सुबह मेरी आँख खुली तो 8 बाज चुके थे. रतिका मेरे उपर लेती हुई थी और हम दोनो नंगे सोए हुए थे. मैने उसे प्यार से उठाकर साइड मे लिटा दिया. वो काफ़ी गहरी नींद मे सो रही थी. सोते हुए वो बहुत मासूम लग रही थी. उसका मासूम चेहरा देखकर कोई नही कह सकता था के कल रात वो ज़ोर ज़ोर से मुझसे छुड़वा रही थी. मैने उसे एक किस किया और वहाँ से बाहर चला गया.
कुछ देर बाद मैं वर्काउट करके फ्रेश होकर आया. मेरे घर मे ही छ्होटी सी जिम है इसलिए मुझे बाहर जाने की ज़रूरत नही पड़ती. बाहर देखा तो जोरदार बारिश हो रही थी और बहुत ठंड लग रही थी. मैने घर के सारे खिड़की और दरवाजो को बंद कर दिया.
करीब 11 बजे मैं रतिका को उठाने के लिए बेडरूम मे गया. वो अभी तक सोई हुई थी. कल रात की दमदार चुदाई की वजह से वो काफ़ी ताकि हुई लग रही थी. उसे उठाने का मॅन नही कर रहा था लेकिन काफ़ी देर हो चुकी थी.
मैं उसे प्यार देखने लगा तब मुझे नज़र आया के उसके जिस्म पर यहाँ वहाँ मेरे डाट और नाखूनओ के निशान थे. वो निशान देखकर कोई भी साँझ जाएगा के कैसे चुदाई हुई है.
मैने रतिका को आवाज़ देकर उठाया लेकिन वो काफ़ी ताकि हुई थी इसलिए माना कर रही थी. मेरी थोड़ी ज़िद करने पर वो उठ गयी. वो उठ गयी लेकिन मुझे देखकर पता नही उसे क्या हुआ वो मेरे करीब आई और मेरी गोद मे सिर रख के लेट गयी.
नील (उसके बालो को सहलाते हुए): क्या हुआ आज उतना नही है?
रतिका: नही… बहुत तक गयी हूँ. मेरा बदन दर्द कर रहा है
नील: सॉरी बेबी कल मैने तुम्हे कुछ ज़्यादा वाइल्ड तरीके से छोड़ा. मैं भूल गया था के तुम्हे इसकी आदत नही है
रतिका ने मेरे हाथ को अपने हाथों मे लिया और किस करते हुए कहने लगी.
रतिका: इट्स ओक जान. वो तुम्हारा प्यार है मेरे लिए
नील: ह्म बुत तुम्हे काफ़ी तक़लीफ़ हो रही होगी ना
रतिका: हन बुत तुम साथ रहोगे तो मुझे अक्चा लगेगा
नील: डॉन’त वरी मैं पूरा दिन तुम्हारे करीब ही रहूँगा
रतिका: थॅंक्स
फिर मैने रतिका के सामने मेरी बहें निधि को कॉल किया. वो डॉक्टर है तो मैने उसे कॉल किया.
नील: निधि तोड़ा बदन दर्द कर रहा है तो क्या करू?
निधि: बदन दर्द? और तुम्हारा? नोट पासिबल बेबी
नील: अरे सच मे
निधि: नो… सच बताओ क्या हुआ
नील: आक्च्युयली रतिका आई है घर पर तो उसके लिए पूछ रहा हूँ
निधि: रतिका… ये वही है ना ट्रेन वाली?
नील: हन
मेरा और निधि का सेक्षुयल रिलेशन्षिप इतना अक्चा है के हम अपने सारे सीक्रेट्स शेर किए हुए थे.
निधि: ओह और वो हुमारे घर क्या कर रही है?
नील: अरे वो कल उसके एंगेज्मेंट का इन्विटेशन देने आई थी
रतिका बस मुझे देख रही थी के मैं क्या बात कर रहा था.
निधि: अक्चा वो कल आई थी और आज उसका बदन दर्द कर रहा है मतलब कल रात भर तुमने उसे बहुत छोड़ा होगा है ना?
