Bhai Bahan Sex Kahani : मेरा नाम कशिश है। मैं अभी अठारह साल की लड़की हूँ। मैं हॉट और खूबसूरत हूँ मेरी चूचियाँ गोल गोल और टाइट है मैं बहुत ही ज्यादा गोरी हूँ मेरे गाल और होठ गुलाबी है। मैं डांस करती हूँ मुझे रील बनाना बहुत अच्छा लगता है। मैं रोजाना रील बनाती हूँ। मेरी कई सहेली है सबके बॉयफ्रैंड है पर मेरा कोई बॉयफ्रेंड नहीं है। मैं हमेशा से बॉयफ्रेंड बनाना चाहती थी पर मेरे लिए पढ़ाई भी बहुत जरूरी था इसलिए मैं परीक्षा पास करने के बाद बॉयफ्रेंड बनाने की सोच रही थी। जैसे ही मेरा ट्वेल्थ खत्म हुआ बोर्ड का परीक्षा दी और परीक्षा फल का इंतजार करने लगी। मेरा रिजल्ट आया मैं खुशी से झूम उठी। मेरा रिजल्ट बहुत ही अच्छा आया था मैं सबको धन्यवाद कह रही थी जिन्होंने मुझे विश किया था।
मैंने अपने भाई को फोन करके बोली कि भाई मैं बहुत ही अच्छे नंबर से पास कर गई हूं। मेरा भाई बोल मैं भगवान से प्रार्थना किया था कि तुम अच्छे से पास हो जाओ और भगवान ने मेरी सुन ली। मैं बोली तुम्हारा बहुत-बहुत धन्यवाद तो उसने कहा कि सिर्फ धन्यवाद से काम नहीं चलेगा मुझे पार्टी देनी पड़ेगी। मैंने कहा ठीक है तुम जब चाहो पार्टी ले लेना इतना कहकर मैं फोन रख दी। तभी उसका फोन फिर से आ गया और बोला मना मत करना पार्टी देने को। मैंने कहा तुम्हें जो भी चाहिए तुम्हारे लिए हाजिर है पार्टी तो बहुत छोटी चीज है। मैं यूं ही उसे कह दी थी पता नहीं यह बात आगे जाकर कितना बड़ा हो गया अब मैं बता रही हूं।
पूरा दिन तो मेरा अच्छे से निकला कई लोग घर पर आए बधाई देने के लिए। दिन भर में खुश थी खूब मिठाइयां खाई लोगों को मिठाईयां खिलाई। भाई मेरा अभी पढ़ाई करता है मेरे से 1 साल बाद है तो वह कॉलेज गया हुआ था और वह शाम को वापस आया। और जब वापस आया तो मम्मी पापा दोनों शादी में चले गए थे। मेरे रिजल्ट के लिए ही रुके हुए थे। भाई आया तो सबसे पहले उन्होंने मां पापा को फोन किया कि आप लोग चले गए फोन भी नहीं किया तो वह कह रहे थे कि नहीं मैंने फोन किया तुम्हारा फोन नहीं लग रहा था। मम्मी पापा 2 दिन के लिए शादी में गए थे हम दोनों बहन भाई ही घर पर थे।
रात को मेरा भाई मेरे लिए चिकन बनाया बियर भी लाया उसने बोला तुम अब बड़ी हो गई है ट्वेल्थ पास कर गई है तो आज पार्टी बनेगी घर में मम्मी पापा भी नहीं है। ऐसा होता है जब लड़कियां थोड़ी जवान होती है चूचियां बड़ी-बड़ी हो जाती है तब उसको जवानी का एहसास होता है और उसको लगता है। कुछ ऐसा किया जाए जिससे हॉट सेक्सी नजर आऊं। बड़ा बनने का शौक हर एक टीनेजर को होता है मेरे साथ भी ऐसा ही था।
