मेरा नाम आकाश है, उम्र 23 साल। मैं एक जवान, मज़बूत और हॉट लड़का हूँ। मेरा रंग साँवला है, चौड़ा सीना, मज़बूत बाँहें और एक ऐसा लंड जो किसी भी औरत को तड़पा दे। मैं दिल्ली में अपने बड़े भाई, विक्रम, और उनकी पत्नी, मेरी भाभी, अनिता, के साथ रहता हूँ। अनिता भाभी 29 साल की हैं, और वो एक ऐसी हसीना हैं कि हर मर्द उनकी चूत का दीवाना हो जाए। उनका रंग गोरा, चूचियाँ भारी, रसीली और टाइट, गांड मोटी, गोल और थिरकती हुई, और उनकी कमर इतनी पतली कि उसे देखकर लंड खड़ा हो जाए। ये कहानी उस वक्त की है जब मुझे पता चला कि मेरी भाभी एक रंडी हैं, और मैंने उनकी चूत और गांड को जमकर चोदा।
हमारा घर दिल्ली के एक मध्यमवर्गीय इलाके में है। भैया एक प्राइवेट कंपनी में काम करते हैं, और वो अक्सर टूर पर रहते हैं। भाभी घर पर अकेली रहती थीं, और मैं कॉलेज के बाद घर पर ही समय बिताता था। भाभी बहुत हॉट थीं। वो टाइट साड़ी या नाइटी पहनती थीं, जिसमें उनकी चूचियाँ और गांड साफ उभरती थीं। जब वो झुकतीं, उनकी चूचियाँ मेरे सामने आ जाती थीं, और मैं चोरी-छिपे उन्हें घूरता था। वो मेरी नज़रें देखकर मुस्कुराती थीं, और मुझे लगता था कि वो जानबूझकर मुझे तड़पाती हैं। मैं रात को उनके बारे में सोचकर मुठ मारता, और मेरी जवानी उनकी चूत की प्यासी थी।
एक दिन मैं कॉलेज से जल्दी घर आ गया। भैया टूर पर थे, और मैंने सोचा कि भाभी घर पर होंगी। मैंने चुपके से दरवाज़ा खोला और देखा कि भाभी अपने कमरे में थीं। वो एक टाइट नाइटी में थीं, और उनके साथ एक अजनबी मर्द था। वो मर्द भाभी की चूचियाँ मसल रहा था, और भाभी सिसक रही थीं, “आह्ह… और ज़ोर से!” मैं चौंक गया। मैंने चुपके से देखा कि वो मर्द भाभी की नाइटी उतार रहा था, और उनकी नंगी चूचियाँ उसके सामने थीं। भाभी उसका लंड चूस रही थीं, और वो चीख रहा था, “अनिता, तू तो रंडी है!” मैं समझ गया कि भाभी रंडी का काम करती हैं।
मैं गुस्से और हवस से भर गया। मैं चुपके से बाहर निकला और इंतज़ार करने लगा। वो मर्द कुछ देर बाद चला गया, और मैं फिर से घर में घुसा। भाभी नहाकर बाहर आईं, और मुझे देखकर चौंक गईं। वो बोलीं, “आकाश, तू कब आया?” मैंने गुस्से में कहा, “भाभी, मैं सब देख चुका हूँ। तुम रंडी हो!” वो डर गईं और बोलीं, “आकाश, प्लीज़, किसी को मत बताना। मैं ये पैसे के लिए करती हूँ।” मैंने उनकी आँखों में देखा और बोला, “भाभी, अगर तुम रंडी हो, तो मुझे भी मज़ा दो।”
वो चौंक गईं, लेकिन उनकी आँखों में एक चमक थी। वो मेरे पास आईं और मेरे कंधे पर हाथ रखा। उनकी गर्म छुअन ने मेरे लंड को खड़ा कर दिया। मैंने उनकी कमर पकड़ ली और उनके होंठों पर अपने होंठ रख दिए। उनका चुम्बन गर्म और जंगली था, और मैं उनकी जीभ चूसने लगा। वो सिसक रही थीं, “आह्ह… आकाश, तू बहुत गर्म है!” मैंने उनकी नाइटी फाड़ दी, और उनकी नंगी चूचियाँ मेरे सामने थीं। मेरे निप्पल सख्त और गुलाबी थे, और मैंने एक चूची को मुँह में लेकर चूसना शुरू किया। वो चीख रही थीं, “आह्ह… आकाश, चूस, मुझे जलन हो रही है!”