नील (शरमाते हुए): तुम भी ना दीदी… सब साँझ जाती हो बिना कुछ बोले
निधि: तुम्हारी बहें हूँ बाकचू… और तुम पता नही ये सब मेरे साथ कितनी बार कर चुके हो
नील: हन ई नो… लेकिन अब बताओ ना जल्दी
निधि: ठीक है. मेरी बेडरूम मे जाओ वहाँ से एक पाईं किल्लर उसे दे देना और उसे हॉट वॉटर शवर लेने को बोल देना
नील: हन ठीक है
निधि: और हन उसके साथ रोमॅन्स करना पूरे दिन. ओन्ली रोमॅन्स नोट सेक्स ओके? कल तक वो ठीक हो जाएगी
नील: थॅंक्स लोवे योउ
निधि: यॅ लोवे योउ टू
हुमारा कॉल कट होते ही रतिका मुझसे पूछने लगी के क्या कहा तो मैने उसे सब बता दिया. वो जल्दी से शवर लेने गयी तब तक मैने लंच ऑर्डर कर दिया. मैं बेडरूम मे एक कॉल पर बात कर रहा था तभी रतिका नाहकार बेडरूम मे आ गयी. वो सिर्फ़ टवल मे थी और उसका बदन गीला था.
उसने मुझे कॉल पर बात करते हुए देखा और वो मेरे सामने खड़ी हो गयी. उसने अचानक से अपना टवल नीचे गिरा दिया जिससे वो मेरे सामने एकदम नंगी खड़ी हो गयी. उसका दिल हिला देने वाला रूप देखकर मैं डांग रह गया.
रतिका के जिस्म से पानी की बूंदे नीचे गिर रही थी जिससे उसका जिस्म बेहद खूबसूरत लग रहा था. उसके गीले बाल खुले थे जिससे वो और भी हॉट लग रही थी. मेरी नज़र उसकी छूट पर पड़ी तो छूट के होंठों गरम पानी की बूंदे नीचे गिर रही थी. अफ उसकी छूट बहुग सेक्सी लग रही थी.
वो मुझे देखकर अपने दोनो हाथों को कमर पर रख के सेक्सी पोज़ बनाकर खड़ी हुई. उसे देखकर मेरे लंड मे हुलचल शुरू हो गयी थी. मैं उस वक़्त सिर्फ़ बॉक्सर मे था.
नील: क्या कर रही हो तुम ये सब?
रतिका: अभी नहा रही थी तो मुझे कल रात की चुदाई याद आ गयी… तुम मुझे कल छोड़ रहे थे ना तो बहुत हॉट लग रहे थे
नील: थॅंक्स लेकिन पहले तुम खुद को सॉफ कर लो वरना बीमार पद जाओगी
उसे देखकर लग रहा था के उसपर मेरी बातो का कोई असर नही हुआ. वो अपनी कमर हिलाते हुए मेरे करीब आई और मेरे गले मे हाथ डाल के उसने मेरे होंठों को चूसना शुरू किया. मैं चुपचाप खड़ा उसकी आँखों मे देख रहा था लेकिन रतिका की आँखें बहुत कुछ बोल रही थी. वो मुझे काफ़ी डीप किस कर रही थी.
मैं कोई रेस्पॉन्स नही दे रहा था इसलिए उसने मुझे सहलाना शुरू किया. उसका गीला जिस्म मुझे कमजोर कर रहा था. उसने अपने एक हाथ को मेरी बॉक्सर के अंदर डाल दिया और झट से मेरे लंड को पकड़ लिया.
रतिका: उम्म तुम्हारा लंड तो खड़ा है तो फिर मुझे किस क्यू नही कर रहे?
नील: दीदी ने कहा है के आज तुम्हे रेस्ट चाहिए तो हम सेक्स नही कर सकते
रतिका: ओह तो ये बात है. ठीक है हम सेक्स नही करेंगे लेकिन फोरप्ले तो कर ही सकते है ना.
नील: हन
रतिका: मैं चाहती हूँ आज पूरा दिन तुम मुझसे लिपटे रहो और मुझे प्यार करो
नील: ठीक है लंच के बाद करेंगे
रतिका (मुझे किस करते हुए): ओके स्वीटहार्ट
रतिका का आटिट्यूड अचानक से चेंज हो गया था जो मेरे लिए काफ़ी शॉकिंग था. फिर हुँने साथ मे लंच किया और दोनो बेडरूम मे चले गये. बेडरूम मे जाने मे बाद हुँने साथ मे एक रोमॅंटिक फिल्म देखी जो काफ़ी आक्ची थी.
