Bhabhi ki gulabi chut ko choda
दोस्तों ये मेरी पहली सच्ची कहानी है हिंदी सेक्स स्टोरी (hindi sex story) में उम्मीद है आपको पसंद आएगी पसंद आये या ना आये कमेंट ज़रूर करीयेगा चलिए अब मेरी रियल स्टोरी आपको सुनाता हूँ.
आज से ६ महींना पहले मेरी बीबी का बहार घूमने का प्रोग्राम हुआ अपनी चार सहेलीओं के साथ मुझे टिकट कन्फर्म करने को बोली मैने चार टिकट करवा दिए फिर कुछ दिन बाद बीवी ने कहा की एक और सहेली को टिकट चाहिए साथमे चलना है मैने कहा अब तो मुश्किल है मिलना में ट्राई करता हूँ.
मैं यहाँ पर भाभी का नाम दीपा रखता हूँ मैने दीपा भाभी की टिकट वैटिंग में लेली बीवी को कहा करवा दूंगा ट्रैन में जाने से पहले मैने टिकट करवा दी दीपा भाभी की बीबी ने कहा उनके घर टिकट दे आओ में टिकट लेके भाभी को देने उनके घर गया डोर बेल बजाई और दरवाजा खुला तो एक सिंपल सी लेकिन हुस्न की धनी एक लेडी थी हल्का सा स्माइल देकर उसने कहा अंदर आईये में अंदर बैठा हॉल में सोफे पर बैठ गया..
भाभी ने मधुर धीमी अव्वाज़ में कहा कुछ चाय ठंडा लाऊँ मैने मना कर दिया तो वो पानी का गिलास ट्रे में लायी मैने पिया और कहा भाभीजी ये आपकी आज रात की ट्रैन की टिकट है इतना सुनते ही भाभी खुश हुई बोली बहोत बहोत थैंक्यू भैया मैने कहा भाभी आप मुझे भैया मत कहो और कोई भी रिश्ता चलेगा..
ये सुनकर भाभी थोड़ा सोचने लगी फिर बोली ओके आगे से भैया नहीं बुलाऊंगी दोस्तों हिंदी सेक्स स्टोरी पर आपको लिखते ख़ुशी हो रही है की भाभी ने मेरी बात मान ली में तो डर गया था कही बुरा न मान जाये क्यूंकि बीवी ने बताया था दीपा भाभी का हस्बैंड कैंसर में दो साल पहले गुज़र गया था खेर में टिकट देकर भाभी का मोबाइल नंबर लेकर घर आया और व्हाट्स अप पर भाभी को कन्फर्म बर्थ भेज दिए बदले में उसने थैंक्यू लिखा और उसदिन मेरी बीवी चार सहेलीओं के सेहत टूर पर चली गयी.
कुछ दिन बाद सब लोग टूर से वापस आये तो मैने दीपा भाभी को मेसेजेस भेजा शरू किआ जैसे गुड मॉर्निंग, भगवान के सन्देश आदि ऐसा करते करते हमारी दोस्ती हो गयी अब रात देर तक व्हाट्स अप पर बातें होती. भाभी ने रोकर सारी अप बीती बताई कैसे हस्बैंड गुज़र गए में अकेली हो गई हूँ वगैरह एक दिन भाभी ने मैसेजे किआ की मेरी AC ख़राब है कोई हो तो बताओ मैने कहा आज शामको आता हूँ और में भाभी घर शामको पंहुचा बेल बजाई दीपा भाभी ने ही दरवाजा खोला में देखता ही रह गया सच दोस्तों भाभी गुलाबी रंग का गाउन पहने खड़ी थी..
अब आपको सबसे पहले दीपा भाभी के बारे में बताऊँ भाभी का कद ५.८ फुट रंग गोरा बदन गठीला उम्र ४२ साल आँखे गोल बादाम आकर की सूंदर बहुत ही कामुक आँखें आईब्रोस कमान से तीखे गोल मटोल सेक्सी चेहरा रसीले होंठ इस उम्र भी भाभी के होंठ गुलाबी कलर के पतले रसीले होंठ बदन उफ़ क्या बोलू गदराया गर्दन सूंदर गोरी सुराही दार गोल लेकिन लम्बी गर्दन फिगर करीब ४२ ३८ ३८ आप इससे अंदाज़ा लगा सकते हैं तीखे वक्ष बड़े बड़े, कमर कसम से चलने पर लचकती थी और हिप्स गाउन में भी एकदम तंदुरस्त और गोल गोल टाइट हिप्स चलने पर दोनों ऊपर निचे होते थे .
