. लेकिन जब जवान लड़का लड़की एक ही बिस्तर मे एक ही कंबल मे हो तो कैसे कंट्रोल हो. और जब हम लेते तो इतनी जघा थी के दोनो मेसए अगर कोई करवट ले तो दूसरे से चिपक जाए.
वो दीवार की तरफ मु कर के लेती थी और मे उसकी पीठ निहारे जा रहा था. काफ़ी देर हो गयी थी उसे दर्द के कारण नींद नही आ रही थी और मुझे मेरी हवस के कारण मेरे दिमाग़ मे एक शैतानी ख़याल आया.
थोड़ी देर और बीतने पर मैने ढेरे से अपना हाथ उसके कमर मे रख दिया और बोला-
मे- ऑश सराह…..तू…एम्म बोहोट ह…ऊ..त हो (जैसे मे नींद मे हू).
उसने मुझे एक नज़र देखा मूड कर और फिर वैसे ही सो गयी और नींद मे बड़बड़ाता रहा.
मे – सराह काश तेरी गांद नेहा जैसी होती इतनी पर्फेक्ट चब्बी आस मैने आज तक नही देखी. तेरा फिगर तो कातिलाना है ही पर नेहा का मेरी फॅंटेसी वाला फिगर है.
नेहा शायद ये बाते सुन कर मुस्कुरा रही थी. मैने मौका देख के अपना हाथ कमर से उसके लेफ्ट वेल बूब पर रख दिया. वो तोड़ा सा हिली और फिर अचानक से तोड़ा पीछे हो गयी और उसके बड़ी चब्बी गांद मेरे खड़े लंड से टकरा गयी.
नेहा – उफ़फ्फ़..
मे समझ गया था नेहा गरम हो गयी है हात्ोड़ा मरने का टाइम आ गया है. मे हल्के हाथ से उसके बूब दबाने लगा. आज तक ऐसे बूब्स नही फील हुए थे.. इतने सॉफ्ट और बड़े के मेरे हाथ नही आ रहे थे, उपर से नो ब्रा.
ऐसे मॅन हो रहा था के उसकी टशहिर्त फाड़ डू और निचोड़ लू उसके बूब्स पर सब्र किया.
ढेरे ढेरे अपना लंड उसकी गांद मे चुभाने लगा. वो भी तोड़ा हिल रही थी मेरा लंड एकदम कड़क हो गया था. मे अचानक से नेहा ने अपना हाथ पीछे किया और मेरी ट्रॅक के अंदर हाथ डाल के मेरा लंड पकड़ लिया…ऑश मज़ा ही आ गया.
एक लड़की का हाथ जब लंड पर लगता है उसकी अलग ही फीलिंग है.
उसके बाद उसने जो किया मज़ा ही आ गयी. नेहा ने मेरा लंड ट्रॅक से बाहर निकल लिया और पीछे हुके मुझसे पूरा चिपक गयी. उसका मिल्की बदन सॉफ्ट सॉफ्ट.. अपने शॉर्ट्स के उपर से ही आस होल पे रब करने लगी. मे तो पागल हो गया एकदम से और जोशमे मैने उसका बूब ज़ोर से दबा दिया.
नेहा – अहह…
मे उसके दूध ऐसे ही निचोद्रा रहा वो और गरम हो गयी. कुछ मिन्स ऐसे ही चलने के बाद उसने मेरा लंड छोड़ दिया और कुछ सेक के लिए सोचने लगी और फिर जन्नत… उसने अपनी शॉर्ट्स नीचे कर दी!
ऊहह फक! उसकी गोरी रौंद गांद देख के मे पागल हो गया. उसने मेरा लंड पकड़ा और तोड़ा बेंट हो गयी और मेरा लंड सीधा उसकी पुसी के दरार मे रब करने लगी.
मे – ह सारा तुम्हारी चब्बी पुसी एकदम सॉफ्ट..
नेहा – ब्स्दक बंद कर नाटक यही तो तू चाहता था आख़िर कर ले ही लीना (वो समझ गयी मे नाटक कर रहा था).
मे – अभी कहा ली है, लेने तो दे पहले.
नेहा – बेटा नेहा की छूट इतनी आसानी से नही मिलती, तड़पना पड़ता है.
मे – राइयन का लंड भी इतने आसानी से नही ले पाएगी, तड़प जाएगी.
और मे उसके बूब्स दोनो हाथ टशहिर्त के अंदर डाल के मसालने लगा.
नेहा – आहह कुत्ते तू तो जानवर है उफफफ्फ़..
मे – अभी तो स्टार्ट है जान आह तेरे दूध, तुझ जैसी लड़की इतनी भरपूर आज तक नही मिली.
नेहा – हाँ सब पहले यही बोलते है फिर धुस हो जाते है सेयेल आधे मे.
