आक़्सु – मों आज ई आम सो हॅपी और आप यू पसीने मे किचन मे लगी हुई हो, इधर आओ आप आज कुछ और खाएँगे.
मई – ओक जैसा तू कहे.
आक़्सु – मों आप इतने दिन से मेरी पसंद का सब कर रही हो आप मेरी बारी.
मई – मतलब?
आक़्सु – आज हम आपके फेवोवरिट रेस्टोरेंट मे जाएँगे और आपकी फेवोवरिट चीज़ करेंगे.
मई – अरे नही नही इसकी ज़रूरत नही बेटा..
आक़्सु – ज़रूरत केसे नही और अपने ही तो खा जो तेरा मॅन हो तो मेरा यही मॅन है.
मई – ओक बेटा पर अब तो तोड़ा लाते भी हो रहा है कल चल लेंगे.
आक़्सु – मों इनक्रिमेंट तो आज हुआ है ना और वैसे भी दाद भी नही है तो क्या दिक्कत है और डॉन’त वरी जल्दी आ जाएँगे.
फिर मई एक अची सारी फेन के रेडी होके उसके सामने आती हू पर वो तोड़ा अलग लुक देता है.
मई – क्या हुआ कुछ अजीब लग रहा है?
आक़्सु – नही बहुत अची लग रही हो मों आस ऑल्वेज़ कुछ नही.
मई – अरे तो ऐसे लुक कू दे रहा रा था??
आक़्सु – मों आप सारी ना तोड़ी नीचे बँधा करो बहुत अची लगेगी साची.
मई – तू भी मों को मॉडेल बना दे.
आक़्सु – नही नही मों आप तो मुझे हार तरह से ब्यूटिफुल लगती हो बस मैने तो एक सजेशन दिया.
मई – चल तू गाड़ी स्टार्ट कर मई टाय्लेट जाके आती हू.
आक़्सु – ओक मों.
मई अपनी सारी को नेवेल के नीचे कर लेती हू और फिर कार के पास जाती हू.
आक़्सु – मों योउ अरे सो ब्यूटिफुल!
मई – थॅंक्स बेटा.
फिर हम घूम के आते है और काफ़ी मस्ती करते है भर पर मेरा पूरा दिन काफ़ी बिज़ी होता है.. और यॅ घूमने से मेरे पैर मे तोड़ा दर्द हो जाता है और फिर हम घर आ जाते है.
घर पे मई सिल्क गाउन फेन के अपने रूम मे खुद से थोड़े पैर दबा रही होता हू और तभी आक़्सु देखता है और रूम मे आता है.
आक़्सु – मों आप के पैरो मई दर्द हो गया क्या?
मई – अरे नही बस यू ही तोड़ा बहोट..
आक़्सु – मों आप मेरे कहने पे ऐसे घूमने चली गयी जबकि अप दिन मई भी बहुत तक गयी होगी लाओ मई पैर दबाता हू.
मई – ओक बेटा दबा दे.
फिर आक़्सु पैर दबाना शुरू करता है रात को मैने गाउन के नीचे कुछ नही फीना हुआ होता है. पहले आक़्सु गाउन के उपेर से पैर दबाने लगता है और मुझे काफ़ी अछा लगता है वो नीचे से लेके गोडो के तोड़ा उपेर तक कर रहा होता है.
तभी वो उठता है और चला जाता है फिर थोड़ी डरे मई तोड़ा टेल गरम करके लता है.
आक़्सु – मों प्लीज़ थोड़ी निघट्य उपेर कर लीजिए.
मई थोड़ी उपेर कर लेती हू और वो गरम टेल से काफ़ी अची मालिश करने लगता है. मुझे बहोट आराम और अछा लगता है. फिर वो धीरे धीरे तोड़ा और उपेर कर देता है गाउन और मालिश जारी रखता है और गोडो के तोड़ा उपेर तक पहुच जाता है.
आक़्सु – मों केसा लग रहा है?
मई – बहोट अछा लग रहा है बेटा.
फिर आक़्सु ऐसे ही थोड़ी डरे मालिश करता है नीचे से मेरी आधु थाइस तक वो मेरा गाउन काफ़ी उपेर कर देता है, फिर मई उसे रोकती हू और गाउन नीचे करती हू.
मई – थॅंक्स बेटा.
आक़्सु – वेलकम मों.
