कॉलेज लाइफ – बाय्स हॉस्टिल मे मेरी चुदाई

नमस्कार दोस्तो, मेरी कॉलेज लाइफ के पहले पार्ट को इतना प्यार देने के लिए बहुत सूकरिया. ये कहानी उससी कहानी की कंटिन्युयेशन है.

तो टाय्लेट मे चूड़ने के बाद मई दुबारा पार्टी मे चली गयी. मेरी दोनो फ्रेंड्स घर जा चुकी थी मगर मेरा अभी और एंजाय करने का मॅन था. मई फिर पार्टी मई डॅन्स करने लगी.

पार्टी के और लड़के भी मुझे एंजाय करते हुए देख रहे और मेरे साथ डॅन्स करने मेरे पास आने लगे. धीरे धीरे काफ़ी सीनियर्स ने मुझे घेर लिया और मेरे मज़े लेने लगे. उनमे से एक लड़के ने मुझे वोड्का के शॉट्स ऑफर किए. मैने भी बिना कुछ सोचे समझे शॉट्स पीटी गयी और मुझे नशा चड़ता गया.

इतने मई सुभम भी टाय्लेट से फ्रेश होकर निकला तो मुझे लड़को से घिरा देखा. मई पूरे नशे मई थी और सब मेरे मज़े ले रहे थे कोई अपना पंत के अंदर का खड़ा लंड मुझप्र रगड़ता, कोई मेरी गांद दबाता तो कोई मेरे बूब्स दबाता.

सुभम ने तुरंत ही मुझे भीड़ से हटाया. मुझे बहुत नशा हो चुका था.

सुभम: जब संभाटी नही तो इतना क्यू पीटी हो?

मे(नशे मई): नही तो मुझे नही छड़ी.

ऐसा बोलते ही मैने वॉमिट कर दिया. सुभम ने मेरी पीठ सहलाई. सुभम को मेरा घर पता नही था ना ही मई उससे बताने के हालत मई थी. तो सुभम मुझे अपने साथ बाय्स हॉस्टिल ले गया. वो भी बाय्स हॉस्टिल मई ही रहता था. वाहा उसने मुझे नशा काटने के लिए नुंबू पानी दिया तब जा कर मेरा नशा तोरा हल्का हुआ. सुभम ने खुद से मेरा मूह ढूलवाया.

मेरे घर से कई मिस कॉल आए हुए थे. तो मैने मम्मी को फोन कर के झूट बोल दिया की टॅक्सी नही मिलना के कारण मई किसी कॉलेज के फ्रेंड के प्ग मई रुक गयी हू.

मे: थॅंक योउ. मुझे यहा लाने के लिए. अगर तुम मेरी हेल्प नही करते तो मई कही नशे मई पड़ी होती.

सुभम: इट्स ओक…

सुभम मुझे कुछ ख़ास सा लगने लगा. मई सुभम के पास गयी और उससे किस करने लगी.

सुभम: अरे योउ शुवर की तुम ये करना चाहती हो?

मे: हन.. जो चाहो कर लो. आज मई सिर्फ़ तुम्हारी हू.

इतना सुनते ही सुभम भी मुझे किस करने लगा और किस करते करते मुझे गोध मई उठा लिया. फिर सुभम ने मुझे दीवार पर सता दिया. हम दोनो एक दूसरे तो किस करने लगे. मैने सुभम का सीर्ट खोल दिया.

सुभम मेरी गर्दन को चूमने लगा और साथ ही साथ मेरी बूब्स को दबाने लगा.

फिर सुभम ने मुझे पलताया और मेरी ड्रेस भी उतार दी. सुभम मेरे पीठ को चूमते नीचे जाने लगा और मेरी छूट चाटने लगा. सुभम की ज़बान मानो कमाल कर रही रही थी. मई अपने आपको मोन करने से रोकने की खोषिस कर रही थी. फिर सुभम ने दो उंगली मेरी छूट मई डाल दी और हिलने लगा.