हम दोनों भाई-बहन पार्टी मनाने लगे पहले मुझे बीयर अच्छा नहीं लग रहा था उल्टी आ रही थी पर उसने जबर्दस्ती पिलाया खुद भी पिया और हम दोनों को नशा हो गया। नशा चढ़ने ही मेरे कपड़े अस्त व्यस्त हो गए थे। मेरी चूचियां बाहर आने को बेताब थी मैं सोफे पर बदहवास लेटी थी। तभी भाई ने मुझे कहा आज तुमने कहा था तुम जो मांगोगे वह मैं दूंगी। समय आ गया है आज मैं तुमको चोदना चाहता हूं। अपने भाई के मुंह से अपने बहन के प्रति यह बात सुनकर मैं हैरान रह गई। मैंने कहा एक भाई-बहन आपस में सेक्स नहीं करते। उसने कहा क्यों नहीं करते जब तुम बाहर किसी लड़के से सेक्स कर सकती हो लड़कियां सेक्स करती है तो अपने घर में क्यों नहीं कर सकती है यह तो अच्छी बात है कि घर का माल घर में रह जाए घर में रह जाए।
मैंने उसको जवाब दिया की अच्छी बात नहीं होती है पारिवारिक रिश्तों में सेक्स नहीं होता है अगर तुम्हें सेक्स करने का इतना ही शौक है तो कोई गर्लफ्रेंड बना लो ऐसे भी मेरी सहेली सपना तुम्हें बहुत चाहती है तुम चाहो तो उसके साथ सेक्स कर सकते हो। तो उसने कहा मैं तो उसको बाद में चोदूंगा। पर तुमने सुबह मेरे से वादा किया था कि तुम जो मांगोगे वह मैं दूंगी और अब तुम मना कर रही हो. मम्मी पापा के भी घर पर नहीं है आज कोई नहीं है दो दिन हम लोग हैं। सेक्स करना किसी अच्छा नहीं लगता तुम्हें भी लगता होगा और आज तक अगर नहीं की है तो एक बार ट्राई करके देखो बहुत अच्छा लगेगा।
धीरे-धीरे मैं उसके बातों में आ गई नशे की हालत में रिश्ते नहीं दिखाई देते इसलिए हम दोनों ही एक दूसरे के करीब आ गए मेरा भाई मेरे होंठ को चूमने लगा और मेरे चूचियों पर हाथ फेरने लगा। मेरी चूचियां और निप्पल दोनों टाइट होने लगे मेरी चूत पर जैसे ही उसने हाथ रख मेरे शरीर में एक जोर का करंट लगा। और मैं उसके लैंड पर अपना हाथ रख दी। दे उसका लंड काफी मोटा और लंबा था। वह मेरे चूचियों को दबाने लगा मैं उसके लंड को सहलाने लगी। मेरे से रहा नहीं गया मैं तुरंत ही उसका पजामा खोल दी उसका ल** पकड़ कर अपने मुंह में ले ली। क्योंकि मैं बहुत पहले से ही नॉनवेज story.com पर ऐसी कहानी पढ़ी थी जहां पर भाई-बहन दोनों सेक्स करते हैं लंड चूसते हैं चूचियां दबाते हैं।
मेरा भाई मुझे उठकर बेडरूम में ले गया और लिटा दिया पलंग पर। उसने मेरे एक-एक कपड़े उतार दिए लास्ट में मैं ब्रा और पैंटी में थी उसने तुरंत ही ब्रा पैंटी को भी उतार कर फेंक दिया मैं नंगी हो गई उसके सामने। वह चूचियों पर ऐसे टूट पड़ा जैसे बरसों से प्यास हो। मेरे चूचियों को पीने लगा दबाने लगा निप्पल को अपने दांतों से काटने लगा। मैं पागल होने लगी अंगड़ाइयां लेने लगी। मेरी चूत गीली हो चुकी थी। मेरी आंखें नशीली हो गई थी हॉट अपने आप लाल हो गए थे निप्पल खड़ा हो गया था मैं दोनों पैर फैला कर चूत चाटने के लिए आमंत्रित किया उसको।
दोनों पैरों के बीच में बैठकर वहमेरी चूत को बड़े ही ध्यान से देखा फिर चाटने लगा। जैसे ही अपना जीभ उसने मेरी चूत पर लगाया मैं पागल हो गई। मैं दोनों पैर फैला दी अपने दोनों हाथों से उसके बाल पकड़ लिए और होले होले धक्के दे दे कर में अपनी चूत चटवाने लगी। उसका लंड बहुत मोटा हो गया था। मैं जल्दी से जल्दी उसके मोटे लंड को अपनी चूत के अंदर लेना चाह रही थी। मैंने कहा भाई अब बस करो मुझे खुश कर दो जो तुम्हें चाहिए ले लो। आज का गिफ्ट तेरे सामने है।
