हेलो देसी कहानी फॅमिली कैसे हैं आप लोग, उमीद है आपको पहला पार्ट अक्चा लगा होगा, तो अब दूसरे पार्ट पे आते है.
क्षकशकश – तो कर लिए मज़े..
हम दोनो सुन्न पड़े थे और हलाक सूख गयी थी. पूरा चुदाई का मज़ा गांद मे घुस गया जब चेहरा सामने आया.
फ्लश लाइट ओं हुई और वो थी मेरी सिस नेहा.
(नेहा: जो उस टाइम 21 की थी. 21 की जवानी सर पे थी उसके अगर सीधे शब्दो मे बाटू तो सारा और नेहा मे बस इतना डिफरेन्स था के सारा का बदन भरा हुआ और चब्बी था 36 के बूब्स, 32 की कमर और 36 की गांद.)
नेहा उस टाइम डॉक्टोरी पढ़ रही थी नागपुर के एक हॉस्टिल से. और आप लोगो को तो पता ही है डॉक्टोरी पढ़ने वाली लड़कीो की गांद कैसी बड़ी हो जाती है)
नेहा- राइयन चला जेया यहा से तुझसे तो मी बाद मे नीपतुँगी.
(उसका चेहरा गुस्से मे लाल था).
मई चुप छाप वाहा से निकल के छत पर चला गया और सोचने लगा के नेहा कल घर वालो को बता देगी तो मेरी क्या हालत होगी. इसी टेन्षन मे कब सुबा हो गयी पता भी न्ही चला.
मम्मी ने मुझे आवाज़ लगाई नाश्ते के लिए जब मुझे छत से आता देखा तो पूछने लगी तू तो यहा कमरे मे सोया था उपर कैसे पोोच गया. उतने मे नेहा कमरे से बोलते हुई निकली.
नेहा- वो क्या हैईना मा आपके बेटे की गर्मी बहोट बढ़ गयी थी मतलब गर्मी होरी तो मैने उसे छत पर सोने भेज दिया, क्यू छोटे.
मे- (हड़बड़ते हुए)हा हा मम्मी.
फिर नेहा वाहा से चले गयी मई ने नाश्ता किया और सारा को ढूँदने लगा क्यू के वही बता सकती है के रात मे क्या बात हुई. तो मुझे पता चला के सारा मार्केट गयी है. मई कमरे मे चला गया और बाहर न्ही निकल रहा था कल शादी थी.
इतने मे नेहा रूम मे आई और बोली.
नेहा- अक्चा तो साहब यहा है.
(अचानक मेरे नज़दीक आई और बोली).
नेहा- शादी होने तक हसी खुशी रहले बेटा. उसके बाद मई तेरा बंद बजाती हूँ.
(और वाहा से निकल गयी)
उसकी बाते सुन के मुझे रहट भी मिली और गुस्सा भी बहोट आया उसके ढँकने से.
थोड़ी देर बाद सारा आगाई. उसने वाइट लखनवी ड्रेस पहना था जो के तोड़ा ट्रॅन्स्परेंट होता है और अंदर पेटीकोल वो सब पहेनटे है. मेरी तो आँखे उसपे ही टिकी हुई थी. उसने मुझे देखा और स्माइल दी.
मुझे समझ न्ही आया जैसा दर्र मेरे अंदर था वैसा मुझे सारा मे नज़र न्ही आया, मई और बेचैन हो गया उससे बात करने के लिए. पर मेहमआनो की भीड़ और हर कोई उसके साथ होता था मुझे मौका न्ही मिल रहा था. ऐसे ही डोपेहेर हो गयी.
मैने डोपेहेर मे मौका देख के सारा को इशारा किया. छत पर मिलने के लिए. क्यू के डोपेहेर के टाइम कोई छत पर न्ही जाता धूप की वजह से.
मई छत पर सारा का इंतेज़ार कर्राहा था वो आई और आते ही मुझपे कूद पड़ी मुझे किस करने लगी 5 मीं किस करने के बाद मुझसे अलग हुई मई बेचैनी मे पूछा.
मे – कल रात जो हुआ उसका तुम्हे कोई दर न्ही है क्या. और रात मे नेहा ने कुछ कहा तुमसे.
सारा- अरे मेरी जान तू टेन्षन क्यू लेता है मई हुंा.
मे – मतलब?
सारा – मतलब ये के पहले तो मुझे नेहा ने बोला के मुझे शरम आनी चाहिए के मेरे छोटे भाई के साथ सेक्स कार्री हो. और किया भी मेरे बाज़ू मे ही.
ये बात सुन के मेरे कान खड़े हो गये.
सारा- यही शॉक मुझे भी लगा. और उसका चेहरा गुस्से से लाल न्ही था मुझे वो उसके अंदर की जलन लगी.
मे – मतलब अगर हम उसके पता चले बिना करे तो उसे कोई प्राब्लम न्ही है.
सारा – शायद.
मे – पर वो शादी के बाद सबको बता देगी.
सारा – क्याअ(शॉक मे), उस रंडी की इतनी हिम्मत, ठीक है बताने दे उसे फिर मई भी उसके सारे राज़ खोल दूँगी.
