Devar Bhabhi Gaand Chudai Sex Kahani : मेरा नाम राहुल है, और मैं 26 साल का एक जवान, चुदास भरा लड़का हूँ। मेरा लंबा, गठीला बदन और 8 इंच का मोटा लंड किसी भी औरत की चूत में आग लगा सकता है। मेरी भाभी, सीमा, 30 साल की एक चुदास भरी माल है। उसका गोरा, भरा हुआ बदन, बड़ी-बड़ी चूचियाँ, गोल गांड, और पतली कमर मेरे लंड को हर बार तड़पाती थी। सीमा भाभी के रसीले होंठ और गीली चूत मेरे सपनों में चुदाई का न्योता देती थी। ये कहानी उस रात की है, जब मैंने भाभी की चूत और गांड को जमकर चोदा, और उनकी सिसकारियाँ पूरे घर में गूँज उठीं।
कल रात की बात है। मेरा भाई, अजय, अपने ऑफिस के काम से दो दिन के लिए मुंबई गया था। घर पर सिर्फ मैं, सीमा भाभी, और एक उन्मादी चुदास थी। भाभी ने एक टाइट, गुलाबी नाइटी पहनी थी, जो उनके चूचियों और गांड के उभारों को पूरी तरह उजागर कर रही थी। नाइटी इतनी पतली थी कि उनके निप्पल साफ दिख रहे थे, और उनकी नंगी जाँघें चमक रही थीं। मैंने कई बार भाभी को अपनी चूचियों और गांड को घूरते हुए पकड़ा था, और उनकी आँखों में मेरे लंड के लिए एक जंगली प्यास थी। मेरी चूत में चुदाई की आग सुलग रही थी।
रात के 10 बजे थे। भाभी ने मुझे खाना परोसा, और जानबूझकर अपनी नाइटी का गला हल्का सा नीचे सरकाया, ताकि उनके भरे हुए चूचे और गहरी रेखा दिखे। मेरी नजर उनके चूचियों पर अटक गई, और मेरी पैंट में मेरा लंड तन गया। भाभी की नजर मेरे लंड के उभार पर पड़ी, और उनके रसीले होंठ काँपने लगे। मेरी चूत गीली होने लगी थी।
“राहुल, तुम आज कुछ ज्यादा ही गर्म लग रहे हो,” भाभी ने फुसफुसाया, उनकी आवाज में एक मादक, चुदास भरी तड़प थी।
“भाभी, आपकी चूचियाँ और गांड मेरे लंड को बेकरार कर रही हैं,” मैंने शरारत से कहा, और अपनी पैंट के ऊपर से अपने लंड को सहलाया। भाभी का चेहरा गुलाबी हो गया, और उनकी चूत में एक गीली सिहरन दौड़ गई।
वह मेरे करीब आईं, और उनकी गर्म साँसें मेरे चेहरे को छूने लगीं। “राहुल, मैं तुम्हारे लंड से अपनी चूत और गांड चुदवाना चाहती हूँ,” उन्होंने गुर्राते हुए कहा, और उनकी उंगलियाँ मेरी टी-शर्ट के ऊपर से मेरी छाती को सहलाने लगीं। मेरी सिसकारी निकल गई, और मैंने उनकी नाइटी के ऊपर से उनकी चूचियों को जोर से दबा दिया। भाभी की सिसकारी कमरे में गूँज उठी, और मैंने उनकी नाइटी को फाड़कर उतार दिया।
भाभी की बड़ी, नंगी चूचियाँ मेरे सामने उछल पड़ीं। उनके निप्पल सख्त और गुलाबी थे, और उनकी गोरी त्वचा चमक रही थी। मैंने उनके एक चूचे को मुँह में लिया और जोर-जोर से चूसने लगा, जबकि मेरी उंगलियाँ उनके दूसरे चूचे के निप्पल को मसल रही थीं। भाभी की चूत उनकी पैंटी में गीली हो रही थी, और वह सिसकारियाँ ले रही थीं। मैंने उनकी पैंटी उतार दी, और उनकी चिकनी, गीली चूत मेरे सामने नंगी थी। उनकी गोल गांड चमक रही थी, और उनका चूत का रस उनकी जाँघों पर टपक रहा था।
“राहुल… मेरी चूत को चाटो… मेरी गांड को चोदो,” भाभी ने मादहोश होकर कहा। मैंने उनकी चूत को अपनी जीभ से चाटना शुरू किया, और उनकी सिसकारियाँ और तेज हो गईं। मेरी जीभ उनकी चूत के दाने को चूस रही थी, और मैंने उनकी गांड के छेद को अपनी उंगली से सहलाया। भाभी की चूत से रस टपक रहा था, और वह अपनी गांड को हिलाकर मेरे मुँह को अपनी चूत में और गहरा दबा रही थीं। मैंने उनकी चूचियों को मसला, और उनकी गांड को थप्पड़ मारे। भाभी चुदास में चीख रही थीं।
