Brother Sister live in relation sex story : शीर्षक से ही आपको पता चल गया होगा यह कहानी एक भाई बहन की लिव इन रिलेशन में रहने के दौरान बहन गर्भवती हो जाती है। लिव इन रिलेशन तो आपने सुना ही होगा पर यह नहीं सुना होगा कि लिव इन रिलेशन में एक बहन भाई भी एक साथ रहते हैं। पर जब मजबूरी आ जाती है तो सब कुछ जायज होता है। मैं अपनी बहन के साथ लिव इन रिलेशन में कैसे रहा यही कहानी आपको नॉनवेज स्टोरी पर सुनाने जा रहा हूं। यह मेरी पहली कहानी है इस वेबसाइट पर, इस वेबसाइट का मैं बहुत बड़ा फैन हूं रोजाना कर जहां पर सेक्स कहानियां पढ़ता हूं। सबसे ज्यादा हॉट और सेक्सी जो कहानी हमको लगते हैं वह है भाई बहन की सेक्स कहानी इसलिए मैं आप सभी पाठकों के लिए अपने सेक्स कहानी लेकर आया हूं उम्मीद करता हूं मेरी लिव इन रिलेशन में रहने के दौरान अपने बहन के साथ हुए सेक्स के बारे में आपको बताऊंगा इसमें।
मेरा नाम मोहित है मेरी बहन का नाम रेखा है हम दोनों उत्तराखंड के रहने वाले हैं। पहाड़ों में भूस्खलन आने के कारण मेरे मम्मी पापा का देहांत हो गया इसलिए मैं और मेरी बहन दोनों दिल्ली आ गए और जामिया नगर में एक किराए के कमरे में रहने लगे। पहले हम दोनों को कोई कमरा नहीं दे रहा था इस वजह से हम दोनों ने खुद को पति पत्नी बताया तो कमरा हमें आसानी से मिल गया। जब हम भाई बहन बता रहे थे और कमरा ढूंढ रहे थे तो हम दोनों को किसी ने कमरा नहीं दिया इस वजह से हमें खुद को भाई और बहन बताना पड़ा था कि कमरा मिल सके।
हम दोनों ने यहां पर एक कंपनी में काम कर लिया और रोजी-रोटी अच्छे से कमाने लगे खाने लगे हमें अब किसी चीज की चिंता नहीं थी। हम दोनों को अच्छी नौकरी लग गई थी तो तनखा भी अच्छी थी अब हम दोनों की जिंदगी बहुत अच्छे तरीके से गुजर रही थी। मेरे से मेरी बहन 2 साल छोटी है मैं उसे 2 साल बड़ा हूं। अब आप लोगों को लग रहा होगा कि हम दोनों के बीच में सेक्स संबंध क्यों बन गया। इसमें मेरी बहन का दोष है मेरा दोष नहीं है। मेरी बहन एक लड़के के चक्कर में पड़ गई थी उसे वह प्यार करने लगे पर मैं नहीं चाहता था कि मेरी बहन किसी ऐरे गैरे से फंस जाए और फिर जिंदगी बर्बाद हो जाए।
आपको पता है आए दिन रोजाना टीवी में इंटरनेट पर सोशल मीडिया पर बातें फैलती है यह उसको लेकर भाग गया कि उसको लेकर भाग गया तो मुझे डर लगता था कि मेरी बहन को कोई लेकर भाग ना जाए। आजकल सब लोग अपना काम निकालते हैं फिर छोड़ देते हैं। मुझे लगा कर अपनी बहन को मैं वह सारी खुशियां कर दे देता हूं तो शायद वह बाहर कुछ ऐसा कदम ना उठाएं। इस वजह से मैंने उसके साथ बात किया कि देखो बहन जमाना खराब है। आजकल किसी पर विश्वास करने लायक नहीं है इसलिए तुम यहां पर जॉब कर रही हो पैसे हम दोनों मिलकर जमा करते हैं फिर उत्तराखंड जाकर हम लोग वहां मकान बनाएंगे हम दोनों फिर शादी करेंगे इस बीच में तुम कुछ ऐसा मत करो जिससे मेरी भी लाइफ खत्म हो जाए और तुम्हारी भी लाइफ खत्म हो जाए।
मेरी बहन को मेरी बात सही लगी और उसने कसम खाया कि हम आगे ऐसा कुछ नहीं करेंगे जिससे हम दोनों की जिंदगी बर्बाद हो जाए। हम दोनों खुशी-खुशी रहने लगे हम लोग बाहर निकलते थे तो बाहर वाले लोग जो गली के लोग थे कहते थे कि क्या बात है कब खुशखबरी सुनाओ गे। हम दोनों को लगता था कि वह लोग बच्चा कह रहे हैं करने के लिए। पर हम दोनों के बीच में ऐसा कुछ था नहीं और एक बहन भाई के बीच में ऐसा होना भी नहीं चाहिए। पर वक्त बदला और सब कुछ बदल गया।