गाउन में भाभी एकदम कामुक और गढीले बदन की मालकिन थी और भीनी भीनी सुगंध आ रही थी दूर से भी शायद कोई अच्छा परफ्यूम लगाया था मेरा तो दिमाग ही काम नै करता था कुछ पल भाभी का बदन ऊपर से निचे देखता ही रहा फिर नार्मल होकर स्माइल देकर अंदर हॉल में बैठा भाभी अंदर चली गयी ५ मिनट बाद चाय बिस्किट ट्रे में लायी मुझे पता ही नई चला झट से सब ले आयी और मेरे सामने वाले सोफे पे बैठ गयी मैने चाय पी फिर बातें करने लगे मेरी नज़र भाभी के गोर चेहरे और बदन से बार बार टकरा रही थी और मेरे अंदर में एक बेचैनी भर गयी थोड़ा मेरा लिंग कड़क भी हो गया…
दोस्तों सच में भाभी जब चाय पी रही थी तो गोरी गर्दन से स्पष्ट निचे जाती दिखाई देती थी, खेर मैने कहा भाभी ऐसी बताओ तो अपने बैडरूम में ले गयी में देखता ही रह गया किसी फाइव स्टार से काम न था बैडरूम शाम का टाइम था हलकी ब्लू लाइट जल रही थी गोल पलंग पर सफ़ेद बेडशीट और गोल तकिये मरून कलर के बग़ल में बेड के दोनों तरफ ताजे गुलाब के गुलदस्ते रखे थे जिसकी खुशबु से माहौल और भी मादक हो गया था .
भाभी ने लाइट जलाई और मैने एक देखा तो उसका फ्यूज गया था मैने फ्यूज बदला और ऐसी चालू करदी .भाही बहोत खुश हुई और हसने से उसके मोती जैसे दाँत दोनों पतले होंठो से बहार बहुत कामुक लग रहे थे दाँत भी बिलकुल सलीके से कुदरत बनाये थे एकदम सीधे सफ़ेद मेरा मन करता था भाभी के दांतों पर ही किस कर दूँ पर मज़बूर था फिर जैसे ही में स्टूल से निचे उतरा तो थोड़ा फिसला और पीछे खड़ी भाभी से टकराया मेरी दोनों कोहनी भाभी के सुडोल कड़क स्तन से टकराई भाभी में मुझे संभाल लिया वरना में गिर जाता मैने सॉरी बोला” भाभी पैर फिसला था सॉरी ”
भाभी कहा कोई बात नहीं और मुस्करा दी .
मेरे बदन में जैसे बिजली का करंट लगा ४४० वाल्ट का इतने में अचानक बिजली चली गई तो भाभी डर गई और जोरसे मुझसे लिपट गई बोली मनोज मुझे अँधेरे से डर लगता है.. बहोत मैने कहा भाभी शांत हो जाओ में आपके साथ हूँ ना और भाभी का गदराया खुशबूदार बदन मेरे बदन से चिपका था और में मदहोश हुआजा रथा था भाभी के बड़े बड़े उरोज़ मेरी छाती से चिपके था उनका कड़क पन में स्पस्ट महसूस कर रहा था मैने भाभी के सिर पर हाथ फेरा और धीरे धीरे उनके खुशबूदार सूंदर मुलायम बालों में अपनी उंगलियां फेरने लगा भाभी के बालों से बहोत भीनी भीनी शैम्पू की सुगंध आ रही थी जो मुझे और मदहोश बना रही थी .