तभी मई देखती हू की उसका तोड़ा खड़ा हो गया होता है. अब औरत की थाइस तक पहुच जाएगा तो तोड़ा खड़ा होना तो लाजमी है. फिर आक़्सु अपने रूम मे चला जाता है और मई भी सो जाती हू. अब यू ही आक़्सु कभी कबार मुझे मालिश दे देता है.
एक दिन मेरे रूम के बातरूम का शवर खराब हो जाता है. तो मई नहाने के लिए आक़्सु के रूम मई चली जाती हू. पता नही केसे डोर लॉक नही होता और खुला रह जाता है और मई नंगी होके शवर ले रही होती हू. उस टाइम आक़्सु सो रहा होता है मेरे कुछ जघा सोप लगा हुआ होता है और मई डोर से दूसरी तरफ मूह करके न्हा रही होती हू.
तो आक़्सु की नींद खुलती है और वो सस्यू के लिए आ जाता है. वो आधी नींद मई आराम से गाते खोल के घुस जाता है और उसकी नज़र मेरे उपेर पड़ती है. और मेरी नंगी भीगी पीठ और गंद उसके सामने होती है.
फिर मई जब घूमती हू तभी मेरा ध्यान जाता है और मई अचानक से शोक हो जाती हू और छिलाती हू आक़्सु..! और अपनी बूब्स और छूट को धकति हू और वो मुझे एक बार देख के सॉरी सॉरी… बोलता भर भाग जाता है. पर आज उसने अपनी मों को पूरी नंगी देख लिया था.
फिर मई थोड़ी देर मे बाहर आती हू.
आक़्सु – ई आम सो सॉरी मों मुझे नही पता था आप अंदर हो..
मैं – कोई बात नही तेरी ग़लती नही है पता नही यॅ डोर कैसे खुला रह गया.
आक़्सु – मों वो लॉक तोड़ा ढीला है ज़ूर से बंद करना पड़ता है तभी होता है बंद आपको बताया तो था.
मई – हन मई ही भूल गयी.
आक़्सु का लंड फुल टाइट था पाजामे मे वो मेरे नंगे बदन से हुआ था यॅ बात तो मुझे पक्की तरह लग रही थी.
आक़्सु – वैसे मों एक बात काहु?
मई – हन बोल?
आक़्सु – नही रहने दो छ्चोड़ो कुछ नही.
मई – अरे बोल दे कोई बात भी.
आक़्सु – नॉर्मली मों अपने बचो को नंगा देखती है आज बचे ने मों को देख लिया. (हेस्ट हुए)
मई – (हेस्ट हुए) पागल है तू.
आक़्सु – अछा मों मेरा एक पार्सल आएगा प्लीज़ ले लेना.
फिर डुफेर के टाइम पार्सल आता है और उसमे एक सारी होती है और एक नोट होता है. आ ब्यूटिफुल गिफ्ट फॉर मी ब्यूटिफुल मों, प्लीज़ बे रेडी अट 4 पीयेम, हॅपी बर्तडे मों 😘
मई आक़्सु को कॉल करती हू.
मई – तुझे याद था?
आक़्सु – आपका बर्तडे केसे भूल सकता हू मों, टाइम पे रेडी रहना.
मई – ओक बेटा.
सारी का ब्लाउस स्लीव्ले और तोड़ा बॅकलेस टाइप होता है पर मई फेन लेती हू और सारी भी डीप नेवेल फेंटी हू और रेडी हो जाती हू.
आक़्सु रात को 4 बजे मुझे घर के भर बुलाता है और कार मई हम जाते है.
आक़्सु – मों बहुत ब्यूटिफुल लग रही हो स्ची एकद्ूम मॉडेल आंड अपने इतने डीप नेवेल भी पहें ली योउ अरे सो आसम.
मई – तुझे ऐसे ही तो पसंद है..
आशु – आप मुझे हार तरह पसंद हो मों.
मई – थॅंक्स.
फिर आक़्सु और मई तोड़ा घूमने जाते है और काफ़ी एंजाय करते है फिर हम 8 बजे तक घर आ जाते है.
मई – थॅंक योउ सो मच आक़्सु मुझे बहोट मज़ा आया आज.
अस्कु – अरे मों अभी तो दिन बाकी है.
तभी डोरबेल भहजती है.