उसने अपना मोटा लंड मेरी चूत के छेद पर लगाया। और अंदर डालने की कोशिश करने लगा पर मेरी उसका लंड मेरी चूत के अंदर नहीं जा रहा था। मैं आज तक किसी के साथ सेक्स नहीं की थी आज मैं पहली बार सेक्स कर रही थी मैं वर्जन थी। करीब 5 मिनट के बाद जब मेरी चूत पानी पानी हो गया। तब जाकर उसका लंड मेरी चूत के अंदर प्रवेश किया। जब वह अंदर बाहर कर रहा था मेरे पूरे शरीर में करंट लग रहा था मैं खुद ही अपने हाथों से अपनी चूचियां मसल रही थी। जोर-जोर से धक्के देता और मेरे मुंह से हाय-हाय की आवाज निकलती।
वह मेरी चूचियों को मसलते हुए अपना लंड अंदर बाहर करने लगा। 10 मिनट के चुदाई के बाद। अपना लंड चूत से निकालकर पीछे की तरफ से मेरी गांड के अंदर घुसाने लगा। पर मुझे बहुत दर्द हो रहा था और मैं इसके लिए मना कर रही थी पर वो नहीं मान रहा था। उसने रसोई से सरसों का तेल लाया और मेरी गांड के छेद पर लगाया और घुसाने लगा फिर भी अंदर नहीं जा रहा था मुझे बहोत दर्द हो रहा था पर वो जिद कर रहा था और कह रहा था तुम मना नहीं कर सकती। और आखिरकार उसने मेरी टाइट गांड के छेद में अपना मोटा लंड घुसा ही दिया।
मुझे बहुत दर्द हो रहा था पर वो नहीं मान रहा था अंदर बाहर कर रहा था और ओह्ह्ह्हह्हह आआआआ ऊऊऊओ उफ्फफ्फ्फ़ की आवाज निकाल रहा था धीरे धीरे मेरी गांड की छेद चौड़ी हो गई थी। अब उसका लंड आसानी से अंदर बाहर जाने लगा था। अब तो मुझे गांड में भी उसका लंड अच्छा लग रहा था।
अब वो निचे आ गया और मैं ऊपर चढ़ गई। उसने अपना लंड पकड़ा और सीधा किया मैं चूत के छेद पर लंड को सेट की और पूरा नौ इंच का लंड अपने अंदर ले ली। अब उछल उछल कर खुद ही चुदवाने लगी करीब एक घंटे तक हम दोनों ही एक दूसरे को खुश करते रहे कोई रोक टोक नहीं था जो मैं चाहती थी वो करता था और जो वो चाहता था मैं करती थी। काश ऐसी चुदाई का मजा मेरे प्यार दोस्तों को यानी antarvasna.live डॉट कॉम के पाठकों को भी मिले।
हम दोनों काफी तक गए थे और मेरा भाई झड़ गया था। पर मैं अभी भी शांत नहीं हुई थी मेरा भाई जब फिर से तैयार हो गया और उसका लंड खड़ा हुआ मैं फिर से गांड से ही शुरू की थी फिर चूत। पूरी रात हम दोनों एक दूसरे के बाहों में नंगे ही सोये रहे दिन के बार बजे उठे फिर हम दोनों साथ ही नहाये वो भी नंगे बाथरूम का दरवाजा बंद करके।
दो दिनों तक मम्मी पापा नहीं आये और ये हम दोनों का ही यादगार पल बन गया कभी न भूलने वाली। मैं आशा करती हूँ भाई बहन सेक्स (Bhai Bahan Sex Kahani) आपको भी बहुत पसंद आई होगी मैं जल्द ही आपको दूसरी कहानी antarvasna.live डॉट कॉम पर लेकर आउंगी।