हिंदी सेक्स कहानी नौकरानी की चुदाई : मेरी बीवी ही कहती है नौकरानी को चोदो मेरे सामने और मैं ऐसा ही करता हूँ :- मेरा नाम अर्जुन है, और मैं 32 साल का एक जवान, चुदास भरा मर्द हूँ। मेरा गठीला बदन और 8 इंच का मोटा, तना हुआ लंड किसी भी औरत की चूत में आग लगा सकता है। मेरी बीवी, काव्या, 30 साल की एक हॉट, चुदास भरी औरत है। उसका गोरा, भरा हुआ बदन, बड़ी-बड़ी चूचियाँ, गोल गांड, और रसीले होंठ मेरे लंड को हर रात तड़पाते हैं। लेकिन काव्या की एक खास आदत है—वह मुझे हमारी नौकरानी, माया, को चोदने के लिए उकसाती है, और मेरे सामने है। माया, 24 साल की एक खूबसूरत, हॉट लड़की है, जिसकी चिकनी चूत, भरे हुए चूचे, और टाइट गांड मेरे लंड को बेकरार करती है। ये कहानी उस रात की है, जब काव्या ने मुझे माया को उसके सामने चोदने के लिए कहा, और उसने मेरी और माया की मदद की ताकि माया की चीखें पूरे घर में गूँज उठें।
रात के 11 बजे थे। हम अपने बेडरूम में थे, और काव्या ने एक टाइट, काली नाइटी पहनी थी, जो उसकी चूचियों और गांड को पूरी तरह उजागर कर रही थी। उसका गहरा गला उसके निप्पलों को हल्के से दिखा रहा था, और उसकी नंगी जाँघें चमक रही थीं। मैंने एक ढीली टी-शर्ट और शॉर्ट्स पहने थे, और मेरा लंड पहले से ही तन रहा था। माया रसोई में बर्तन साफ कर रही थी। उसने एक टाइट सलवार-कमीज पहनी थी, जो उसके चूचों और गांड के उभारों को और हॉट बना रही थी। उसकी कमर का लचकना और उसके रसीले होंठ मेरे लंड में चुदास भर रहे थे।
काव्या मेरे पास आई और मेरे लंड को मेरे शॉर्ट्स के ऊपर से सहलाने लगी। “अर्जुन, मैं चाहती हूँ कि तुम माया को मेरे सामने चोदो। उसकी चूत और गांड को अपने लंड से फाड़ दो, और उसकी चीखें निकाल दो,” उसने फुसफुसाया, उसकी आवाज में एक मादक, चुदास भरी तड़प थी। मेरे लंड में बिजली दौड़ गई, और मैंने काव्या के चूचों को जोर से दबाया।
“काव्या, तुम्हारी ये चुदास मुझे पागल कर देती है,” मैंने गुर्राते हुए कहा, और उसके रसीले होंठों पर एक गहरा, अश्लील चुंबन छोड़ दिया। हमारी जीभें एक-दूसरे से उलझ रही थीं, और मेरा लंड उसकी चूत को चोदने के लिए तड़प रहा था। लेकिन काव्या ने मुझे रोका और माया को बुलाया।
माया बेडरूम में आई, और उसकी आँखें मेरे तने हुए लंड और काव्या की नंगी चूचियों पर पड़ीं। वह शरमा गई, लेकिन उसकी चूत में भी चुदास सुलग रही थी। “माया, आज तुझे अर्जुन का लंड चखने को मिलेगा। मैं चाहती हूँ कि वो तुम्हारी चूत और गांड को मेरे सामने चोदे,” काव्या ने मादक अंदाज में कहा, और माया की कमीज के ऊपर से उसके चूचों को सहलाया। माया की साँसें तेज हो गईं, और उसकी चूत उसकी सलवार में गीली होने लगी।
मैंने माया को अपनी बाहों में खींच लिया, और उसकी कमीज को फाड़कर उतार दिया। उसके भरे हुए, नंगे चूचे मेरे सामने उछल पड़े, और उसके निप्पल सख्त और गुलाबी थे। मैंने उसके एक चूचे को मुँह में लिया और जोर-जोर से चूसने लगा, जबकि मेरी उंगलियाँ उसके दूसरे चूचे के निप्पल को मसल रही थीं। माया की सिसकारी निकल गई, और काव्या ने माया की सलवार और पैंटी उतार दी। माया की चिकनी, गीली चूत और टाइट गांड मेरे सामने नंगी थी, और उसका चूत का रस उसकी जाँघों पर टपक रहा था।
“अर्जुन, इसकी चूत को चाटो… इसे चुदास में तड़पाओ,” काव्या ने कहा, और माया की जाँघें चौड़ी कर दीं। मैंने माया की चूत को अपनी जीभ से चाटना शुरू किया, और उसकी सिसकारियाँ कमरे में गूँजने लगीं। मेरी जीभ उसकी चूत के दाने को चूस रही थी, और मैंने उसकी गांड के छेद को अपनी उंगली से सहलाया। काव्या ने माया के चूचों को मसला और उसके निप्पलों को चूसा, जिससे माया की चीखें और तेज हो गईं। माया की चूत से रस टपक रहा था, और वह अपनी गांड को हिलाकर मेरे मुँह को अपनी चूत में और गहरा दबा रही थी।
