Maa Ko Didi Ke Sasur Ne khub maje lekar Choda
मेरे घर में मेरी मम्मी का नाम रंजीता है वो 42 साल की है मेरी बड़ी बहन 22 साल की है मम्मी दिखने में सेक्सी है उनके बूब्स बहुत टाइट है उनका जिस्म भी कामुकता से भरा हुआ है।
मेरे पापा की सरकारी जॉब थी, उनकी मौत के बाद अब मम्मी जॉब करती है। इसलिए मम्मी ने दीदी की शादी जल्दी तय कर दी।
पापा के गुजर जाने के बाद मम्मी ने किसी आदमी से संबंध नहीं बनाये। जब दीदी की शादी तय हुई तो दीदी हर वक़्त मोबाइल में लगी रहती जीजा जी से बात किया करती, मैं दीदी के पास में ही सोती थी।
एक दिन रात को अचानक मेरी नींद खुल गयी। मैंने देखा दीदी फ़ोन पे बाते कर रही थी उनकी लेग्गी नीचे थी, वो एक हाथ से अपनी बुर को तेजी से सहला रही थी, बोल रही थी- जानू ऐसे ही चोदो मुझे! दीदी ‘आआह हा हा…’ कर रही थी उनकी आँखें वासना में बंद थी। फिर शायद उनका पानी निकल गया, वो फ़ोन रख कर सोने लगी.
मैं भी सो गई।
इसी तरह दीदी रोज जीजा जी से बात करते हुए फोन सेक्स करने लगी। फिर मैं मम्मी के पास सोने लगी कुछ दिन मम्मी के साथ सोने के बाद एक रात मम्मी भी शायद गर्म हो गयी, वो भी अपनी चूत को आधी रात तक मसलती रही, शायद उनको भी चुदाई की जरूरत थी।
कुछ महीनों बाद दीदी की शादी हो गयी, वो अपने घर चली गयी मुझे बहुत अकेलापन लगने लगा।
एक दिन दीदी घर आई उनको देख कर लग रहा था कि जीजा जी ने बहुत चोदा है, वो मम्मी से बोली- दो तीन दिनों के लिए आप और कोमल मेरे घर चलो!
दीदी मम्मी से बोली- आपको ससुर जी ने भी बुलाया है।
मम्मी ने कहा- ठीक है.
कुछ दिन दीदी रुकी, फिर दीदी को छोड़ने के लिए मैं और मम्मी दीदी की ससुराल गये। वहां पर हम सब से मिले.
मुझे सबसे ज्यादा अजीब लगा कि दीदी के ससुर मम्मी हाथ पकड़ पकड़ कर मजाक कर रहे थे। दीदी के ससुर की उम्र 43 साल थी, वो हेल्थी आदमी थे, उनकी वाइफ नहीं है, घर में सारे मर्द थे बस मेरी दीदी ही थी उस घर में।
रात दीदी ने सबको खाना खिलाया, फिर सब लेटने की तैयारी करने लगे.
तभी मम्मी ने दीदी को आवाज लगाई. तभी दीदी के ससुर बोले- अरे उसे अब मत परेशान करो, मुझे बताओ क्या चाहिए?
मम्मी बोली- बस पूछना था लेटूं कहाँ?
ससुर जी मजाक में बोले- मेरे साथ लेट जाओ ना!
मम्मी मुस्कुरा दी।
मम्मी ने मुझे बोला कि दीदी के कमरे में जाकर कोई नाइटी ले आओ।
मैं दीदी के कमरे के दरवाजे तक ही पहुँची थी कि मैंने आवाज सुनी, जीजा जी बोल रहे थे- मान जाओ ना!
दीदी- ये नहीं हो सकता!
“एक बार कोमल को मुझसे चुदवा दो!”
जीजा जी की यह बात सुन कर मैं हैरान रह गयी।
दीदी बोली- मम्मी है बाहर… धीरे बोलो!
जीजा जी बोले- तेरी मम्मी को आज मेरा बाप चोद कर ही मानेगा, कब से वो तेरी माँ को चोदने के चक्कर में है।
मैंने एकदम से दरवाजे पर हाथ मारा, दीदी बोली- क्या हुआ?
मैंने कहा- मम्मी ने नाइटी मंगाई है।
दीदी ने एक ब्लैक नाइटी दी. मैंने मम्मी को दे दी.
मम्मी ने मुझसे कहा- तुम लेटो जाकर, मैं आती हूँ।
मैंने कहा- मैं सोफे पे सो जाऊँगी.