1 दिन की बात है हम दोनों काफी ज्यादा भावुक हो गए थे मम्मी पापा को याद करके तो हमने अपनी बहन को गले लगा लिया उसके पीठ को सहला दिया। वह मुझे पकड़ कर रोने लगी मास्को चुप करवाने लगा। पर पता नहीं दोस्तों उस समय क्या हुआ हम दोनों ही बहक गए अपने भावनाओं में। और हम दोनों ने एक दूसरे को चूमना शुरू कर दिया धीरे-धीरे करके हम दोनों एक दूसरे के जिस्म के साथ भी खेलने लगे। ना मेरे से रहा गया ना उसे रहा गया। हम दोनों ने एक दूसरे को चूमना शुरू कर दिया। चुनते चुनते मेरा हाथ कब उसके बूब्स पर जा पड़ा पता ही नहीं चला और मैं उसके बूब्स को दबाने लगा।
धीरे-धीरे हम दोनों ने एक दूसरे के कपड़े उतार दिए वह मुझे चूम रहे थे मैं उसको चूम रहा था उनके चुचियों को मैं मसल रहा था। इतने में ही मेरी बहन काफी ज्यादा कामुक हो गई उसने मेरा लंड पकड़ लिया और खुद मुंह में लेकर मेरे लंड को चूसने लगी। मैं भी उसके होंठ को चूस रहा था अपना जी उसके मुंह में दे रहा था। हम दोनों ही काफी ज्यादा बहक गए थे कामुक हो गए थे। तुरंत ही उनके दोनों टांगों को मैं अलग अलग करके उसकी चूत को चोदना शुरू कर दिया। उसकी चूत से गर्म गर्म पानी निकल रहा था और सफेद सफेद झाग निकल रहा था।
जैसे ही मैंने अपना जीव लगाया था उसकी चूत पर वह तो और भी ज्यादा पागल हो गई अंगड़ाइयां लेने लगी। उसने मुझे अपना सब कुछ सौप दिया। मेरी बहन बोली कि बस इसी चीज की कमी थी नहीं तो बाहर कोई मतलब नहीं था जाने का आज मुझे वह भी मिल जाएगा तो मुझे बाहर देखने की जरूरत ही नहीं है। मैं समझ गया मेरी बहन को सेक्स चाहिए था इस वजह से वह लड़की ढूंढ रहे थे बाहर। मुझे लगा चलो सही बात है घर की बात घर में ही रह जाए तो अच्छी बात है बाहर पता नहीं क्या होगा।
उसने अपनी दोनों टांगें फैला दी मैंने अपना लंड निकाला और उसके चूत के छेद के बीच में लगाया और जोर से घुसा दिया। मेरा 9 इंच का लैंड उसके अंदर समा गया। उसकी चुचियों को मसल मसल कर दिया था। और जोर जोर से धक्के देकर मैं उसको चोद रहा था। मेरी बहन सेक्सी आवाज निकाल रही थी और मैं जोर-जोर से उसको चोद रहा था। फिर मैं नीचे लेट गया मेरी बहन ऊपर आ गई मेरा लंड पकड़ कर अपने चूत के छेद पर लगा कर बैठ गई। मेरा पूरा लंड उसकी चूत में फिर से आ गया। अब मैं नीचे से धक्के देता हूं वह पूछ रही थी।
फिर वह कुत्तिया बन गई मैं गांड के पीछे से भी उसको खूब चोदा। पूरी रात करीब 6 बार मैं उसके साथ सेक्स किया था। उस दिन के बाद से हम दोनों एक साथ सोने लगे और पति-पत्नी की तरह रहने लगे। रोजाना प्रिकॉशन भी हम लोग यूज़ करते थे पर 1 दिन गलती हो गई हमने प्रिकॉशन यूज नहीं किया और उसी दिन कि गलती के कारण वह प्रेग्नेंट हो गई। 2 महीने की प्रेगनेंसी जब हो गई तो हम दोनों जामिया नगर में ही एक हॉस्पिटल में जाकर अबॉर्शन करवाया।
उस दिन के बाद से हमने डिसाइड किया कि यह गलत बात है और हम दोनों ने उस दिन के बाद सेक्स नहीं किया। हम दोनों साथ सोते हैं साथ रहते हैं साथ खाते हैं साथ काम आते हैं पर हम लोग सेक्स नहीं करते छोटी मोटी जरूरत जो होती है चूम लेना चूचियां दबा देना गांड में उंगली कर लेना यह सब होता है। पर कल फिर से भावना में बह गए और कल फिर चुदाई हम दोनों के बीच में हो गई। अब पता नहीं ना मैं उसको छोड़ पा रहा हूं ना वह मुझे छोड़ पा रही है हम दोनों कि जब अंतर्वासना जाग जाती है तो एक दूसरे को खुश करने की कोशिश करने लगते हैं। मैं दूसरी कहानी भी जल्द ही नॉनवेज स्टोरी पर लिखने वाला हूं तब तक आप सभी दोस्तों को मेरा प्यार भरा नमस्कार।