यह बात अभी पिछले सन्डे की है जब मैं अपनी स्कूटी की सर्विस करवाने होंडा सर्विस सेंटर गयी। मैं अपनी कंप्यूटर क्लास खत्म करके स्कूटी से नीलम पुल से जा रही थी। मैंने उस दिन ग्रे रंग की टी शर्ट पहनी हुयी थी और साथ में केप्री थी। पता नही क्यों उस दिन मेरा मन हुआ की मैंने टी शर्ट के नीचे ब्रा नही पह्न्ही थी और जब मैं स्कूटी चला रही थी तो ऊँची नीची सड़क पर मेरे बूब्स ऊपर नीचे भी होते जा रहे थे। मैंने यह भी अनुभव किया की रास्ते भर लोग मेरे बूब्स की ओर घूरते जा रहे थे। मेरे मन मी एक अलग उत्तेजना हो रहा था। मैंने देखा की एक स्कूटर पर लड़का मेरे आगे पीछे होता था और अपने स्कूटर के शीशे से मेरे को देखने की कोशिश कर रहा था ।
में सर्विस सेंटर पहुँची तो देखा की वो भी अपने स्कूटर की सर्विस करवाने आया था। उसका २० नम्बर था और मेरा १९। हम दोनों ने एक दूसरे को देखा और मैंने ही बात शुरू की.”इतना जल्दी आने पर भी १९ नम्बर आया है।” “हाँ, यह तो है!”, उसने जवाब दिया। मैंने अपने स्कूटी पर बैठ कर अपने नम्बर का वेट करने लगी। मेने देखा की वो लड़का बीच बीच में मेरे बूब्स की ओर जरूर देख लेता था। असल मी मेरा बूब्स साइज़ भी ज्यादा है, और जब ३६ बी साइज़ के बूब्स बिना ब्रा के एक कसी हुयी टी शर्ट में कसे हुये हो तो हर कोई देखेगा ही। कुछ देर बाद सर्विस सेंटर के जितने भी वोर्केर थे वो भी मेरे आस पास भटकने लगे। तब जाकर सर्विस सेंटर का इंचार्ज मेरे पास आया और मेरे से बोला ,” मैडम, क्या आप अन्दर बैठ सकती हैं..यहाँ धुप भी काफ़ी है!”।
मैं समझ गयी की इसके वोर्केर मेरे आगे पीछे ही घूम रहे हैं इसलिए यह मुझे अन्दर भेज रहा है। मैंने कहा ठीक है। मैं अन्दर आकर बैठ गयी। वहाँ कोई और नही था मैं ही अकेली थी। कुछ देर बैठी रही फिर मन बोर होने लगा। तभी देखा की वो स्कूटर वाला लड़का अन्दर आ रहा है। उसके हाथ में मेरा हेलमेट और बैग था। वो बोला, “ये आप बाहर छोड़ आए थे”। मैं उसे थैंक्स बोला और पास ही बैठने के लिए बोला। उससे बात शुरू की , पता लगा की वो एक कॉल सेंटर में टीम लीडर है, और फरीदाबाद में ही मेरे घर के पास ही रहता है। उसने मुझे कहा की “तुम्हारे कंप्यूटर के कोर्स के बाद वो मुझे नौकरी दिलवा सकता है।” मैंने देखा की बातों बातों में वो मेरे बूब्स की और जरूर देख लेता था।
मुझे उससे बात करने में बड़ा मजा आ रहा था, तभी बाहर से एक मेकेनिक ने आवाज़ लगाई की मैडम आपका नम्बर आ गया। मैं एकदम हाथ बढ़ा कर उठी और मेरा पैर कुर्सी से टकरा गया और में एक दम से गिरी और उसने लड़के ने अपने हाथ से मेरे को रोकने की कोशिश की। उसकी इस कोशिश में अचानक उसके हाथों ने मेरे बूब्स को टी शर्ट के ऊपर से थाम लिया। और ५-६ सेकंड्स के लिए मेरे उन्नत बूब्स उसके हाथों में थे, मेरे कुंवारे बदन पर किसी लड़के का पहला स्पर्श था। उसके दोनों हाथ मेरे एक एक बूब्स पर थे। मेरे हालत शरम के मारे इतनी ख़राब हो गयी थी की मेरे मुह से कुछ निकल नही पा रहा था। जब हमे अपनी हालत का अनुमान हुआ तो उसने अपने हाथ हटा लिए और सॉरी बोला। में बाहर निकली और अपने स्कूटी की कोम्प्लैंट्स बताने लगी और उसके बाद मैं स्कूटी की सर्विस स्लिप लेकर सेंटर के बाहर आ गयी।
अब मुझे ऑटो पकड़ कर घर जाना था, तभी मैंने देखा की वो लड़का अपने स्कूटर को लेकर सर्विस सेंटर से बाहर आ रहा था, पास आकर बोला,”चलिए में आपको घर छोड़ देता हूँ।” मैंने कुछ सोचा और फिर उसके पीछे बैठे गयी दोनों तरफ़ पैर कर के । अब पता नही की वो जान बूझ कर ऐसा कर रहा था की बार बार स्कूटर के ब्रेक लगने से मेरे बूब्स उसकी पीन्थ पर टकरा जा रहे थे। मुझे पहले अजीब सा लगा, पर एक दो मिनट के बाद मुझे आनंद की अनुभूति सी होने लगी और मेरे दिल की धड़कन भी भाड़ गयी थी।
मेरे निप्प्लेस ऐसे कड़े हो गए थे और उनके उभार टी शर्ट में से दिखने लगे थे। एक बार तो मन हुआ की उसको अपने सीने से लगा लूँ , एक दम कास कर….! घर से कुछ दूर पहले ही मैंने उसे रुकने को बोला। मेरे स्कूटर से उतारते हो उसने बोला…”क्या आप का नाम जान सकता हूँ…?” मैं कहा….,” जी, मेरा नाम जूही अरोरा है…! और आपका॥?”। “मेरा नाम अजय है।” उसने बोला, ” जूही जी मैं बहुत माफी चाहता हूँ..जो कुछ भी सर्विस सेंटर में हुआ…पर आपने भी बहुत ग़लत किया…आपको घर से बाहर ऐसे नही निकलना चाहिए था।”
मैंने जान बूझकर उससे पूछा,” कैसे बाहर नही निकलना चाहिए था मुझे? मैं समझी नही॥?” वो बोला,” जूही जी मेरा मतलब आपके ब्रा न पहनने से था।” उसके यह कहने बाद मुझे इनती शरम आयी की मैं उसे सिर्फ़ बाय कहा और अपने घर की ओर चल दी। उसने मुझे आवाज भी दी पर मैं उसे उन्सुना कर के घर की और कदम बड़ा दिए। घर पहुँच कर मैं सीधे टॉयलेट में गयी, और १०-१२ मिनट तक अपने बूब्स को सहलाया और हस्तमैथुन किया। उस दिन पहली बार इतनी उत्तेजना हो रही थी की क्या बातों? मेरी चूत से पानी निकले जा रहा और मैं उसके स्पर्श को अपने बूब्स पर महसूस कर रही थी। वो मेरा पहला स्पर्श था।