Bahan Bhai ki Sex Kahani in hindi, Behan ki chudai story-2
मैं समझ गई की अब वो और इंतज़ार नही कर पा रहा है वो तो बस मुझे जल्दी से जल्दी घर ले जाकर चोदना चाहता है. और मेरी तो खुशी का कोई ठिकाना ही नही था की आज मेरी चूत की बुझ जाएगी, ये तड़प रही है इसे भी आज कुछ शांति मिल जाएगी.
मैं भाई के पीछे बैठ गई और बोली की आज यहाँ कैसे तो बोला की मुझे आज जल्दी छुट्टी हो गई थी तो मैने सोचा की तुम्हे भी साथ लेता चलू. मैं कुछ नही बोली और चुप रही.
भाई ब्रेक लगाता तो मैं उसे आपने चूचियों का सपर्श देकर मस्त करती रही रास्ते मैं ताकि उसकी मुझे चोदने की खावहिश इतनी बढ़ जाए की जब मैं ना चुदबाने के लिए नखरे भी करूँ तो वो मुझे हर हाल में चोदे.
मैं चुदना चाहती थी लेकिन इस तरह की भाई सोचे की उसने मुझे चोदा है जब की असल मैं भाई को चोदने पे मजबूर मैं कर रही थी. मेरी चूत मैं ये सोच सोच कर खुजली और बाद रही थी की भाई घर जा कर मुझे ऐसे चोदेगा ऐसे मेरी चूत चाटेगा ऐसे मुझे मज़े देगा. मेरी चूत स्कूटी पे बैठे बैठे ही गीली हो रही थी. मैं पूरी तरह से तैयार थी भाई के लंड से मज़े लेने के लिए.
और फिर वो पल भी आ गया जब हम घर पहुँच गये. भाई ने स्कूटी खड़ी की और हम ने डोर ओपन किया और अंदर दाखिल हुए घर के.
मैने भाई से कहा की तुम भी कपडे चेंज कर लो और मैं भी चेंज कर लेती हु फिर मैं खाना बनाती हूँ और हम खाना खाते हैं. मैने टी शर्ट और स्कर्ट पहन लिए थे ताकि भाई को ज़यादा मुश्किल ना आए और भाई भी लोवर पहन के नीचे आ गया था.
मैं किचन मैं खाना बनाना लगी तो भाई मेरे पीछे आ गया और बोला की नेहा मुझे खाना नही खाना है तो मैने कहा की क्यू तो बोला की मुझे आज दूध पीना है मैं भाई का इशारा समझ गया, पर मैं थोड़ा मजे लेने के लिए कह दी की पहले कहता तो मैं बाजार से दूध ले के आ जाती.
लेकिन अब शाम को मैं दूध ले आउंगी तो पी लेना तो वो बोला की नही मुझे अभी दूध पीना है और वो भी फ्रेश तो मैने कहा की अभी मैं तुम्हे दूध कहाँ से पिलाऊँ तो उसने पीछे से मुझे पकड़ लिया और मेरे चूचियों को मसलते हुए बोला की मुझे ये वाला दूध पीना है अपनी बहना का ताज़ा और फ्रेश दूध पीना है उसका खड़ा लंड मेरी गांड से सटा हुआ था जो की मेरी गांड और चूत मैं खलबली मचा रहा था मेरा मन कर रहा था की भाई को बोलू की भाई वेट किस बात की है आओ पीलो दूध और ले लो आपनी बेहन की चूत लेकिन मैं नखरे दिखती हुई बोली छोडो भाई ये क्या कर रहे हो मैने नकली गुस्से से कहा मैं बेहन हूँ तुम्हारी तुम्हे शरम नही आती मुझसे ऐसी बातें करते हुए.