अब भाभी भी थोड़ा शांत हुई और मुझसे ज़ोर से लिपट गई में जान भुजकर अँधेरा रखना चाहता था ताकि भाभी के मदमस्त बदन का रसपान कर सकूँ भाभी के गदराये बदन से सेक्सी महक आ रही थी में पूरा लाभ ले रहा था अब मेरी भी हिम्मत खुली और मैने कसके भाभी को अपनी बाँहों में भर लिया और उनके बालों में चुम्बन करने लगा दोनों के बदन अब आग लगी थी क्यूंकि भाभी को २ साल से किसी मर्द का स्वाद नहीं मिला था तो वो मचल उठी और ज़ोर ज़ोर से आहें भरने लगी अब उसकी गरम सांसे मेरी गरम सांसो से टकरा रहित ही दोनों मदहोश हुए जा रहे थे मैने अब झटसे से भाभी का गोल मटोल सूंदर चेहरा दोनों हाथो में लिया और पागलों के तरह चूमने लगा गालों पै नाक पै आँखों कानो सुराही दार गले पै चुम्बन पै चुम्बन जड़ दिए अब भाभी भी गरम हो चुकी थी वो भी मुझे पागलों की तरह चूमने छटने लगी .
मैने दोनों हाथ गाउन के गले में दाल दिए ओफ़्फ़्फ़ दोस्तों क्या बोलूं में दो बड़े कबूतर गदराये सुडोल वक्ष मेरे दोने हाथों में थे ब्रा के अंदर हाथ दाल दिए इस उम्र में भी इतने कड़क सुडोल बूब्स मैने कम देखे थे अब मैने भाभी के रसीले गुलाबी होंठ चूसने शरू किये मस्त लिप्स का टेस्ट था भाभी भी मेरे होंठो को चूसने लगी और अपनी अपनी रसदार रसीली जिब मेरे मुँह के अंदर दाल थी और में स्वीट टेस्टी जिब का रस पीने लगा दोनों मदहोश हो चुके थे लम्बी लम्बी सांसे भरने लगे दूसरी तरफ मेरे हाथ उनकी टाइट ब्रा के अंदर थे और अब मेने निप्पल धीरे धीरे मसलने शरू कर दिए भाभी के मुँह से अजीब आवाज़ निकलने लगी ऊऊऊह्ह्हह्ह्ह्ह आअह्ह्हआआ .
अब मेने गाउन ऊपर करके सीधे मस्त सुडौल भरावदार हिप्स पर रख दबाने लगा क्या माहौल था दोस्तों एकदम नरम स्किन गदराये से हिप्स बड़े बड़े ३८ साइज के गोल मटोल फिर मेने पैंटी में पीछे से हाथ अंदर दाल दिए पैंटी बहोत टाइट थी हाथ मुश्किल से अंदर गए और भाभी के गरम नरम हिप्स दबा रहा था और वोह आंखे बंद किये सिसकारियां ले रही थी मेने पूरा गाउन उतार दिआ अब सिर्फ वोह पर्पल रंग की ब्रा पेंटी में थी गज़ब का भरा भरा गदराया बदन था उरोज ब्रा से बड़े होने के कारन आधे से अधिक बाहर थे अब भाभी ने भी मेरी टीशर्ट उतारदी जीन्स भी उतार दी में अब सिर्फ बॉक्सर में था मेरा लिंग कड़क था ६ इंच का बॉक्सर में तना हुआ था..
उसने मेरे लिंग को पकड़ा और प्यार से सहलाने लगी तुरंत मेरे बॉक्सर के अंदर हाथ डालकर मेरे ६ इंच कड़क लिंग को हाथ से मसलने लगी में बदन में आग लगी थी मेने जट से ब्रा उतर दी तो दो सुडौल फिट गोल गोल बूब्स बहार तनी निप्पल के साथ खड़े थे मेने झट से एक बूब मेरे मुँह में लिया और चूसने लगा भाभी ज़ोर ज़ोर से आहे भरने लगी और मेरा बॉक्सर उतार दिया मेरे लिंग से खेलने लगी .
इतने बड़े बूब्स थे की मेरे मुँह में समां नहीं रहे थे फिर मेने कड़क हो चुकी छोटी गुलाबी निप्पल की पीना शरू किआ तो भाभी मचल उठी uuuiiiiiiiiiiii मम्माआआ…
उसके मुँह से निकला और एक हाथ मेरा निचे पैंटी पर चला गया तो पैंटी थोड़ी गीली थी… में समज गया भाभी झड चुकी है मेने झट से पैंटी भी उतर दी और चुत पे हाथ फेरने लगा थोड़ी चुत भी गीली थी अब हम दोनों एकदम मस्त हो चुके थे चरम सुख मिल रहा था भाभी ने मेरा लिंग कसकर पकड़ लिया ज़ोर से हिलाने लगी अब दोनों एकदम लगे थे.
