मेरे पापा मम्मी को कम मुझे ज्यादा चोदते हैं


Baap Beti Sex Story : मेरा नाम सोनाली है मैं 20 साल की खूबसूरत लड़की हूँ। आज मैं आपको अपने पापा के साथ मेरे जिस्मानी रिश्ते के बारे में बात करने जा रही हूँ। कैसे मेरे पापा मुझे रोजाना चोदते हैं। सच तो ये है की मम्मी को कम और मुझे ज्यादा चोदते हैं कभी कभी तो इतने वाइल्ड हो जाते है जैसे को पोर्न स्टार हो वो भी विदेशी, आज मैं आपको antarvasna.live डॉट कॉम के माध्यम से अपनी कहानी बताने जा रही हूँ। आशा करती हूँ मेरे कहानी जो एकदम सच्ची है आप सभी को जरूर पसंद आएगी और कामुक कर देगी। मैं भी यही चाहती हूँ आपको मेरी सेक्स कहानी जो मेरे पापा के साथ की है बहुत पसंद आये क्यों की मैं भी आप सभी दोस्तों की सेक्स कहानियां पढ़ती हूँ इसलिए आज मैं खुद आपके लिए लिख रही हूँ।


मैं हॉट और खूबसूरत लड़की हूँ। २० साल की जबरदस्त सेक्सी लड़की हूँ। मैं जिम जाती हूँ योग करती हूँ इसलिए तेरा बदन खूबसूरत है और मेरी चूचियां काफी टाइट है। मेरी चूत बहुत ही छोटी है लंड आसानी से नहीं जाती है। इसलिए मुझे जो चोदेगा उसको ऐसा लगेगा की पहली बार लड़की चुद रही है। मेरी चुत की बनावट ही ऐसी है। मेरे गाल गुलाबी है. होठ लाल लाल और गोरा बदन मैं अपने बालों में कलर करवाती हूँ उससे और भी सेक्सी लगती हूँ। मेरी गांड की उभार को देखकर कोई भी पागल हो जाये ऐसा है। जब मैं चलती हूँ तो हिरणी की तरह लगती हूँ। यानी भगवान् ने मुझमे सुंदरता कूट कूट कर भरा है इसलिए उनका भी शुक्रगुजार हूँ।


सीधे कहानी पर आती हूँ। (Father Daughter Sex Story in Hindi) मेरे पापा का नाम सौरभ है वो एक कंपनी में मैनेजर के पोस्ट पर हैं। मेरी मम्मी स्कूल में टीचर है। मेरी मम्मी की ये दूसरी शादी है यानी मैं अपने पापा की सौतेली बेटी हूँ। मेरे असली पापा कोरोना में ख़त्म हो गए मम्मी को एक आदमी पसंद आ गया जो तलाकशुदा है तो दोनों ने जल्दी शादी कर ली। मेरे पापा मेरी मम्मी से पांच साल छोटे हैं और मैं पंद्रह साल छोटी हूँ अपने पापा से यानी की जोड़ी जबरदस्त है एक मर्द को कमसिन लड़की मिल गई और और औरत को कमसिन आदमीं यानी अपने से कम उम्र का।


सब कुछ ठीक ठाक है परिवार में कोई दिक्कत नहीं हम तीन ही हैं जो साथ रहते हैं। मम्मी बहुत ही अच्छी महिला है। पापा के साथ उनका संबंध बहुत ही मधुर है। पर पापा अब मुझे ज्यादा चोदते हैं और मम्मी को कम इसका क्या कारन है वो भी आपको बताउंगी। आखिर हम दोनों में सेक्स सम्बन्ध बना कैसे और मैं भी पापा के लंड की दीवानी कैसे हो गई अब बता रही हूँ।