एक बार को तो उसने आपने हाथ पीछे खींच लिए और मुझे लगा की काम बिगड़ जाएगा लेकिन फिर से उसने मेरे चूचियों मसलने शुरू कर दिए और मेरी गर्दन पे किस करने लगा उसका पाएज्मे मैं फनफनता हुआ लंड मेरी चूत तक पहुँचने के लिए तड़प रहा था ऐसा लगता था की वो पाएज्मे समेत ही मेरी चूत मैं घुसने को तैयार था. भाई मेरे चूचियों मसल रहा था और मैं कह रही थी है भाई नही ये सब ग़लत है है मुझे छोड दो मैं बेहन हूँ तुम्हारी प्लज़्ज़्ज़्ज़ भाई ऐसा मत करो लेकिन भाई तो आपनी मस्ती मैं ही मस्त था उसने तो जैसे मेरी कोई बात सुनी ही नही थी वो तो बस मेरे चूचियों से खेल रहा था और पीछे से आपने लंड का दबाव मेरी गांड पे बड़ा रहा था.
अब मैं भी आह भाई उफ़ भाई करने लगी थी. उसने मेरा मूह आपनी तरफ किया मैने आँखें बंद की हुई थी उसने मेरे होठों पे आपने होंठ रख दिए और मेरे होठों का रस्पान करने लगा फिर उसने मुझे गोद मैं उठा लिया और मुझे मेरे रूम मैं ले गया जो की किचन के सामने ही थी और मुझे बेड पे लिटा दिया. मैं बहुत खुश थी की आज मेरी चूत की प्यास मिटने वाली है अब मेरा भाई मुझे चोदने वाला है मेरी चूत तो ख़ुशी से किलकरियाँ मार रही थी भाई के लंड का एहसास पा कर ही वो लार टपकाने लगी थी.
भाई ने मुझे बेड पे लिटा दिया और मेरे उपर आ कर मेरे होठों का रास्पान करने लगा और मेरे चूचियों को सहलाने लगा. मैं पूरी तरह मस्त होने लगी थी. फिर भाई मेरी गर्दन पे किस करने लगा मैं कहने लगी नही भाई प्लीज ये पाप है मुझे छोड़ दो प्लीज भाई ऐसा मत करो लेकिन उसने मेरी एक नही सुनी और मैं चाहती भी यही थी की वो मेरी एक ना सुने बस आज मुझे जी भर के चोदे.
अब मैं भी मस्त हो गई और मैं भी कहने लगी आ भाई बहुत अच्छा लग रहा है आहह हाईईइ बहुत मज़ा आ रहा है. ये बातें सुन के भाई की हिमत और बढ़ गई और उसने मेरी टी शर्ट उतार दी और मेरे चूचियों को देख कर पागलों की तारहे उन्हे सक करने लगा और बोला की जब से इन्हे देखा है बस इनका दूध पीने की तमन्ना थी तो मैं बोली की पी लो ना भाई मना किसने किया है जी भर के आहह हाीइ जी भर के आह आह आह जीए भर के दूध पिल लो मेरा आह आह हाईईइ आह अहहहह.
अब मैं पुरे मूड मैं आ गई थी ही सो मैने भी भाई के लंड को पाएज्मे के उपर से ही सहलाना शुरू कर दिया मेरे हाथों का सपर्श पता ही उसने एकदम ज़ोरदार झटका खाया जैसे की फूंकारा मारा हो की आअहह आ जाओ मेरी जान आज सिर्फ़ तुम्हारा ही इंतज़ार है आज तुम्हे तसल्ली से चोदना है.
फिर भाई ने मेरी स्कर्ट भी उतार दी और नीचे सिर्फ़ पेंटी ही रह गई थी.
फिर भाई ने आपने कपड़े भी उतार दिए भाई नीचे कच्छे नही पहने हुए था उसका फनफनता हुआ लंड मेरी आँखों के सामने था और ज़ोर ज़ोर से झटके खा रहा था उसे देखते ही मैने झट से उसे आपने हाथों मैं पकड़ लिया और उसे किस करने लगी भाई हैरान था ये देख कर किन उसके लंड को देख कर कैसे पागल हो रही हूँ लेकिन मैं तो मस्त थी सो आपनी मस्ती मैं ही मैने उसके लंड को आपने मूह मैं ले लिया और अंदर बाहर करने लगी मैं उसके पुरे लंड को आपने मूह मैं ले कर दोस्तों मुझे बहुत मजा आ रहा था.