मई – अरे अभी कों आ गया इस टाइम?
आक़्सु – आपका एक और गिफ्ट, मैने आप के लिए एक मसाज थेरपी बुक की है. ताकि आपकी बॉडी फुल रिलॅक्स्ड हो जाए.
फिर मसाज थेरपिस्ट मेरे रूम मे जाके सब रेडी करने लगती है और मुझे बुलाती है और आक़्सु गाते पे खड़ा होता है.
थेरपिस्ट – माँ सब रेडी हो गया है आप चेंज कर लीजिए.
मई – क्या चेंज करू?
थेरपिस्ट – माँ तीस इस आ फुल बॉडी मसाज विच युवर सोन बुक्ड फॉर योउ. तो आप ब्रा पनटी मई आ जाओ अट लीस्ट वरना न्यूड भी हो सकती हो.
आक़्सु – अरे मों आप इतना कू सोच रही हो जस्ट एंजाय युवर मसाज ना. यॅ वन ऑफ थे बेस्ट थेरपिस्ट है जस्ट गो फॉर इट.
मई तोड़ा इचाक रही होती हू तभी आक़्सु आके शेटानी करने लगता है और थोड़ी सारी किचने लगता है.
आक़्सु – मों योउ विल लोवे इट ट्रस्ट मे.
मों – ओक.
फिर मई अपनी सारी आंड बाकी चीज़े उतार कर बिकिनी मई आ जाती हू और बेड पे लेट जाती हू. थेरपिस्ट मुझे तोड़ा धक के अपना काम शुरू करती है.
आक़्सु रूम मे ही मुझसे और थेरपिस्ट से बाते कर रहा होता है. और उसकी मों बिकिनी मई उसके आयेज मसाज ले रही होती है. मुझे मसाज लेना बहोट पसंद है और मुझे ऐसे प्रोफेशनल से लेने मे बहुत रिलॅक्स्ड और अछा फील हो रहा था.
आक़्सु – केसा लगा मों मेरा गिफ्ट?
मों – बहुत अछा बेटा.
ऐसे करते करते थेरपिस्ट मेरी पूरी बॉडी प्र आयिल लगा कर आचे से सब मसल रही होती है. और मई फुल रिलॅक्स्ड हो रही होती हू. वो मुझे घुमा घुमा के हार पार्ट को छेड़ रही होती है.
मेरे बेटा वो सब देख रहा होता है और एंजाय कर रहा होता है.
देन वो मेरे बचे हुए पार्ट्स जो बिकिनी से छुपे थे वाहा पहुचती है और थोड़ी गंद मसालने लगती है और मेरी ब्रा को पीछे से खोल देती है.
मई – अरे इन सब की ज़रूरत नही है..
थेरपिस्ट – माँ अपने फुल बॉडी पॅकेज बुक किया है अगर आप कहे तो मई नही करूँगी. पर फुल बॉडी के बाद ही बेस्ट रिज़ल्ट्स पता चलेगा आपको
आक़्सु – अरे मों योउ डिज़र्व तीस, आप आचे से कारवओ ना उसमे क्या.
मई – आक़्सु तू बाहर चला जा.
फिर आक़्सु रूम से चला जाता है और फिर मसाज आयेज कंटिन्यू होती है. थेरपिस्ट मुझे नंगी कर देती है और मेरे पूरी बॉडी को फुल मसालने लगती है और मेरे बूब्स को दबाती है. और मेरी छूट के पास मेरे हेर्स आंड हार जघा मसाज देती है.
मुझे बहोट मज़ा आ रहा होता है. फिर वो अपनी उंगली मेरी छूट मई डाल देती है और मुझे फिंगरिंग करने लगती है. मई मदहोश हो रही होती हू और वही झाड़ जाती हू और मेरी मसाज ख़तम होती है
मई – योउ अरे सो गुड..
थेरपिस्ट – थॅंक योउ माँ ई आम हॅपी उ एंजाय्ड.
फिर मई यू ही नंगी चादर ओढ़ के बेड पे पड़ी हुई होती हू. पर पूरी बॉडी प्र टेल होने से चादर थोड़ी चिपक जाती है फिर थेरपिस्ट भर निकलती है रूम से और चली जाती है.
फिर थोड़ी देर मे आक़्सु जूस लेके आता है.
आयेज की कहानी अगले पार्ट मे.
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