Aunty boli kya aap meri beti ko chod kar ma bana denge please, दोस्तों आज मैं आपको अपनी एक सेक्स कहानी सुनाने जा रहा हु। मैं २८ साल का हु, मेरी पिछले साल ही शादी हुई है, मैं अपने पत्नी के साथ दिल्ली के रहता हु, ये कहानी मेरी कामवाली की बेटी गुडिया के बारे में है। आज मैं आपको अपनी पूरी कहानी antarvasna.live पर सुनाने जा रहा हु।
गुड़िया की उम्र बीस साल है देखने में श्यामली है, पर नैन नक्स बहुत ही सुन्दर है, बॉडी गजब की है, चूचियां गजब की टाइट टाइट, गांड ना तो ज्यादा चौड़ी ना तो पतली, गजब की सेक्सी चूतड़ है। हमेशा मुस्कराहट चेहरे पर रहती है। कभी कभार वो मेरे यहाँ काम करने आती है, पर उसकी मम्मी हमेशा आती है, जब कभी उसके मम्मी का तबियत खराब होता है तभी वो आती है, जब भी आती है मैं खुश हो जाता हु, क्यों की उसकी चाल और पोछे लगते समय चूचियां दिखना ओह्ह्ह्ह क्या बताऊँ ऐसा लगता था पकड़ कर अपना लंड उसके चूत में पेल दू, और चूचियां अपने मुँह में लेकर चाभने लगूँ।
ये मेरा सपना जल्द ही हकीकत में बदल गया कैसे आइये आपको बताते हैं
मेरी पत्नी गाँव चली गई थी क्यों की वो प्रेग्नेंट थी, मैं दिल्ली में अकेले ही था, काम वाली आंटी आकर काम कर के चली जाती, खाना बाहर खाने लगा, क्यों की मैं बना नहीं सकता था, मुझे खाना बनाना नहीं आता है, मैंने आंटी को बोला की आंटी तुम खाना भी बना दो, बाहर का खाना खाने के बाद ठीक नहीं लगता है, मैं इसके बदले तुम्हे और पैसे दे दूंगा, वो तैयार हो गई, वो सुबह का शाम का खाना बनाने लगी।
एक दिन वो बहुत परेशान थी, मैंने आंटी से परेशानी का कारण पूछा, वो बोलने लगी क्या बताऊँ बेटा, मैं बहुत परेशान हु आजकल, मेरी बेटी पूजा के लिए, शादी कर दी, एक साल हो गए पर कोई बच्चा नहीं हो रहा है, मुझे तो लगता है आदमी में ही ख्रराबी है, क्यों की पूजा बोलती है है की वो सही से मेरे साथ कर ही नहीं पाता है, इसलिए पूजा अपने ससुराल जाती भी नहीं, और जवान बेटी को शादी के बाद भी घर में रखना अच्छी बात नहीं, अगर उसका कोई बच्चा होता तो बात अलग होती, लोगो की भी गलत नजर मेरी बेटी पर रहती है। और इसलिए मैं चाहती हु की पूजा को एक बच्चा हो जाये।
तो मैंने कहा तो भेजो उसको ससुराल तब तो बच्चा होगा जब पति पत्नी साथ रहेंगे तभी तो होगा? वो आंटी बोली, वह जाकर भी क्या करेगी, मैंने बताया ना आपको की सो सही से कर भी नहीं सकता, और ससुराल काफी धनी है, बहुत जमीन है, पैसे बाला है एक बूढ़ा है वो तो आज ना कल मर ही जाएगा, और मेरा दामाद भी वैसे ही ही, मैं तो सोचती हु की थोड़ा दिन कट जाये और पूजा को एक बच्चा हो जाये, तो आने वाले समय में सारे प्रॉपर्टी मेरी ही हो जाएगी, मेरी बेटी भी खुशहाल ज़िंदगी जियेगी, हमलोग तो २ जनम में भी इतनी प्रोपेर्टी कर नहीं सकते।