मे – राज़.
सारा – हाँ तो क्या तुझे क्या लगता है तेरी बाहें बहोट सती सावित्री है क्या, बेटा मुझसे बड़ी चुड़क्कड़ है वो, हॉस्टिल मे अकेले क्या क्या गल खिलाए है उसने मुझे सब बातचूकी है. और तो और वो राकेश मामा से भी चुड चुकी है.
मे- क्या बात कार्री हो तुम.
सारा – हाँ बेटा तुझे क्या लगता है उसका इतना भरा बदन कैसे हुआ है. इतने केले खाएगी तभी तो होगा.
(मई उसकी बाते सुन के शॉक था).
मे -तो अब हम क्या करेंगे.
सारा – मई रात तक सोचके बताती हू,इसका कुछ ना कुछ इलाज करना पड़ेगा.
फिर हम दोनो नीचे आगाय. नीचे आते समय नेहा ने हुमको देख लिया. वो मुझे घूर रही थी पर अब जैसे मेरा दर्र ख़तम हो गया था. और इसका एहसाह उसे भी हो गया था.
फिर मई शादी के कामो मे लग गया और रात हो गयी, कल शादी थी तो आज रात कोई न्ही सोने वाला था सारा और मेरा मिलना मुश्किल हो रहा था. फिर सारा ने मुझे बोला पीछे खेत मे मिलो.
करीब 11 बाज रहे होंगे.
घर मे रस्मे चालू थी तो किसी के खेत मे होने का चान्स न्ही था.
गन्ने का खेता था. जो के बहोट घाना होता है. और रात और मौका देख के मेरा मूड बन गया था के आज फिर सारा की ठुकाई हो जाए.
जैसे ही सारा आई मई उसे लेके खेत मे घुस गया और जानवर की तरह उसपे टूट पड़ा वो भी गरम ही थी. मैने उसके कपड़े उतरने लगा तो उसने रोक दिया के कोई आ सकता है. उसने कहा लेगींस नीचे करके मारले.
मेरे दिमाग़ मे एक शैतानी ख़याल आया मैने उसे झुकाया और उसकी छूट के पास से उसकी लेगींस फाड़ दी वो घबरा गयी और चिल्लाने लगी. . .
छूतिए ये क्या किया मुझे रात मे जागना है कोई भी देख लेगा तो पागल है क्या तू!
मे- अब मुझे रोकेगी तो कुछ तो भुक्तां देना ही पड़ेगा.
वो कुछ और बोलने की जारही थी के मैने अपना लंड निकाला जो के एकदम टाइट हो चुका था एक ही झटके मे उसकी छूट मे घुसा दिया जिससे उसकी चीख निकल गयी.
सारा – अहह मदारचोड़ भद्वे बोल के तो डालता.
मे – चुप रह छीनाल बहोट बोलती है तू (और ज़ोर ज़ोर से धक्के लगाने लगा).
सारा – आ राइयन तेरे यही सब अंदाज़ तो मुझे और घायल कर देते हैरे उम्म्माहह मार गयी डोंट स्टॉप राइयन.
मैने एक हाथ उसकी कुरती मे डाल के उसके बूब्स मसालने लगा और एक से उसके बाल को पकड़ के ज़ोर ज़ोर से छोड़ने लगा आह दोस्तो इतनी जस्सी छूट तीना उसकी क्या ही बतौ.
उतनी देर मे वो एकदम लाल हो गयी थी और उसकी छूट भी.
सारा – आहह राइयन फक मे बाबयी,हाा ऐसे ही मई आने वाली हू आअहह उम्म्म्म फास्टर बाबयी..
मैने अपनी स्पीड बढ़ा दी.
अहब उउउनम्म फक फक फक ऊऊऊऊऊऊऊओ…
और हम दोनो साथ मे झाड़ गये. हुँने अपने कपड़े सही किए.
सारा – मदारचोड़ तूने तो जन्नत दिखा दी.
मे – अप्सरा तो तू है मेरी जान.
सारा – वो सब छोड़ और अब काम की बात सुन नेहा का मु बंद करने का एक ही रास्ता है.
मे – क्या?
सारा – ब्लॅकमेल करके.
मे – वो कैसे?
सारा – एक बार उसने मुझे अपने ब्फ और उसकी चुदाई दिखाई थी, अगर वो वीडियो हमे मिल जाए तो काम बन सकता है.
मे – पर वो अपना फोन लॉक रखती है और किसी को देती भी न्ही.
सारा – वही तो प्राब्लम है छोटे कैसे भी निकलवाना है.
अचानक ह्यूम कुछ आवाज़े सुनाई दी… आह फक एयेए छोड़ो और ज़ोर से.
हम दोनो बाहर निकल के झदीओ मे देखने लगे और हुँने वो देखा जिससे हम दोनो की लौटरी निकल गयी.
कों था वाहा जिससे ह्यूम फ़ायदा होता जानिए अगले पार्ट मे फीडबॅक देने के लिए
पर मैल करे या कोई सजेशन या फिर मुझसे सेक्स छत करना हो तो म्स्ग करे सेफ आंड प्राइवेट.