मैंने उनकी पैंटी उतार दी, और उनकी चूत मेरे सामने थी। वो गीली और चिकनी थी। मैंने उनकी चूत पर उंगली फिराई, और वो सिसक उठीं, “आह्ह… आकाश, अंदर डाल!” मैंने अपनी उंगली उनकी चूत में डाल दी, और वो चीख रही थीं, “उफ्फ… और कर!” मैंने अपनी पैंट उतारी, और मेरा मोटा लंड उनके सामने था। वो बोलीं, “आकाश, ये तो बहुत बड़ा है!” मैंने हँसते हुए कहा, “भाभी, ये तुम्हारी रंडी चूत के लिए है।” मैंने उनका सिर पकड़ा और अपना लंड उनके मुँह में डाल दिया। वो उसे ज़ोर-ज़ोर से चूसने लगीं। मैं सिसक रहा था, “आह्ह… भाभी, कितना मज़ा दे रही हो!”
मैंने उन्हें बिस्तर पर लिटाया और उनकी जाँघें फैला दीं। मैंने अपना लंड उनकी चूत पर रखा और एक ज़ोरदार धक्का मारा। वो चीख पड़ीं, “आह्ह… आकाश, मेरी चूत फट गई!” मैं ज़ोर-ज़ोर से ठाप मारने लगा, और उनकी चूचियाँ उछल रही थीं। मैं सिसक रहा था, “भाभी, तुम्हारी चूत स्वर्ग है!” वो चीख रही थीं, “आकाश, और ज़ोर से चोद, मुझे रंडी बना दे!” मेरी ठापों से उनका पूरा शरीर हिल रहा था, और उनकी चूत से रस बह रहा था। मैंने उनकी चूचियाँ मसलीं, और वो चीख रही थीं, “आह्ह… नोच दे इन्हें!”
कुछ देर बाद मैंने उन्हें घोड़ी बनाया। उनकी मोटी गांड मेरे सामने थी, और मैंने उस पर थप्पड़ मारा। वो चीख पड़ीं, “आह्ह… आकाश, और मार!” मैंने अपने लंड पर थूक लगाया और उनकी गांड में डाल दिया। वो चीख पड़ीं, “आह्ह… मेरी गांड फट गई!” मैं उनकी गांड में ठाप मारने लगा, और वो सिसक रही थीं, “उफ्फ… और ज़ोर से!” मैंने उनकी गांड पर और थप्पड़ मारे, और वो चीख रही थीं, “आह्ह… मेरी गांड लाल कर दे!” मेरी ठापों से उनकी गांड जल रही थी, और उनकी चूत से रस टपक रहा था।
मैंने उन्हें अपनी गोद में उठाया और उनकी चूत में ठाप मारने लगा। वो मेरे कंधों पर थीं और चीख रही थीं, “आह्ह… आकाश, मुझे उड़ा दे!” मैं ज़ोर-ज़ोर से ठाप मार रहा था, और उनका पूरा शरीर काँप रहा था। मैं सिसक रहा था, “भाभी, तुम रंडी हो, लेकिन मेरी रंडी!” वो चीख रही थीं, “आकाश, मुझे चोद डाल!” मैंने उन्हें बिस्तर पर पटक दिया और उनकी चूत में फिर से ठाप मारने लगा। वो चीख रही थीं, “आकाश, मेरी चूत फाड़ दे!”
कुछ देर बाद मैंने कहा, “भाभी, अब मुँह में लो!” मैंने अपना लंड उनके मुँह में डाल दिया, और वो उसे ज़ोर-ज़ोर से चूसने लगीं। मैं सिसक रहा था, “आह्ह… भाभी, तेरा मुँह बहुत गर्म है!” उनकी जीभ मेरे लंड पर नाच रही थी, और मैं पागल हो रहा था। आखिर में मैंने उन्हें लिटाया और उनकी चूत में ठाप मारने लगा। मैं चीख रहा था, “भाभी, मैं झड़ने वाला हूँ!” वो चीख रही थीं, “आकाश, मेरी चूत में झड़ जा!” मैंने तेज़ ठाप मारी, और मेरा गर्म माल उनकी चूत में भर गया।
मैं काँपते हुए उनके ऊपर गिर पड़ा, और वो भी हाँफ रही थीं। मेरा शरीर पसीने और रस से भीगा हुआ था। वो मेरे कान में बोलीं, “आकाश, तूने मुझे जन्नत दिखा दी।” मैं हँसते हुए बोला, “भाभी, तुम रंडी हो, लेकिन मेरी प्यारी रंडी।” उस दिन के बाद जब भी भैया घर पर नहीं होते, मैं भाभी को चोदता हूँ। वो अपनी रंडीगिरी जारी रखती हैं, लेकिन मुझे उनकी चूत और गांड का मज़ा मिलता है। ये हमारा गुप्त रिश्ता है, जो मेरी हवस को ज़िंदा रखता है।