तो मैंने कहा की फिर मैं क्या कर सकता हु? तो वो बोली मैं चाहती हु की पूजा को एक बच्चा आप ही दे दो, मैं आपका एहसान नहीं भूलूंगी आप मेरी मदद कर दो। मैंने कहा आंटी ये क्या कह रही हो? मेरी बीवी है बच्चा भी होने वाला है। मैं अपनी बीवी से बहुत प्यार करता हु मैं धोखा कैसे दे सकता? तो वो बोली मैं थोड़ी ना कह रही हु की आप पूजा को बीवी बना लो, मैं तो बस इतना कहती हु, की आप पूजा का गोद भर दो. मैं थोड़े देर तक शांत रहा और वो भी भी। फिर मैंने कहा की ये बात उसके पति को नहीं पता चलेगा? तो वो बोली मैं संभाल लुंगी, थोड़े दिन के लिए मैं पूजा को वह भेज दूंगी जब वो प्रेग्नेंट हो जाएगी तब, और फिर उस बच्चे के बात का नाम दामाद पर ही डाल दूंगी? पूजा कह देगी की तुम्हारा ही बच्चा है। मैं समझ गया सारा मामला, मुझे ये सौदा बड़ा ही सेक्सी और मजेदार लगा मुझे तो चूत चोदने को मिल रहा था। बाकी मेरे को क्या लेना देना ऐसे ही मेरी बीवी गाँव गई थी तो मेरा लौड़ा बार बार तम्बू गाड़ रहा था।
वो बोली की मैं पूजा से पहले ही बात कर ली की आज मैं बात करुँगी। मैं हैरान हो गया, मैं पूछा की आपने मेरे बारे में पूजा को बताया तो वो बोली हां, तो मैं बोला की वो तैयार है तो वो बोली हां। फिर मैंने पूछा की आपने मेरे से पूछे बिना उससे बात कर लिया? तो वो बोली मुझे पता है मर्द तो तैयार हो ही जाता है और हसने लगी। मैं समझ गया की ये भी यही समझ रही है की मर्द तो कुत्ता होगा है चूत मिले की चाटने लगता है। मैंने बोला ठीक है। दोपहर का बर्तन धो कर वो बोली अब शाम को खाना बनाने पूजा ही आएगी और फिर रात में यही रूक जाएगी, किसी को पता भी नहीं चलेगा मैंने कहा ठीक है और वो घर चली गई।
शाम को करीब सात बजे पूजा आ गई वो बेल बजाई मैं उठकर दरवाजा खोला वो साडी में थी बन ठन कर आई थी, गजब की लग रही थी। सुन्दर तो पहले से ही थी पर आज कुछ और भी लग रही थी देखते ही मेरा लौड़ा खड़ा हो गया। दरवाजा खोलते ही सर को झुकाये अंदर आ गई। वो सीधे किचन में चली गई और बोली मैं चाय बनाती हु आपके लिए पहले मैंने कहा ठीक है और मैं बैडरूम में चला गया और वो चाय बनाने लगी पर मेरा मन नहीं मान रहा था मैं फिर से किचेन में चला गया और उसको पीछे से पकड़ लिए। वो पहले सकपकाई फिर नार्मल हो गई और बोली अभी जल्दी क्या है ? मैंने कहा तुमको देखकर इन्तजार नहीं कर पा रहा हु। वो बोली अच्छा जी, और मैं उसके गांड में अपना लंड सटा कर हाथ आगे कर के दोनों चूचियों को पकड़ लिया. उसके मुँह से आवाज आइए आई मा जोर से क्या दबा रहे हो? मैंने कहा क्या करूँ पूजा मुझे तुमने पागल कर दिया और मैंने अपने तरफ घुमा लिया और होठ पर किश करने लगा, और चूचियां दबाने लगा। तभी चाय खुलकर बाहर गिरने लगा और वो झट से गैस बंद करने लगी मैं खड़ा हो गया। वो चाय को छानते हुए बोली आज तो पूरी रात अपने पास है तो मैंने कहा पूरा रात नहीं अभी तीन महीने ही अपने पास जब तक मेरी पत्नी नहीं आ जाती तुम अब यहीं रहोगी तो वो बोली ठीक है बाबा मैं यही रहूंगी। दोनों फिर चाय पिने लगे। चाय ख़तम जैसे ही हुआ वो दोनों कप लेकर किचेन में चली गई और तो तुरंत हो वापस आ गई। उसके आते ही मैंने उसको गोद में उठा लिया और बैडरूम ले ले गया और पलंग पर पटक दिया।