मे – वो तो देखा जाएगा कों धुस होता है.
और मे उसके दूध मसलने लगा और मेरा लंड उसकी चिकनी नरम छूट के बीच मसल रहा था.
नेहा – ह राइयन तेरा लंड काफ़ी तगड़ा हैरे, डाल दे अब…
मे- नही बेबी अभी तो तुझे और तड़पौँगा तूने बोहोट तडपया है म्सी..!
मे पीछे से उसकी नेक पे किस करने लगा और हल्की हल्की बीते करने लगा. निपल्स को स्क्वीज़ करने लगा. वो पागल हुए जेया रही थी. अपने हाथ से मेरा लंड पकड़ कर अंदर डालने की कोशिश करती पर मे पीछे हो जाता. थोड़ी देर बाद जब उसे बर्दाश्त से बाहर हो गया.
नेहा – ब्स्दक बहेंकोड अब छोड़ना कितना तडपाएगा, डाल दे इस जानवर को मेरी तड़पति छूट मे और कर दे इसे ठंडा!
उसके मु से ये सब सुनते ही मुझे जोश आ गया. मैने उसके मु पर हाथ रखा और एक झटके मे पूरा लंड उसकी छूट मे उतार दिया. गीली होने के कारण पूरा लंड अंदर चला गया. वो चीखी पर मैने पहले ही मु पर हाथ रख दिया था.
नेहा – आअहह जानवाररर आराम से छोड़ना भाग थोड़ी रही हू मे.
मे – असली मज़ा तो इस जानवर वाली चुदाई मे ही हैरे मेरी जान और आज तुझे ऐसे छोड़ूँगा के तू हमेशा याद रखेगी!
नेहा – उुउऊहह तेरा ये लंड जान निकल लेगारी ब्स्दक के इतना बड़ा हो गया है. तू मुझे पता नही था अहहह छोड़ तेरी इस प्यासी बाहें को अहह उउफफफ्फ़ र्यान्न्न् ससिईईईईईई..
पीछे से धक्के लगाने की वजह से पाट पाट की आवाज़ पूरे रूम मे गूँज रही थी. और उसकी चब्बी गांद शेक हो रही थी जिसे देख के और जोश आ जाता.
हम उसे उस पोज़ मे 10 मीं तक छोड़ता रहा.
नेहा – अहह आमम्म्म सच मे जानवर हैरे इतनी देर तो मेरा कोई ब्फ नही टीका… सस्सिईइ आअहह 2 बार झाड़ चुकी हू मे आअहह छोद्द्दद्ड बीसी उफफफ्फ़ टर लंड बोहोट मज़े दे रहा है.. आआहह तभी सारा तेरी दीवानी हुई घूम रही है आआहह फुक्ककक…
मे – (उसका गला चोक करते हुए) क्या बोल रही थी रंडी के धुस हो जौँगा! आज तो तेरी छूट ही फाड़ दूँगा!
नेहा – आअहह छोड़ड़ले जानवर तेरी ही हू मे आहह बीसी छोड़ड़…
फिर मे उठा और मिशनरी पोज़ मे आ गया. क्या नज़ारा था, एक चब्बी बड़े बूब्स वाली गोरी लड़की जिसकी दूध मैने लाल कर दिए थे. तंग फैलाए छूट मे से पानी गिरता हुआ मेरा लंड लेने के लिए टायर.
मे उसके उपर आ गया और लंड धीरे से उसकी छूट मे उतार दिया. एक हाथ उसकी कमर ने डाल के उसे खुद से चिपका लिया और दूसरा हाथ उसके बालो मे.. जैसे ही उसने लंड जाते आहह भारी किस करने लगा. दोनो एक दम रेडी मे धक्के लगाने लगा आहह..
क्या छूट थी दोस्तो ऐसी छूट आज तक नही मिली दोबारा. जैसे किसी शादी शुदा भाभी की होती है एक दल मक्खन उउफ़फ्फ़..
ऐसे ही मैने उसे 10 मीं छोड़ा और हम दोनो झाड़ गये और मे उसके उपर ही ढेर हो कर सो गया. कुछ देर तक हम वैसे ही पड़े रहे थोड़ी बाते की और फिर कपड़े पहें कर सो गये. नेहा की गांद मरने का मौका मुझे ट्रेन मे मिला वो कैसे अगली स्टोरी मे बताता हू.
आप लोगो के रिप्लाइ के लिए थॅंक्स और आंड ई होप मेरी प्यारी भाभीॉ और गर्ल्स ने स्टोरी और छत एंजाय किया होगा. मेरे भईओ को मेरी स्टोरी आक्ची लगी होगी. अन्य वन कॅन म्स्ग मे फॉर सजेशन्स आंड छत इट्स सेफ