मैं वहीं लेट गयी।
मम्मी दीदी के ससुर जी से बोली- एक मिनट आयी।
कुछ देर बाद जब वो आयी मैंने हल्की नींद का नाटक करते हुए देखा कि उनकी आधी चुचियाँ नाइटी के बाहर थी।
मम्मी ससुर जी के बगल में बैठ गयी, बोली- आप क्या बोल रहे थे?
ससुर जी- मैं तो बोल रहा था कि बहू को क्यों तंग कर रही हो अगर कोई काम है तो मैं हूँ ना।
मम्मी- क्यों, तुम्हारी बहू इस वक़्त क्या कर रही होगी?
ससुर जी खुले शब्दों में बोले- चुदवा रही होगी।
मम्मी- आपको शर्म नहीं आती अपनी बहू के बारे में ऐसा बोलते हुए?
ससुर जी मम्मी की चुचियों को घूरते हुए बोले- शर्म कैसी? मिल जाये तो उसे मैं ही चोद दूँ।
मम्मी गुस्से में बोली- आप बहुत कमीने आदमी हो जो अपनी बहू को ही चोदने के चक्कर में हो।
ससुर जी मम्मी को पकड़ कर किस करने लगे उनकी चुचियों को मसलने लगे.
मम्मी- छोड़ मुझे कमीने!
दीदी के ससुर जी मम्मी होंठों को काटने लगे, मम्मी तड़फने लगी।
तब तक सब उठ गए दीदी भी आ गयी।
दीदी ने मम्मी को सम्भाला, मुझे बोली- तुम कमरे में जाओ, लेटो जाकर!
मैं कमरे में चली गयी।
तेज आवाज में बहस चलने लगी, मैं खिड़की से देख रही थी।
जीजा जी मम्मी से माफ़ी मांगने लगे.
फिर रात कट गई।
सुबह दीदी मम्मी के बिस्तर में चढ़ आयी, मैं भी लेटी थी, दीदी ने मम्मी से पूछा- मेरे ससुर ने क्या किया था?
मम्मी बोली- उसने मेरे बूब्स को दबा दिया, किस करने लगा!
दीदी हंसती हुई बोली- फिर तो आप गर्म हो गयी होंगी।
मम्मी बोली- ये क्या बोल रही है तू?
दीदी- मम्मी हमारे घर में ये दो मर्द हैं, हम दो औरतें… क्यों ना हम अपनी भी गर्मी मिटायें और उनकी भी!
दीदी मम्मी के बूब्स को सहलाने लगी।
मम्मी बोली- तुम पागल ही गयी हो!
दीदी वहां से जाने लगी तो मम्मी मुझसे बोली- हमें यहाँ नहीं रुकना, चलो!
दीदी ने कहा- बस एक दिन रुक और रुक जाओ बहुत जोर देने पर मम्मी रुक गयी।
दिन में रसोई में ससुर जी ने दीदी को पीछे से पकड़ लिया.
दीदी- रुको भी ससुर जी!
वो दीदी को किस कर रहे थे, मैं समझ गयी कि उनके ससुर जी ने दीदी को चोद दिया है, तभी दीदी मम्मी को भी चुदवाना चाहती हैं।
रात को दीदी ने मम्मी को बहुत सेक्सी नाइटी दी, खुद भी पहनी, मैं कमरे में चली गयी।
ससुर जी दीदी के पास बैठ गए, जीजा जी मम्मी के पास…
मम्मी दीदी से बोली- ये सब मामला क्या है?
दीदी ने ससुर जी का हाथ अपने बूब्स पे रखा और बोली- मम्मी, मेरी पति ने सुहागरात को मुझे चोदा, उसके कुछ दिन बाद ससुर जी ने मुझे चोद दिया, तब से वो मुझे चोदते हैं। एक दिन उन्होंने मुझसे कहा कि वो आप को चोदना चाहते हैं तो ही मैंने आपको यहाँ बुलाया है.
मम्मी उठ कर ससुर जी से बोली- यहीं चोदेंगे या रूम में सुहागरात मनायें?
सब हँसने लगे।
दीदी बोली मम्मी से- ये आप ने अच्छा बताया, आज रात हम दोनों दुल्हन बनकर अपनी चुदाई करवायेंगी और सुहागरात मनायेंगी।
मम्मी को लेकर दीदी कमरे में गयी, 1 घण्टे बाद निकली, मैं हैरान रह गयी। दीदी और मम्मी ने लाल साड़ी पहन रखी थी।
दीदी ससुर जी से बोली- ये रही आपकी बीवी!
ससुर जी ने मम्मी को पकड़ लिया, मम्मी बोली- बिना शादी सुहागरात कैसे होगी?