मैं उसके होठ को चूसते हुए उसके चूचियों को दबाने लगा, तभी वो बोली दरवाजा बंद कर दो बाहर का भी और इस कमरे का भी. मैंने कहा अरे बाहर का पहले ही बंद कर चुका हु और उठकर मैंने बैडरूम का भी दरवाजा बंद कर दिया। उसके बाद तो क्या बताऊँ दोस्तों ब्लाउज का हुक खोल तुरंत भी ब्रा खोल दिया। ओह्ह्ह्ह गजब करीब ३४ साइज की चूचियां मेरे सामने पिरमिन्ड की तरह थी, छोटे छोटे निप्पल वो ही काले काले ओह्ह्ह्ह गजब लग रहा था और चूचिया बहुत ही ज्यादा टाइट थी, बहुत ही हॉट कह नहीं सकता दोस्तों मैंने बहुत लड़कियों को अपने बीवी को कॉल गर्ल को चोदा पर आज तक ऐसी चूची नहीं देखि ओह्ह्ह मैं तो निहाल हो गया।
मैंने तुरंत ही उसका साडी निकाल फेंका और फिर पेटीकोट ही खोल दिया लगे हाथ उसका पेंटी भी उतार दिया पर वो शर्मा गई और अपने हाथ से अपनी चूत को छिपा ली, मैंने कहा क्यों मेरी रानी शर्म आ रही है तो वो बोली हां, और मैं उसका हाथ हटा दिया और दोनों पैरो के बिच में बैठकर उसका चूत चाटने लगा वो ाः आह आह आह आह आह आह उफ़ आउच ओह ओह आ आ आह औ औ करने लगी, मैं चूत चाट रहा था और वो सिसकारियां भर रही थी, उसके चूत से पानी निकल रहा था और मैं साफ़ कर रहा था उसकी नमकीन पानी बहुत ही मजेदार लग रहा था। वो मेरे बाल को अपने हाथ से पकड़ रही थी और अपने चूत में सटा रही थी और मैं चाटे जा रहा था करीब दस मिनट तक उसके चूत को चाटता ही रहा तब तक वो दो बार पानी छोड़ चुकी थी।
उसके बाद मैं ऊपर गया और चूचिओं को जोर जोर से पिने लगा और फिर उसके होठ को और फिर गाल पर गर्दन पर वो भी मुझे अपने बाहों में भर ली और फिर क्या था करीब १० मिनट तक उसके जिस्मो से खेलते रहा और फिर चूत में ऊँगली किया वो आह कर उठी, दोस्तों पूजा की चूत काफी गरम हो चुकी थी, और फिसलन भी हो गया था। मैंने उसके टांगो को अलग अलग किया और अपना लौड़ा उसके चूत पर सेट किया और जोर से पेल दिया। वो दर्द से कराह उठी और कहने लगी निकालो बहुत दर्द हो रहा है, आपका लौड़ा बहुत मोटा है। मेरे पति का तो ऊँगली के इतना पतला है वो भी तुरंत निकल जाता है उसका वीर्य भी तुरंत निकल जाता है। मैंने फिर से जोर से धक्का दिया वो फिर से बोली ओह्ह मर जाउंगी जोर से मत चोदो। और फिर धीरे धीरे अंदर बाहर करने लगा और वो अब मजे लेने लगी।
फिर क्या था दोस्तों वो तो गरम हो गई और जोर जोर से अपने चूतड़ को उठा उठा कर चुदवाने लगी। मैं उसके चूचियों को मसलते हुए जोर जोर से चोदने लगा और होठ को चूसने लगा करीब दस मिनट तक ऐसे चोदा और उसको कुतिया बना कर कुत्ते की तरह चोदने लगा और आह आह आह कर मजे ले रही थी फिर उसके पैर को अपने कंधे पर लेके उसके चूत में लंड पेलने लगा। करीब एक घंटे तक चोदने के बाद मैं जहहद गया। फिर उसके चूचिओं को सहलाता रहा और फिर उतर दोनों ने कपडे पहने। फिर खाना मंगवाया होटल से खाना खाकर फिर दोनों सोने चले गए। रात भर मैं उसको चोदा। फिर क्या था आज दो महीने हो गए है उसको रोज चोदता हु। और अपने बीवी के तरह रखता हु, और उम्मीद है की इस महीने उसको प्रेग्नेंट भी कर दूंगा। दोस्तों आपको ये कहानी कैसी लगी जरुरु बताएं। और antarvasna.live पर कहानियां पढ़ने का बहुत बहुत धन्यवाद।