एक दूसरे से लिपटे दोनों के बदन गरम हो चुके थे मुझे भाभी के बदन की सुगंध और मचला रही थी..
में धीरे धीरे बूब्स पीते पेट पर किस करना लगा चूमते हुए उन्नत नाभि तक और फिर सीधे चुत पै किस की सहर उठी भाभी बोली मर गयी में और मेने अपनी जिब गीली चुत में डाल दी और चूसने लगा अब भाभी से रहा नई गया मुँह हटाकर खुद निचे आयी मेरी छाती चूमते निचे मेरे लिंग पर किस की में तो सिहर उठा ‘ओह्होऊ भाभी मार दोगी क्या’ और मेरा लिंग मुँह में लेकर चूसने लगी मेरा सुपारा चाटने लगी तो थोड़ी रौशनी में मेरा सुपर गुलाबी सा चमक रहता था..
लगातार चूसे जा रा थी फिर अंदर बहार लिंग मुँह से करने लगी में झड़ने वाला था तुरंत भाभी को दूर किआ और उसकी चुत चाटने लगा जैसे मुझे टाइम मिला.
में सीधा पलंग पर ले गया और ऊपर चढ़कर उन्मुक्त बूब्स पीने लगा निप्पल चूसने लगा जीब से पुरे दोनों बूब्स को चाटने लगा सच में अलग स्वाद था अब भाभी ने खिंच केर मुझे बाँहों में भर लिया टंगे छोड़ी कर दी मेनै कमर से पकड़कर अपना कड़क तना हुआ लिंग चुत पर रखा और अंदर डालने लगा लेकिन चुत बहोत टाइट था कंयुकि भाभी ने २ साल से सेक्स नई किआ था फिर मेने थूक लगाई लिंग पर और धीरे धीरे अंदर डालने लग भाभी उउइइइइ मर गयीईइ मा अंतिम झटका देकर पूरा लिंग ग़ुस्सा दिए छटपटा उठी भाभी आए मार दिया..
कुछ सेकंड बाद उससे मज़ा आने लग्गा अब मेने स्पीड बाद दी घपहप की ाववज़े आने लगी चुदाई की चुत अंदर से बिलकुल गीली थी मेरे लिंग के लिए क्रीम का काम किआ वोह झड चुकी थी मेने अब ज़ोर ज़ोर से झटके देने शरू, किये और करीब ५ मिनट बाद मेने पूरा अपना गरम लावा चुत में छोड़ दिया भाभी की भी चुत का पानी और मेरा पानी मिलकर एक गरम अहसास दे रहे थे अब में भाभी के ऊपर पड़ा रहा १० मिनट तक दोनों थक गए थे और में बालों में हाथ भी फेर रहा था बूब्स पै गलों पै गुलाबी होठों पै.
फिर दोनों उठे बैडरूम में ही वाश रूम था दोनों फ्रेश हुए भाभी ने गाउन पहना में त्यार हुआ और हॉल में आये एक जोदार चुंबन भाभी के रसीले होठों पे दिए तो मेरी जीब को चूसने लगी बोली बहोत टेस्ट है आपके अंदर फिर कभी आओगे मेने कहा भाभी रोज़ तो नहीं क्यूंकि आप विधवा हो बच्चे है ससुर है समाज भी है तो कभी कभी मिलेंगे और खूब मस्ती करेंगे ऐसा कहकर में बहार आया और घर आकर रात को सोया तो भाभी के साथ बिताये अनमोल पल याद आ रहे थे कब आँख लगी पता ही नहीं चला .
तो दोस्तों ये थी मेरी रियल विधवा के साथ सेक्स स्टोरी, मेँ जो भी स्टोरी लिखूंगा रियल ही लिखूंगा मेरा वादा है, बस आपका प्यार होना चिहिए अगर पसंद आये तो और न आये तोभी आप अपनी राय ज़रूर दीजियेगा ताकि में मेरी अगली रियल कहानी अच्छी तरह से लिख सकू..