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एक दिन की बात है मेरा एग्जाम था लखनऊ में इसलिए मुझे लखनऊ जाना था ट्रैन का टिकट नहीं मिल रहा था तो मम्मी और पापा ने डिसाइड किये की पापा मुझे एग्जाम दिलाने ले जायेंगे गाडी से नॉएडा से करीब ७ से घंटे लगते हैं लखनऊ पहुंचने में। मेरा पेपर दिन के दो बजे से था इसलिए हम दोनों सुबह चार बजे निकले थे नॉएडा से और एग्जाम के बहुत पहले ही पहुंच गए थे। एग्जाम पांच बजे ख़तम हुआ था तो मम्मी का फ़ोन आया वो पूछ रही थी कैसा गया पेपर मैंने कह दिया बहुत अच्छा गया फिर वो पापा से बात की। पापा कह रहे थे आज ही निकल जायेंगे नॉएडा के लिए पर मम्मी मना कर दी।


क्यों की पापा बहुत थके हुए थे सुबह से ही गाडी चला रहे थे अब रात में और भी मुश्किल हो जाता। तो होटल में रहने के लिए सोचे और फिर हम दोनों होटल में एक कमरा लिए और फिर दोनों खाना रेस्टॉरेंट में खाने चले गए बिच में मम्मी से भी बात हो गई थी। वो भी सोने चली गई। हम दोनों जब होटल में आये पापा बहोत थके हुए थे। मैं हम दोनों ने कपडे चेंज किये बेड एक ही था डबल तो हम दोनों ही लेट गए और बातचीत करने लगे उस समय तक हम दोनों के इरादे नेक थे। पर जब मैंने पापा को बोली की आप थके हुए लग रहे हैं मैं आपका पैर दबा देती हूँ और मैं मालिश करने लगी पहले पैर फिर पीठ फिर कन्धा पापा से रहा नहीं गया मेरी सेक्सी हाथों की हलचल को महसूस करते करते।


उनका लंड खड़ा होने लगा था शायद मेरे जिस्म की गर्मी को वो बर्दास्त नहीं कर पा रहे थे और इसमें मेरा भी दोष था क्यों की मैं जो नाईट ड्रेस पहनी थी वो काफी सेक्सी और हॉट थी मेरी चूचियों बाहर से साफ़ साफ़ दिख रही थी निप्पल का उभर भी साफ़ साफ़ दिख रहा था मेरी गांड चौड़ी और हॉट है वो बिच में जो दरार या आप ये कह सकते हैं खाई कोई भी मर्द उसमे डूब जाना चाहता है।


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धीरे धीरे कब वो मेरे करीब आ गए और नशीली आँखों से मुझे निहारते हुए मेरे होठ तक अपना होठ ले आये और मैं भी रोक नहीं सकी और मेरे होठ को चूमने लगे मैं भी आँखे बंद करते उनको चूमने लगी धीरे धीरे जीभ भी उन्होंने मेरे मुँह में डाल दिए और मैं उनके जीभ को इस तरह चूसने लगी जैसे कुल्फी हो। ओह्ह्ह्ह ये सब होते होते कब उन्होंने मेरे कपड़े उतार दिया पता ही नहीं चला मैं ना रोकी उनको ना वो रुके। हम दोनों एक दूसरे की जरुरत को समझ रहे थे।

ब्रा उतारते ही पापा ने अपनी दोनों हाथों से मेरी चूचियों को मसलने लगे मेरे मुँह से आह्ह्ह्हह्ह्ह्हह ओह्ह्ह्हह्ह्ह्ह उफ्फ्फफ्फ्फ़ ओह्ह्ह्हह्हह की आवाज निकलने लगी मेरी चूत गीली हो रही थी ऐसे मुझे महसूस हो रहा था उस समय तक मैं पेंटी पहनी था। मैंने तुरंत ही अपने पापा के लंड को निहारने लगी जैसे ही उन्होंने अपना जांघिया उतारा बड़ा मोटा सा काला लंड देखकर मैं पागल हो गई जल्दी से जल्दी में मुझ में लेना चाह रही थी। उन्होंने भी बिना देर किया तुरंत ही अपना लंड मेरी मुँह में डाल दी। क्या बताऊँ antarvasna.live डॉट कॉम के दोस्तों पहली बार ये था मेरा एक्सपीरियंस। मैंने अपने पापा के लंड को चूसना शुरू किया।