दीदी ने ससुर जी को अपने कमरे से लाकर मंगलसूत्र दिया, सिन्दूर दिया, ससुर जी ने मम्मी को मंगलसूत्र पहनाया और मांग भर दी।
दीदी मम्मी से बोली- चलो!
ससुर जी बोले- मैं अपनी बीवी को खुले में चोदूँगा.
ससुर जी ने मम्मी का पल्लू हटा दिया घर के आंगन में ही… दीदी जीजा जी वहीं थे, मैं खिड़की से देख रही थी।
ससुर जी मम्मी की चुचियों को ब्लाऊज के ऊपर से दबाने लगे, मम्मी कसमसाने लगी, आहाहा… करने लगी. ससुर जी मम्मी की लिपस्टिक को पीने लगे. मम्मी ने भी ससुर जी को बांहों में भर लिया।
दीदी जीजा जी को लेकर मेरी खिड़की के बगल में आ गयी मैं डर कर वहां से हट गई। लेकिन दीदी ने मुझे नहीं देखा.
सामने मम्मी चुद रही थी और आँगन के किनारे दीदी जीजा जी से बोली- सुनिये जी, अब मुझे भी यहीं चोदिये ना!
दीदी ने अपनी साड़ी उतार दी, ब्लाऊज खोल दिया जीजा जी उसके निप्पलों को पीने लगे।
मेरा भी मन चुदवाने को होने लगा, मैं रूम से निकल कर आँगन में आ गयी।
मम्मी आवाजें कर रही थी- आआह… हईइ क्कक… हा… हा…
दीदी के ससुर जी मम्मी की चूत चाट रहे थे, मम्मी आआह उईईई कर रही थी, मम्मी बोली- आआह… अब चोदो ना राजा जी!
ससुर जी ने मम्मी को दीदी के बगल में ही लिटा दिया ज़मीन पर जैसे दीदी लेटी थी।
चारों लोग नंगे थे, मम्मी बोली- चोदो ना!
ससुर जी ने अपने लंड के टोपे को एक धक्के में पेल दिया, मम्मी बोली- फाड़ दी रे… आआह दर्द हो रहा है!
दीदी भी ‘आआह…’ करती हुई बोली- ससुर जी, और तेज चोदो मेरी मम्मी को!
दोनों मां बेटी ‘आआह आआह…’ करती हुई चुदने लगी. कुछ देर बाद बाप बेटा दोनों झड़ कर निढाल हो गए।
अब दीदी बोली- अब कमरे में चलो!
ससुर जी बोले- मैं अपनी बीवी को अपने कमरे में ले जा रहा हूं।
मम्मी को दीदी के ससुर जी कमरे में गये, दीदी को जीजा जी अपने कमरे में चले गए। मैं भी अपने रूम में सो गई, रात भर मेरी बुर में खुजली ती रही।
सुबह जब मेरी आँख खुली तो 10 बजे हुए थे, मैं रूम से बाहर आई तो दीदी किचन में थी। मम्मी सोफे पर ससुर जी के साथ बैठी थी।
मम्मी दीदी से बोली- जाने का मन नहीं है पर जॉब भी करनी है, तो जाना पड़ेगा।
ससुर जी बोले- तो मैं भी चलता हूँ!
दीदी बोली- हाँ मम्मी, आप ससुर जी को साथ ले जाओ!
मम्मी बोली- ठीक है।
हम लोग वहां से निकल लिए और अपने घर आ गए।
रात को मैं अपने रूम में थी कि कुछ आवाज आई, मैंने बाहर देखा तो ससुर जी और मम्मी दोनों किस कर रहे थे, ससुर जी मम्मी के होंठों को पीने में लगे थे, मम्मी ससुर जी बालों पर हाथ से पकड़े हुए थी।
ससुर जी बोले- वाह मेरी रानी, तुम्हारी चूत तो तुम्हारी बेटी से अच्छी है.
मम्मी ने कहा- आज से आप हमारे साथ रहना और अपनी रानी की चूत मारना!
ससुर जी ने कहा- हाँ क्यों नहीं।
मम्मी ने ससुर जी से कहा- मैं कपड़े बदल कर आती हूँ!
ससुर जी ने कहा- कुछ सेक्सी सा पहनना!