फिल्म देखते वक़्त मैने उसे कड्ड्ल कर लिया. हम दोनो फिर से एक दूसरे के काफ़ी करीब थे. फिल्म मे जब भी कोई रोमॅंटिक सीन आता तब उसका मूड बन जाता था और वो अपनी कमर को उठाकर उसकी गांद को मेरे लंड से सता देती थी. मुझे भी काफ़ी मज़ा आ रहा था. मैने भी उसे सिड्यूस करना शुरू किया. मैं उसकी गर्दन पर किस करने लगा, उसकी कमर मे हाथ डाल के सहला देता था जिससे वो काफ़ी गरम हो जाती.
काफ़ी देर तक रोमॅन्स करने के बाद उसने मेरी टशहिर्त और शॉर्ट्स को उतार दिया. मैं बेड पर नंगा लेता हुआ था. रतिका ने अपनी निघट्य भी उतार दी और वो भी नंगी होकर मेरे साथ लेट गयी.
हम दोनो बिना कपड़ो के एक ही ब्लंकेट मे कड्ड्ल किए हुए लेते थे. कड्ड्ल करने के बाद मुझे पता चला के रतिका काफ़ी गरम हो चुकी थी. मैने उसकी जाँघो पर हाथ रखा और उन्हे सहलाने लगा. वो सिसकारियाँ लेने लगी. उसकी टांगे काफ़ी लंबी और चिकनी थी. मुझे उसकी थाइस बहुत सेक्सी लगती है इसलिए मैं उन्हे काफ़ी देर तक सहलाता रहा.
रतिका मेरा साथ हुए अपनी गांद को मेरे खड़े लंड के करीब ले आई. मेरा लंड पूरी तरहा से खड़ा हो चुका था और उसकी गांद को टच हो रहा था.
रतिका: नील क्या कर रहे हो… अंदर डालो ना ई वाना फील इट
नील: तुम्हारी तबीयत ठीक नही है इसलिए तुम्हे रेस्ट करना चाहिए
रतिका: अरे अभी मैं ठीक हूँ प्लीज़ डालो ना अंदर… देखो इतने ठंड माहॉल मे तुम्हारा गरम लंड मैं अपने अंदर लेना चाहती हूँ
नील: ठीक है
मैने लंड को तोड़ा सा हिलाया और उसे रतिका की छूट पर रखा उसने अपनी कमर को पिच्चे की तरफ पुश किया और लंड को छूट मे ले लिया. हम दोनो की सिसकारी निकली गयी. उसकी छूट काफ़ी गरम थी. लंड अंदर जाने के बाद मुझे भी काफ़ी सुकून मिला. मैने उसके बूब्स पर हाथ रखा और उन्हे सहलाने लगा. मुझे एकदम जन्नत का मज़ा मिलने लगा था.
नील: आहह ऑश रतिका मुझे जन्नत का मज़ा आ रहा है… तुम्हारी छूट बहुत टाइट है
रतिका: आहह जान मुझे भी बहुत मज़ा आ रहा है… तुम्हारा लंड काफ़ी दमदार है उसे मेरी छूट से बाहर निकालने का मॅन ही नही करता
इतना बोल के उसने अपनी कमर को धीरे धीरे आयेज पिच्चे करना शुरू किया. मेरा लंड छूट के अंदर बाहर होने लगा. रतिका की छूट इतनी टाइट थी के लंड छूट की दीवारो पर रग़ाद रहा था जिससे हम दोनो मदहोश हो रहे थे.
कुछ देर बाद मैने भी अपनी कमर को आयेज पिच्चे हिलना शुरू किया. मेरा लंड पूरी तरहा से उसकी छूट के अंदर बाहर हो रहा था. हम दोनो कामुक आवाज़े निकल रहे थे. एक दूसरे को सहलाते हुए यहाँ वहाँ किस करते हुए हम एक दूसरे के प्यार मे खो गये.
धीरे धीरे हुमारे धक्को की वजह से लंड पूरी तरहा से छूट की गहराइयों मे जेया रहा था. उसकी छूट से कमरस की नदी बहने लगी. देखते ही देखते ह्यूम पता ही नही चला कब हम दोनो चुदाई करने लगे. वो सॉफ्ट सेक्स सच मे बहुत अडिक्टीव था. उसने हुमारे दिमाग़ को पागल कर दिया था. हम एक अलग ही दुनिया मे थे.
लगभग आधे के सॉफ्ट सेक्स के बाद मैं उसकी छूट मे झाड़ गया. रतिका भी झाड़ चुकी थी और हम दोनो वैसे ही सो गये.