उसके भाई भी सिसकने लगा था अया आह हाीइ नेहा मेरी जान आह खा जाऊओ इसे आह आह हाीइ क्या मस्त आह लंड आह आह हाीइ और मज़े से आह छुपो आपने आह भाई का लंड आह हाीइ आह ऑश आह हाई ऊहह बहुत मज़ा एयाया रहा है हाईईइ आह.
और मैने भाई के लंड को ऐसे चूसा की उसका पानी निकाल दिया और उसे पी गई.
अब भाई ने मुझे लिटा लिया और मेरी पेंटी उतार दी और मेरी चूत को सुंगते हुए बोला की अगर उस दिन तुम आपनी पेंटी नहाने के बाद ना भूलती तो शायद मैं तुम्हे कभी चोदने के बारे मैं ना सोचता क्यू की तुम्हारी चूत की खुसबू तुम्हारी पेंटी से पाकर मेरे लंड ने उसी समये फ़ैसला कर लिया था की इतनी खुशबूदार और कमसिन चूत को तो हर हाल मैं छोड़ना है और मैं मान ही मान मुस्कुरा उठी सोच कर की भाई ये तो मेरी चूत की खावहिश थी के आपके मस्त लंड से छुड़वाना है वरना आप तो सपने मैं भी मुझे चोदने का ना सोचते.
फिर भाई मेरी दोनो टाँगों के बीच मैं आ गया और उसने आपने होंठ मेरी कमसिन , चिकनी और मस्त चूत पे रख दिए उसके साँसों मैं ऐसी गर्मी थी की मेरी चूत सनसना उठी थी. भाई ने मेरी चूत को चाटना शुरू कर दिया था. वो मेरी चूत को पूरी मस्ती से चाट रहा था.
वो आपनी ज़ुबान को मेरी चूत मैं घुसाने लगा मेरी चूत तो जैसे धड़कने लगी थी आग सी लग गई थी मेरी चूत मैं मेरी चूत लंड पाने को बेचैन हो रही थी.
मैं सिसकने लगी थी आहह ह अहह हाईईईई उईईईई माआ हााअ हाईईईई आअहह ह हाईईईईई ऊफ्फ आह हाईईईई भाई आ खा जाओ आपनी बेहन की चूत को उउफ़फ्फ़ ऑश माआ हाीइ और चतो भाई इसकी आग बुझा दो जो तुमने लगाई है अहह अहह हाईईइ खा जाओ ईसीई हाईईइ ह छोड़ने मत अहह ईससीई आह ऊओह माआ हाीइ आह मेरी सिसकिओं से पूरा रूम गूँज रहा था और भाई और भी मस्ती से मेरी चूत को चाट रहा था.
वो जब आपनी जीभ घुसाता था मेरी चूत मैं तो मैं जैसे पागला सी जाती थी आ आह हाई भाई अहह भाई अहह मेरी चूत पानी छोड़ चुकी थी और भाई ने उसका टेस्ट भी किया और बोला की बहुत नमकीन चूत है नेहा तेरी और फिर शुरू हो गया मेरी चूत को चाटने के लिए.
