मुझे बहन की छोटी चूचियाँ और टाइट चूत बहुत अच्छा लगा

Choti Chuchiyan aur Tight Choot Sex Story : हाय दोस्तों, मेरा नाम रोहन है। मैं 24 साल का हूँ, लंबा, ठीक-ठाक दिखता हूँ, और मेरा लंड मोटा और काला है, जो किसी भी चूत को तड़पा दे। मेरी छोटी बहन रिया 19 की थी—गोरी, पतली, छोटी-छोटी चूचियाँ जो सख्त थीं, और एक टाइट चूत जो अभी तक वर्जिन थी। उसकी जांघें चिकनी थीं, और गुलाबी निप्पल उसे और मस्त बनाते थे। हम दिल्ली में साथ रहते थे, और एक रात जो हुआ, उसने मुझे उसकी चूत का दीवाना बना दिया। ये मेरी हॉट कहानी है।

उस रात बारिश हो रही थी। घर में बिजली नहीं थी, और मम्मी-पापा बाहर गए थे। मैं अपने कमरे में लेटा था, शॉर्ट्स और बनियान में। रिया मेरे पास आई, उसने पतली गुलाबी नाइटी पहनी थी, जो भीगकर उसके जिस्म से चिपक रही थी। उसकी छोटी चूचियाँ और गुलाबी निप्पल साफ दिख रहे थे। वो बोली, “भैया, मुझे डर लग रहा है अंधेरे में। तुम्हारे पास सो जाऊँ?” मैंने कहा, “आ जा, रिया। मेरे पास लेट जा।” वो मेरे बगल में लेट गई, और उसकी गोरी जांघ मेरे पैर से टच हो रही थी। मेरा लंड तन गया।

मैं बोला, “रिया, तू बहुत मस्त लग रही है आज।” वो शरमाई, “भैया, क्या बोल रहे हो? मैं तो तुम्हारी बहन हूँ।” मैंने हँसते हुए कहा, “हाँ, लेकिन तेरी छोटी चूचियाँ और टाइट चूत बहुत अच्छा लगता है।” उसने मेरी तरफ देखा, “उफ्फ… भैया… ये क्या कह रहे हो…” मैंने उसकी कमर पर हाथ रखा और बोला, “सच कह रहा हूँ, रिया। तेरा जिस्म मुझे तड़पा रहा है।” उसकी साँसें तेज हो गईं, “आह्ह्ह… भैया… मत करो…” लेकिन मैंने उसकी नाइटी ऊपर उठा दी, और उसकी छोटी चूचियाँ मेरे सामने थीं।

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मैं बोला, “रिया, तेरी गुलाबी निप्पल कितने मस्त हैं।” वो सिसकारी, “उफ्फ… भैया… मुझे शर्म आ रही है…” मैंने उसकी एक चूची को मुँह में लिया और चूसने लगा। “आह्ह्ह… रिया… तेरी छोटी चूचियाँ कितनी टेस्टी हैं…” वो कराह उठी, “आह्ह्ह… भैया… धीरे चूसो… मेरी चूचियाँ दुख रही हैं… ओहhh…” मैंने उसकी दूसरी चूची को मसला और बोला, “रिया, तू बहुत मस्त है। तेरी चूत भी चूसूँगा।” वो डर गई, “भैया… चूत मत छूना… मैं वर्जिन हूँ…” लेकिन मैंने उसकी नाइटी पूरी उतार दी।

उसकी टाइट चूत मेरे सामने थी—गुलाबी, चिकनी, और अभी तक किसी लंड से अछूती। मैंने कहा, “रिया, तेरी चूत कितनी प्यारी है।” वो बोली, “उफ्फ… भैया… मत देखो…” मैंने उसकी चूत पर अपनी जीभ रखी और चाटने लगा। “आह्ह्ह… भैया… ये क्या कर रहे हो… मेरी चूत में आग लग रही है…” वो सिसकार रही थी। मैं बोला, “रिया, तेरी टाइट चूत का रस बहुत मस्त है।” मैं उसकी चूत को चूस रहा था, और वो तड़प रही थी। “आह्ह्ह… भैया… चाट लो… मेरी चूत को चूस डालो… ओहhh…” उसकी चूत से रस टपक रहा था, और मैं पागल हो रहा था।