सुबह मेरी आँख खुली तो बेड पर मैं अकेला सो रहा था रतिका दिखाई नही दे रही थी. मैं उठा और उसे ढूँढने लगा. मैने उसे पूरे घर मे देखा तो वो कही भी दिखाई नही दे रही थी. मैं तोड़ा घबरा गया के वो कहा चली गयी.
मैने देखा तो उसका फोन भी बेडरूम मे नही था. उसका बिहेवियर मुझे काफ़ी अजीब लगा. अगर उसे जाना था तो मुझे बता के जाती. फिर मेरी नज़र उसके बाग पर पड़ी तो वो बेडरूम मे ही था. फिर मैने उसे घर के हर कोने मे ढूँढना शुरू किया.
रतिका को ढूँढते हुए मैं जिम की तरफ चला गया तो वहाँ से मुझे होमे थियेटर की आवाज़ आ रही थी. मैं जिम मे गया तो रतिका वहाँ वर्काउट कर रही थी. उसे देखकर मेरी जान मे जान आई. वो वहाँ पर वेट ट्रैनिंग कर रही थी. मैं उसके पास चला गया.
नील: अरे तुम यहाँ हो और मैं तुम्हे पूरे घर मे ढूँढ रहा था
रतिका: हन आक्च्युयली मैं काफ़ी देर पहले जाग गयी थी और कल तुम्हारा घर देखते हुए मैने जिम भी देखी थी तो सोचा वर्काउट ही कर लेती
नील: ओह गोद! और मैं पता नही क्या क्या सोसी रहा था
रतिका: क्यू? क्या हुआ?
नील: अरे तुम इतनी सुबह ऐसे अचानक से बेडरूम से गायब हो जाओगी तो फ़िक्र तो होगी ही ना
रतिका: हन लेकिन मुझे अगर जाना ही होता तो तुम्हे बता कर जाती ना
नील: ई नो
रतिका (मेरे करीब आकर): तुम ना मेरी बहुत फ़िक्र करते हो
रतिका ने मेरे होंठों को चूसना शुरू कर दिया और मैने भी उसका साथ दिया. मैने उसकी कमर मे हाथ डाल कर पकड़ लिया और हम दोनो किस करने मे खो गये. कुछ मिनिट बाद हम अलग हुए.
नील: तुम्हे ये जिम के कपड़े कहा से मिले?
रतिका: हन वो मैने दीदी के कमरे मे देखे तो पहें लिए… अकचे लग रहे है ना?
नील: हन काफ़ी हॉट लग रही हो
रतिका: थॅंक्स बेबी
नील: मैं फ्रेश होकर आता हूँ फिर साथ मे वर्काउट करेंगे
रतिका: ओके
मैं कुछ देर बाद वापस जिम आया और हम दोनो साथ मे वर्काउट करने लगे. निधि के आउटफिट्स मे रतिका बहुत हॉट लग रही थी. उसकी फिगर के कुवर्व्स सॉफ दिख रहे थे. उसने ब्लॅक टॉप और ब्लॅक लेगैंग्स डाली हुई थी जो स्किन टाइट थी. टॉप स्लीव्ले था जो उसके बूब्स को ही कवर कर रहा था.
मेरी नज़र बार बार रतिका की तरफ जेया रही थी. ना चाहते हुए भी मैं उसे घूर रहा था. टॉप मे से उसके बूब्स का क्लीवेज बहुत सुंदर लग रहा था. उसका नंगा पेट और उसके उपर एग शेप्ड नाभि बेहद खूबसूरतग रही थी.
मॅन कर रहा था उसकी नाभि मे अपनी जीभ डाल कर उसे प्यार करू. लेगैंग्स की वजह से उसके लेग्स काफ़ी आकर्षक लग रहे थे. रतिका वर्काउट कर रही थी तब उसकी बाहर निकली हुई गांद बहुत सुंदर लग रही थी. उसकी गांद का च्छेद भी लेगैंग्स के उपर से दिखाई दे रहा था. उसने मुझे बिना कुछ किए ही सिड्यूस कर दिया था.
रतिका को उस हालत मे देखकर मेरा लंड काफ़ी सख़्त हो गया. मैने तय कर लिया था के आज उसके साथ कुछ ऐसा करूँगा जो वो ज़िंदगी भर याद रखेगी.
दोस्तो आपको क्या लगता है मैं रतिका के साथ क्या करूँगा? आप मुझे मैल करके बताना ये कहानी कैसी लगी.