काव्या ने मेरी टी-शर्ट और शॉर्ट्स उतार दिए, और मेरा 8 इंच का मोटा, तना हुआ लंड माया के सामने था। माया की आँखें चमक उठीं, और उसने मेरे लंड को अपने रसीले होंठों में लिया। वह मेरे लंड को गहराई तक चूस रही थी, और उसकी जीभ मेरे लंड की नसों को चाट रही थी। काव्या ने माया के बाल पकड़कर उसका मुँह मेरे लंड पर और जोर से दबाया, और मेरी सिसकारियाँ निकलने लगीं। “माया, मेरे पति के लंड को चूस… इसे अपनी चूत में लेने के लिए तैयार हो,” काव्या ने चुदास में कहा।
मैंने माया को बिस्तर पर लिटाया, और उसकी जाँघें चौड़ी कीं। काव्या ने माया की चूत को अपनी उंगलियों से सहलाया, और फिर मेरे लंड को उसकी चूत में डाल दिया। माया चीख पड़ी, लेकिन दर्द जल्दी ही मादक सुख में बदल गया। मैं जोर-जोर से धक्के मारने लगा, और माया की चूचियाँ हर धक्के के साथ उछल रही थीं। काव्या ने माया के चूचों को मसला और उसके निप्पलों को चूसा, जिससे माया की चीखें और तेज हो गईं। “अर्जुन, इसकी चूत को फाड़ दो… इसे चोदकर इसकी चीखें निकाल दो,” काव्या ने चुदास में चीखते हुए कहा।
मैंने माया की चूत को अपने लंड से रगड़ा, और उसकी चूत से रस टपक रहा था। माया अपनी गांड को हिलाकर मेरा लंड और गहरा ले रही थी, और उसकी सिसकारियाँ पूरे कमरे में गूँज रही थीं। काव्या ने अपनी नाइटी उतार दी, और उसकी नंगी चूचियाँ और गीली चूत मेरे सामने थी। उसने माया के मुँह पर अपनी चूत रख दी, और माया ने काव्या की चूत को चाटना शुरू कर दिया। काव्या की सिसकारियाँ भी माया की चीखों के साथ मिल गईं, और मैं माया की चूत को और जोर से चोदने लगा।
मैंने माया को घोड़ी बनाया, और उसकी टाइट गांड को थप्पड़ मारते हुए अपना लंड उसकी गांड में डाल दिया। माया दर्द और सुख में चीख पड़ी, लेकिन काव्या ने उसके मुँह को अपनी चूत से दबा दिया। मैं माया की गांड को जमकर चोद रहा था, और उसकी चूचियाँ हवा में उछल रही थीं। काव्या ने माया की गांड को थप्पड़ मारे, और मेरे लंड को माया की गांड में और गहरा धकेलने में मदद की। “अर्जुन, इसकी गांड को चोद… इसे चुदास में पागल कर दो,” काव्या ने चीखते हुए कहा।
माया की चूत और गांड मेरे लंड से चुदाई के लिए तड़प रही थीं। मैंने उसकी चूत और गांड को बारी-बारी चोदा, और उसकी चीखें कमरे में गूँज रही थीं। काव्या ने माया की चूचियों को मसला, और मेरे लंड को माया की चूत में और जोर से धकेला। माया की चूत बार-बार झड़ रही थी, और उसका रस मेरी जाँघों पर टपक रहा था। मैंने काव्या के रसीले होंठों पर एक गहरा चुंबन छोड़ा, और उसकी चूत को अपनी उंगलियों से चोदा।
“माया, मेरे पति का वीर्य अपनी चूत में लो,” काव्या ने चुदास में कहा। “हाँ, अर्जुन… मेरी चूत को अपने वीर्य से भर दो,” माया ने सिसकारी के साथ चीखते हुए कहा। मैंने अपने धक्के और तेज किए, और फिर अपने गर्म, गाढ़े वीर्य को माया की चूत में छोड़ दिया। माया सुख से चीख पड़ी, और उसकी चूत मेरे वीर्य से भर गई। काव्या ने माया के चूचों पर भी मेरा वीर्य छोड़ने को कहा, और मैंने ऐसा ही किया। माया ने मेरे वीर्य को अपनी जीभ से चाट लिया, और काव्या ने माया के होंठों पर एक चुंबन छोड़ा।
हम तीनों हाँफ रहे थे, और हमारी साँसें एक-दूसरे से टकरा रही थीं। उस रात, हमने बार-बार चुदाई की। मैंने माया की चूत, उसकी गांड, और उसके चूचे चोदे, और काव्या ने हर बार उसकी चीखें निकालने में मेरी मदद की। काव्या की चूत और चूचियाँ भी मेरे लंड और माया की जीभ से चुदाई में डूब गईं। सुबह तक माया की चूत और गांड चुदाई से सुजा गई थी, और उसका बदन मेरे वीर्य से चमक रहा था।
जब माया रसोई में वापस गई, काव्या ने मेरे लंड को सहलाया और फुसफुसाया, “अर्जुन, अगली बार मैं चाहती हूँ कि तुम माया को और जोर से चोदो।” मैंने उसकी चूचियों को दबाया और कहा, “काव्या, तुम्हारी चुदास मेरे लंड को हमेशा तड़पाएगी।” मेरी चूत फिर से चुदाई के लिए तड़प उठी।