मैंने कहा, “रिया, अब तेरा भैया तुझे चोदेगा।” वो डर गई, “भैया… मेरा पहली बार है… धीरे करना…” मैंने अपनी शॉर्ट्स उतारी और बोला, “देख, मेरा लंड तेरे लिए तैयार है।” मेरा मोटा, काला लंड उसके सामने था। वो बोली, “उफ्फ… भैया… ये तो बहुत बड़ा है… मेरी चूत फट जाएगी…” मैंने उसका मुँह पकड़ा और कहा, “चूस इसे, रिया।” उसने डरते-डरते मेरा लंड मुँह में लिया। “उम्म… भैया… कितना मोटा है… उफ्फ…” वो चूस रही थी, और मैं बोला, “आह्ह्ह… रिया… चूस ले… मेरे लंड को गीला कर…”

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मैंने उसे बिस्तर पर लिटाया। उसकी टाइट चूत मेरे सामने थी। मैंने कहा, “रिया, अब तेरी चूत की सील तोड़ता हूँ।” वो बोली, “भैया… धीरे करना… मेरी चूत अभी कुंवारी है…” मैंने अपना लंड उसकी चूत पर रगड़ा और एक जोरदार धक्का मारा। “आह्ह्ह्ह… मर गई… भैया… निकाल दो… मेरी चूत फट गई… उफ्फ…” वो चीख पड़ी। मेरा लंड उसकी टाइट चूत की सील तोड़ता हुआ अंदर घुस गया था, और खून की बूंदें टपक रही थीं। मैं बोला, “रिया, थोड़ा दर्द होगा, फिर मज़ा आएगा।” “थप-थप-थप” की आवाज गूँज रही थी।

वो कराह रही थी, “आह्ह्ह… भैया… धीरे… मेरी चूत जल रही है… ओहhh…” लेकिन धीरे-धीरे दर्द मज़े में बदल गया। उसने मेरी कमर पकड़ ली और बोली, “चोद दो… भैया… अपनी बहन की चूत को फाड़ दो… आह्ह्ह…” मैं उसकी चूत को जमकर चोद रहा था। मैंने कहा, “रिया, तेरी टाइट चूत मज़ा दे रही है।” वो सिसकारी, “आह्ह्ह… भैया… चोदो… मेरी चूत को भर दो… उफ्फ…” मैं उसकी छोटी चूचियाँ चूस रहा था, और वो मेरे बाल खींच रही थी। बारिश की आवाज़ हमारी चुदाई को और हॉट बना रही थी।

मैंने उसे घोड़ी बनाया। उसकी टाइट गांड मेरे सामने थी। मैंने कहा, “रिया, तेरी गांड भी चोदूँगा।” वो बोली, “उफ्फ… भैया… गांड मत मारो… फट जाएगी…” मैंने उसकी गांड पर थूक लगाया और अपना लंड उसकी टाइट गांड में रगड़ा। उसने कहा, “आह्ह्ह… भैया… धीरे…” मैंने धीरे से लंड उसकी गांड में सरकाया। “आह्ह्ह्ह… मर गई… भैया… निकाल दो… मेरी गांड फट रही है… ओहhh…” वो चिल्ला रही थी। मैं बोला, “रिया, थोड़ा दर्द होगा, फिर मज़ा आएगा।” मैं उसकी गांड को चोदने लगा, और वो सिसकार रही थी, “उफ्फ… भैया… चोद दो… मेरी गांड को भी फाड़ दो… आह्ह्ह…”

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रात गहराने लगी। मैंने उसे फिर से लिटाया। मैंने कहा, “रिया, अब तेरी चूत में मेरा रस डालूँगा।” वो बोली, “आह्ह्ह… भैया… चोदो… मेरी चूत को भर दो…” मैं उसकी चूत में लंड पेल रहा था। मेरा लंड उसकी चूत की गहराई तक जा रहा था, और उसकी छोटी चूचियाँ उछल रही थीं। “उफ्फ… रिया… तेरी टाइट चूत मस्त है… आह्ह्ह…” मैं सिसकार रहा था। मेरा रस उसकी चूत में छूट गया। “आह्ह्ह… रिया… ले मेरा रस…” मैं चिल्लाया। वो बोली, “आह्ह्ह… भैया… मेरी चूत भर गई…” वो भी झड़ गई। हम थककर लेट गए। मैंने कहा, “रिया, मुझे तेरी छोटी चूचियाँ और टाइट चूत बहुत अच्छा लगा।” वो हँसी, “भैया, तूने मुझे चोदकर मस्त कर दिया।” दोस्तों, मेरी ये हॉट कहानी कैसी लगी?

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