अब उसने मेरी क्लिट को आपने होठों मैं ले लिया तो जैसे मेरी जान ही निकलने लगी थी अब मुझसे रहा नही जर आहा था मैं चिल्ला रही थी आहह हाईईइ भाईईइ ह अब आपने लंड अहह हाईईइ लंड अहह हाीइ लंड का कमाल दिखाओ ह अब लंड घुसा दो अहह हाईईइ मेरी चूत मैं ह अहाआहह हाीइ ओफफफ्फ़ ऊओ आह अब रहा नही जर आहा अब हमें चोद दो आअपनी ही प्यारी बहन को को आहह हाीइ उईईइ माआअ ऑश भाई प्ल्ज़ अब आपना लंड को डाल दो मेरी चूत मैंन्णणन् आह प्लज़्ज़्ज़्ज़ आअहह हाीइ मर गैइइ ह ह ह हाईईइ भाई प्लज़्ज़्ज़्ज़्ज़ ह
अब लंड डाल भी दो ह ऑश भाई प्लज़्ज़्ज़्ज़ मेरी सिसकियाँ सुन कर भाई को और जोश आ रहा था मेरी सारी चूत उसके मूह मैं थी वो और भी मज़े लेकर चूत को सक करने लगा और मैं मरी जा रही थी की मुझे जल्दी से लंड मिल जाए मेरी चूत की हालत बुरी हो गई थी मुझसे अब सहन नही हो रहा था आहह ह आह हाईईईई भाईईइ ना सताओ अप्प्पनी इस बेहन को ह हाईईइ प्लज़्ज़्ज़्ज़्ज़ अब नही आआहह सहहा जर आहा अहह्ा हहह आह आह है अब इसे लंड डेडॉ प्लज़्ज़्ज़ हहह आह हाीइ अब मत सातो इसे लंड के लिए आह हाीइ ऊऊहह माआ हाईईइ माआ हाीइ ह बाहियिइ प्लज़्ज़्ज़ अब दे दो अपनी बेहन की चूत को लंड आह आह हाईईइ भाई प्लज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़. लेकिन भाई मेरी क्लिट को मूह मैं ले कर सहला रहा था और पुर मज़े ले रहा थॉ ओ मुझे तडपा रहा था लंड ना देकर जैसे की मैने उसे तडपएआ था आपनी चूत दिखाकर. मेरी हालत खराब हो रही थी मेरा मान कर रहा था की बस लंड घुस जाए मेरी चूत मैं और फाड़ दे उसे और मैं बहाल सी चिल्ला रही थी आहह हाीइ भाई कुछ तो रहम करो अपनी बेहन पे आअहह मत सताओ आपनी बहन को आहह है अब डाल भी दो आपना मस्त प्यारा और मजबूत लंड आपनी बहन की चूत मैं आह भाई है मान जाओ ना भाई आह हाीइ आह ऊओ माआ ह हाीइ प्लज़्ज़्ज़्ज़ भीइ प्लज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़.
जब भाई ने देखा की अब मैं बर्दस्त नही कर पा रही हूँ तो भाई उठा और बोला की ले मेरी बहना अब तेरी इच्छा पूरी कर देता हूँ और मेरी पीठ के नीचे तकिया रखा और आपने लंड पे थोड़ा सा थूक लगाया और मेरी चूत के मुह पे लगा दिया मुझे लगा जैसे किसी ब्वहूत गरम चीज़ ने मेरी चूत को टच किया हो.
भाई ने लंड को मेरी चूत पे रख क एक धक्का मारा और आधा लंड मेरी चूत मैं समा गया मैं चिल्ला उठी है मर गई और इसी मैं भाई ने दूसरा धक्का मारा और पूरा लंड मेरी चूत के अंदर में पहुँचा दिया.
मुझे दर्द बहुत हुआ लेकिन मैं जानती थी की ये उस आनंद से पहले की शुरुआत है जो मुझे अब मेरे भाई के लंड से मिलने वाला था. भाई ने लंड को मेरी चूत मैं अंदर बाहर करना शुरू कर दिया था. मुझे बहुत आनंद आ रहा था मेरी चूत मेरे भाई के लंड को ऐसे गले मिल रही थी जैसे जन्मो की पयासी हो भाई के लंड ने मेरी चूत मैं तहलका मचा रखा था.