मैंने अपनी टी-शर्ट, पैंट, और अंडरवियर उतार दिया, और मेरा 8 इंच का मोटा, तना हुआ लंड भाभी के सामने था। उनकी आँखें चमक उठीं, और उन्होंने मेरे लंड को अपने रसीले होंठों में लिया। वह मेरे लंड को गहराई तक चूस रही थीं, और उनकी जीभ मेरे लंड की नसों को चाट रही थी। मैं सिसकारियाँ ले रहा था, और मैंने उनके बाल पकड़कर उनका मुँह अपने लंड पर और जोर से दबाया। भाभी की चूत और गीली हो रही थी, और वह चुदाई के लिए तड़प रही थीं।
“भाभी, मैं तुम्हारी चूत और गांड चोदना चाहता हूँ,” मैंने गुर्राते हुए कहा, और उन्हें बिस्तर पर लिटा दिया। मैंने उनकी जाँघें चौड़ी कीं, और मेरा मोटा लंड उनकी गीली चूत में डाल दिया। भाभी चीख पड़ीं, लेकिन दर्द जल्दी ही मादक सुख में बदल गया। मैं जोर-जोर से धक्के मारने लगा, और उनकी चूचियाँ हर धक्के के साथ उछल रही थीं। भाभी अपनी गांड को हिलाकर मेरा लंड और गहरा ले रही थीं, और उनकी सिसकारियाँ पूरे कमरे में गूँज रही थीं।
“राहुल… मेरी चूत को फाड़ दो… और जोर से चोदो,” भाभी ने चुदास में चीखते हुए कहा। मैंने उनकी चूचियों को मसला, उनके निप्पलों को चूसा, और उनकी चूत को अपने लंड से रगड़ने लगा। उनकी चूत से रस टपक रहा था, और मेरा लंड उनकी चूत की गहराई तक जा रहा था। मैंने उनकी गांड को थप्पड़ मारे, और उनकी सिसकारियाँ और तेज हो गईं।
मैंने भाभी को घोड़ी बनाया, और उनकी गोल गांड को थप्पड़ मारते हुए अपना लंड उनकी चूत में फिर से डाल दिया। मेरा लंड उनकी चूत को चीर रहा था, और भाभी चुदास में चीख रही थीं। मैंने उनकी गांड के छेद को अपनी उंगली से सहलाया, और फिर धीरे-धीरे अपना लंड उनकी गांड में डाल दिया। भाभी दर्द और सुख में चीख पड़ीं, लेकिन जल्दी ही उनकी गांड मेरे लंड को गले लगाने लगी। मैं उनकी गांड को जमकर चोद रहा था, और उनकी चूचियाँ हवा में उछल रही थीं। मैंने उनकी गांड को थप्पड़ मारे, और उनकी चूत से रस टपकता रहा।
“राहुल… मेरी गांड को और चोदो… मेरी चूत को अपने वीर्य से भर दो,” भाभी ने सिसकारी के साथ कहा। मैंने अपने धक्के और तेज किए, और उनकी गांड और चूत को बारी-बारी चोदा। उनकी चूत बार-बार झड़ रही थी, और उनका रस मेरी जाँघों पर टपक रहा था। मैंने उनकी चूचियों को मसला, उनकी गांड को थप्पड़ मारे, और उनकी चूत को अपने लंड से चोदता रहा।
“भाभी… मैं झड़ने वाला हूँ,” मैंने गुर्राते हुए कहा। “मेरी चूत में झड़ो, राहुल,” भाभी ने चुदास में चीखते हुए कहा। मैंने अपने धक्के और तेज किए, और फिर अपने गर्म, गाढ़े वीर्य को उनकी चूत में छोड़ दिया। भाभी सुख से चीख पड़ीं, और उनकी चूत मेरे वीर्य से भर गई। मैंने उनके चूचियों और रसीले होंठों पर भी अपना वीर्य छोड़ा, और भाभी ने उसे अपनी जीभ से चाट लिया।
हम दोनों हाँफ रहे थे, और हमारी साँसें एक-दूसरे से टकरा रही थीं। उस रात, हमने बार-बार चुदाई की। मैंने भाभी की चूत, उनकी गांड, उनके चूचे, और उनके रसीले होंठों को अपने लंड से चोदा। उनकी सिसकारियाँ रात भर गूँजती रहीं, और उनकी चूत और गांड मेरे वीर्य से भर गईं। सुबह तक भाभी की चूत और गांड चुदाई से सुजा गई थी, और उनका बदन मेरे वीर्य से चमक रहा था।
जब भाई वापस आया, भाभी ने मुझे एक मादक मुस्कान दी। “राहुल, तुम्हारा लंड मेरी चूत और गांड को हमेशा तड़पाएगा,” उन्होंने फुसफुसाया। मैंने उनकी गांड पर हल्के से थप्पड़ मारा, और मेरी चूत फिर से चुदाई के लिए तड़प उठी।