मम्मी मुस्कुरा कर वहां से चली गयी।
मैं समझ चुकी थी कि अब इन दोनों की चुदाई होने वाली है।
मैंने अपने कमरे की खिड़की खोल दी, सामने ही सोफा पर ससुर जी बैठे थे, अपने लंड को सहला रहे थे। मम्मी बाहर आई, उनको मैं देखती ही रह गयी। उन्होंने मेरी स्कूल की शर्ट जो मेरे बड़ी पड़ती थी, वो पहनी हुवी थी. वाइट शर्ट में हॉट पैंट शर्ट मम्मी की चुचियाँ बाहर को दिख रही थी।
आकर वो ससुर जी की गोद में बैठ गयी।
ससुर जी ने पहले तो मम्मी के नीचे के शर्ट के दो बटन को खोला और उनके पेट पर हाथ फिराने लगे, मम्मी को किस करने लगे. मम्मी गर्म हो गयी. ससुर जी मम्मी के पेट को सहलाते हुए बोले- जानू, तुम्हारा पेट तो बहुत स्लिम है.
मम्मी बोली- तो मुझे पेट से कर दीजिए ना!
ससुर जी बले- ठीक है, अब मैं अपना बीज तुम्हारी कोख में डालूंगा।
मम्मी ससुर जी के लंड को मसलने लगी, बोली- तो डालो ना मेरे राजा!
मम्मी आहें भरने लगी, ससुर जी मम्मी की शर्ट खोलने लगे, सारे बटन खोल दिए, मम्मी बिना ब्रा के थी, उनकी नंगी चूचियां दिख रही थी.
ससुर जी ने मम्मी की हाफ पैंट को उतार दिया, अब मम्मी के जिस्म पर सिर्फ एक शर्ट था वो भी सामने खुला हुआ। ससुर जी में मम्मी अपने ऊपर बैठा रखा था, एक हाथ से उनकी चूत को सहला रहे थे।
ससुर जी मम्मी से बोले- रंजीता, तुमने कितने लोगों से चुदवाया है?
मम्मी बोली- अपने पति के अलावा अपने ननदोई जी से!
मम्मी की यह बात सुन कर मेरी हालत खराब हो गयी कि फूफा जी मम्मी को चोदते थे.
ससुर जी ने कहा- कितनी रंडी हो तुम!
मम्मी ने कहा- अब तो आपकी रंडी हूँ मैं!
ससुर जी मम्मी के निप्पल को मुँह में लेकर चूसने लगे- मम्मी… आआह… पी लो राजा जी! आआह काटो मत!
ससुर जी मम्मी से कहा- अब मेरे लंड को चूसो!
मम्मी ने ससुर जी के लंड को मुँह में ले लिया।
ससुर जी मम्मी के मुंह में धक्के लगाने लगे, मम्मी का मुँह हिल रहा था। ससुर जी अन्दर ही झड़ गये, मम्मी के होंठों से माल बहने लगा, मम्मी ने उसे पी लिया और ससुर से बोली- अब मेरी चूत भी चाट लो!
ससुर जी ने मम्मी की टांगों को फैलाया और अपने मुँह को उनकी चूत पर लगा कर चूसने लगे. मम्मी आआह… ऊईईईई… हा हाँ… चाटो… राजा जी चाटो ना!
मम्मी चिल्लाती हुई बोली- अब डालो ना!
ससुर जी ने मम्मी के ऊपर लेट गए, मम्मी ने ससुर जी के लंड को अपने हाथों से अपनी चूत पर सेट किया, बोली- फाड़ दो राजा जी!
दीदी के ससुर जी धक्के मारने लगे, मम्मी की चुचियाँ हिल रही थी, पट पट पट की आवाज आ रही थी, मम्मी आआह आआह कर रही थी, ससुर जी बीच बीच में लंड चूत से निकाल कर चूत के दाने पर रगड़ रहे थे.
ससुर धक्के लगाते हुए- कैसे लग रहा है रंजीता?
मम्मी- आआह… मजा आ रहा है!
कुछ देर में मम्मी बोली- मैं गयी!
और उनकी आँखें बंद हो गयी.
ससुर जी ने कहा- कहाँ डालूं?
मम्मी- मेरी बच्चेदानी में डाल दो!
ससुर जी ने अपना माल मम्मी की चूत में डाल दिया।
दोनों एक दूसरे को किस करने लगे.
मम्मी बोली- मैं चाय लेकर आती हूं.
वो नंगी ही किचन में चली गयी और जब वो आयी उन्होंने नाइटी पहनी हुई थी।
मम्मी ससुर जी से बोली- आपने मुझे बहुत मजा दिया है.
ससुर जी बोले- तुमने भी मुझे खुश किया है।
दो दिन ससुर जी ने मम्मी को खूब चोदा, कभी किचन में, कभी बाथरूम में… यहाँ तक दोनों साथ में नहाते थे। दीदी के ससुर जी दो महीना हमारे घर रुकने के बाद अपने घर चले गए. उसके बाद कभी अभी आने लगे।