भाई मेरी चूचियों को भी मसल रहा था और मुझे चोद भी रहा था. मैं भी नीचे से गंद हिला हिला के भाई का साथ दे रही थी मैं पूरी मस्ती मैं थी आहह आह हाईईइ भाईईइ आह और ज़ोर से छोड़ो ह मुझे ह भाईईईईई आह भीइ हाीइ और तेज आह फाड़ दो आहह आजज्ज आपनी बहहन की आहह चूत आह हाीइ ऊहह माआ ऊफफफफ्फ़ ऊओ ह ह हाईईइ ऊऊहह माआ हाईईइ ह ओर तेज भीइ आह ह हाीइ ओर ज़ोर से ह ह भाई का जोश और बढ़ता जा रहा था उसके धक्कों की स्पीड बढ़ने लगी थी उसके लंड ने मेरी चूत को पूरा प्यार किया था बहुत मस्त चोद रहा थॉ ओ मुझे भाई का लंड मेरी चूत की वादियों मैं खो गया था मेरी चूत की दीवारों से रगड़ता हुआ वो मुझे मस्त किए जा रहा था.
भाई की स्पीड बढ़ने लगी थी मैं एक बार झड़ चुकी थी लेकिन अभी भी मन कर रहा था की लंड बाहर ना निकले मैं फिर से मस्त हो रही थी भाई की स्पीड बढ़ने लगी थी मैं फिर से सिसकने लगी थी आह आह हाई भाई और तेज और तेज आह आह ह और तेज और है फाड़ दो मेरी चूत आ फदद्ड़ आअहह दो आहह फाड़ दो फाड़ दो आह मेरी चूत को आह हाईईइ प्लज़्ज़्ज़ भाई और ज़ोर से ढके आह मरो आह आह हहह आह आह आह और भाई की स्पीड इतनी बाद गई की रूम से चुप चुप की आवाज़ आने लगी थी.
फिर कोई 20 मिंट की चुदाई के बाद हम दोनो एक साथ ही झाड़ गये मेरे मुख से ऐसे निकला की है मार गई मुझे ऐसा लगा की जैसे मेरे जिसम से जान ही निकल गई हो मुझे बहुत ही ज़यादा मज़ा आयआ था भाई के लंड ने मेरे अंदर जैसे कोई गरम लावा सा उगल दिया था उसकी पिचकारी ने मुझे बहुत मज़ा दिया था और फिर भाई मेरे उपर ही लेट गया था.
कोई 15 मिंट यू ही लेटने के बाद भाई ने आपना लंड निकालने चाहा तो मैने कहा की भाई इसे निकालो मत ऐसे ही पड़े रहो मुझे अच्छा लग रहा है. कोई 10 मिंट यू ही रहने के बाद भाई ने लंड निकाला और मेरी चूत को चाट कर साफ़ करने लगा और बोला की वा क्या नमकीन पानी है तेरी चूत का.
मैने भी भाई के लंड को चाट के साफ़ किया. फिर मैने भाई से बोला की भाई क्या आप ये मज़ा मुझे रोज दोगे तो वो तो जैसे खुशी से पागल सा हो गया और बोला की हाँ हाँ क्यू नही बहना मैं तो हर पल हर लम्हे तुम्हे चोदने को तैयार हूँ तो मैने भाई को गले से लगा लिया.
फिर मैने भाई के लंड को दुबारा से सहलाना शुरू कर दिया तो कोई 10 मिंट बाद वो फिर फनफनाने लगा वो फिर मेरी चूत की तरफ देख कर फूंकारने लगा. तो भाई बोला की नेहा ये अब तेरी चूत को हर पल चोदने को रेडी है जब चाहो इसे इशारा करो ये तुम्हे चोदेगा तो मैं बोली की भाई मेरी चूत भी तो आपकी ही है इसे जब चाहो चोद डालो. फिर तो दोस्तों हम दोनों को जब भी मस्ती चढ़ती थी हम दोनों एक दूसरे को पूरा सहयोग करते.
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