सुभम के ऐसे करते ही मानो मेरे अंदर बिजली की ल़हेर दौर गयी हो. मई उससे रोकने की कोशिश कर रही थी मगर वो नही रुक रहा था. ऐसे करते हुए थोड़ी देर बाद मई झार गयी और मेरे अंदर का सारा पानी सुभम छत गया.

एब्ब मेरी बारी थी. सुभम खरा हुआ और मई बैठ कर उसका लंड उसकी जीन्स से निकली और उससे सहलाने लगी. फिर मैने सुभम का लंड मूह मई लेकर चूसने लगी. सुभम के पूरा लंड को मैने चूस कर गीला कर दिया. सुभम के गोट्तो को भी चूस रही थी. फिर सुभम ने मेरे सिर को पाकारा और मेरे मूह को छोड़ने लगा. सुभम का लंड मेरे गले तक चला जा रहा था.

ऐसे लगभग 15 मीं सुभम ने मेरे मूह को छोड़ा.

उसके बाद सुभम ने मुझे उठाया और बेड पर लितटा दिया. फिर सुभम ने मेरी दो टाँगो को उठाया और फैला दिया. फिर सुभम ने मेरी छूट पे अपने लंड को थपथपाया और लंड का टोपा मेरी छूट मई डाल दिया. मेरी तुरंत ही सिसकी निकल गयी. फिर सुभम ने धीरे धीरे पूरा लंड मेरी छूट मई डाल दिया और शॉट लगाने लगा.

मई बस बेबस लेती हुई थी और मोन कर रही थी. सुभम ने मेरे मूह को अपने हाथो से बंद कर दिया ताकि मोनिंग की आवाज़ बाहर ना जाए. फिर सुभम छोड़ते हुए ही मेरे बूब्स को चूसने लगा.

कभी कभी वो मेरे बूब्स को दांतस से किचा करता जिससे दर्द तो होता मगर मज़ा भी उतना ही आता. फिर सुभम ने मुझे पलतेयस और पूछे से मुझे छोड़ने लगा. सुभम के बदन की खुसबू मुझे और जोश चड़ा रही थी.

फिर सुभम ने मुझे घोड़ी बनाया और मेरी गांद को स्पॅंक करने लगा और मुझे हेर स्पॅंक पर “डॅडी” कहने को कहा.

*स्पॅंक*

मे: थॅंक योउ डॅडी…

*स्पॅंक*

मे: फक मे डॅडी…

मेरी गांद लाल हो चुकी थी और उसके हाथ के छाप भी बैठ गये थे. फिर सुभम ने मुझे छोड़ना शुरू किया और धीरे धीरे स्पीड बढ़ता चला गया. फिर सुभम ने मेरे बालो को पाकारा और खिचने लगा. मानो जैसे वो मेरी सवारी कर रहा हो.

सुभम छोड़ते वक़्त जितना रफ था उतना ही वो रियल लाइफ मई सॉफ्ट नेचर का था. मुझे उसका ये रूप बहुत पसंद आ रहा था. थोड़ी देर बाद हम दोनो झाड़ गये. सुभम भी मेरे अंदर ही झाड़ गया.

फिर हम दोनो बेड पर लाते गये. मैने सुभम की ही शर्ट पहें ली. उसकी शर्ट मेरे लिए ओवरसाइज़ थी मगर मुझे बहुत आक्ची लग रही रही. एक अपना पं से था उसमे. फिर हम दोनो सो गये. सुभम ने मुझे कड्ड्ल कर लिया हम दोनो आपस मई चिपक कर सो गये.

सुबा जब मई घर जाने लगी तो मैने अपने कापरे दुबारा पहें लिए.

मे(मुस्कुराते हुए): मेरी पनटी लौंतने का इरादा है?

सुभम: नही आज से तुम और तुम्हारी हर चीज़ मेरी है.

मे: बिल्कुल…

फिर हम दोनो ने एक लंबा सा किस किया उसके बाद सुभम मुझे टॅक्सी तक चोर के आया.

तो दोस्तो कैसी लगी आपको मेरी ये कहानी. मुझे कॉमेंट सेक्षन मई ज़रूर बताएगा. कॉलेज लाइफ के और भी पार्ट जल्द से जल्द लाने की कोशिश करूँगी.

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