और वो मेरी चूचियों को मसलते तो कभी मेरे होठ को छूते कभी मेरे जिस्म को सहलाते ये सब जो हो रहा था इस वजह से मेरे तन बदन में आग लग रही थी। मेरे से रहा नहीं गया और लेट गई और पैर फैला दी। उन्होंने पहले पेंटी को ऊपर से ही मेरी चूत को सुंघा और एक लम्बी साँसे लिए फिर मेरी पेंटी उतार कर तुरंत ही मेरी चूत को चाटने लगे पर मुझे गुदगुदी हो रही थी इसलिए मैं हमेशा छटक कर अलग हो जाती थी।

मेरी चूत से गरम गरम पानी निकल रहा था और वो बार बार चाट कर साफ़ कर देते थे। फिर उन्होंने मेरी दोनों पैरों को अलग अलग किया और फिर अपना मोटा लंड मेरी चूत के छेद पर रखा और जोर से घुसा दिए। वो बहुत पहले ही मुझे कामुक कर चुके थे मैं वासना की आग में कब से धधक रही थी। उनका लंड जैसे ही अंदर गया मैं कराह उठी बहोत दर्द हो रहा था ऐसे भी मेरी चूत की छेद काफी छोटी है पर उन्होंने पहले बहुत गर्म किया इस वजह से उनके मोटे लंड को भी सह गई।

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फिर क्या थे चूचियों को मसलते हुए जोर जोर से धक्के दे दे कर मुझे चोदने लगे मेरी आँखों में आंसू थे पर मुँह में सिसकारियां यानी दर्द भी और मजा भी दोनों एक साथ यही है चुदाई का मजा। वो मुझे अलग अलग तरीके से करीब दो घंटे तक चोदे। मेरी चूत सूज गई थी मेरी चूचियों पर उनके नाख़ून के निशान थे क्यों की उन्होंने बहुत दबाया था मेरी हॉट सेक्सी चूचियों को।

रात के करीब एक बज गए थे। हम दोनों साथ में बाथरूम में गए और नहाये वहां भी उन्होंने मुझे खड़े खड़े चोदा वो भी मस्त था। फिर नहा कर और चोद कर चुदवा कर बाहर निकले तो वैसे ही तौलिया लपेटी थी और वो तौलिया पहने थे। तुरंत ही उन्होंने होटल वाले से एक शराब को बोतल मंगवाए और फिर उन्होंने खुद पेग बनाया और मुझे भी दिए। मैं पहले भी पी चुकी थी इसलिए उस दिन मना नहीं की अब क्या मना करना।

दोनों शराब पिए और फिर रात के करीब तीन बजे उन्होंने मेरी चुत में शराब डाल कर चाटे और फिर चोदे। बहुत मजा आया दिन में दो बजे हम दोनों होटल से निकले निकलने से पहले भी साथ में नहाये और चुदाई किये। फिर क्या था दोस्तों रास्ते में चुम्मा और चूची दबाना चलता ही रहा। घर पहुंच तो वो मम्मी के साथ सो गए और मैं अकेली याद कर रही थी कैसे हुई थी मेरी चुदाई। पर सुबह जैसे ही मम्मी स्कूल गई वो मेरे बेड में आ गए और फिर से चोदा मम्मी स्कूल जाती है सुबह साथ बजे वो मेरे साथ आ जाते हैं और रोजाना चोदते हैं।

अब तो मम्मी को कम और मुझे ज्यादा चोदते हैं। मैं जल्द ही आपको अपनी दूसरी सेक्स कहानी antarvasna.live डॉट कॉम पर लिखूंगी तब तक के लिए आप सभी दोस्तों को शुक्रिया।


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