शराब के नशे में धुत्त लड़की को कैब ड्राइवर ने चोदा

मेरा नाम नेहा है, उम्र 25 साल, और मैं एक ऐसी हसीना हूँ जिसके जिस्म की आग हर मर्द को जलाकर राख कर दे। मेरा गोरा रंग चाँदनी सा चमकता है, मेरी चूचियाँ भारी, रसीली और इतनी टाइट कि हर नज़र उन पर अटक जाए। मेरी गांड गोल, मोटी और मटकती हुई, हर कदम पर लहराती है, और मेरी कमर इतनी पतली कि मर्दों के हाथ उस पर सांप की तरह लिपटने को बेताब हो जाएँ। मेरे गुलाबी होंठ रस से भरे हैं, और मेरी आँखों में ऐसी नशीली चमक है कि कोई भी मर्द मेरे सामने पिघल जाए। मैं दिल्ली में एक मार्केटिंग फर्म में काम करती हूँ, और मेरी ज़िंदगी पार्टियों, शराब और मौज-मस्ती से भरी है। लेकिन ये कहानी उस रात की है जब मैं शराब के नशे में धुत्त थी, और एक कैब ड्राइवर ने मेरी चूत और गांड को अपनी हवस का शिकार बनाया।

शुक्रवार की रात थी, और मैं अपनी सहेलियों के साथ दिल्ली के एक पॉश क्लब में पार्टी करने गई थी। मैंने एक टाइट, डीप-नेक ड्रेस पहनी थी, जो मेरी चूचियों को उभार रही थी। मेरी गांड ड्रेस में लचक रही थी, और मेरी गोरी जाँघें हर मर्द की नज़रों को चूम रही थीं। हमने खूब शराब पी—व्हिस्की, वोडका, टकीला—सब कुछ। मैं नाच रही थी, मेरी चूचियाँ उछल रही थीं, और मेरी गांड म्यूज़िक की बीट पर थिरक रही थी। नशा मेरे सिर पर चढ़ गया था, और मेरी चूत में एक अजीब सी गुदगुदी शुरू हो गई थी। मैं हर उस मर्द को ललचा रही थी जो मुझे घूर रहा था, लेकिन रात के 2 बजे तक मेरी सहेलियाँ अपने-अपने घर चली गईं। मैं अकेली रह गई थी, और नशे में टल्ली थी।

मैंने कैब बुक की और बाहर इंतज़ार करने लगी। मेरी ड्रेस सरक रही थी, और मेरी चूचियाँ आधी बाहर झाँक रही थीं। मेरी आँखें नशे से धुंधली थीं, और मैं मुश्किल से खड़ी थी। तभी एक काली SUV रुकी, और ड्राइवर ने खिड़की से झाँककर कहा, “मैडम, नेहा जी? आपकी कैब मैं हूँ।” मैं ठोकर खाती हुई गाड़ी में बैठ गई। ड्राइवर का नाम विक्की था, उम्र करीब 30 साल। वो साँवला, मज़बूत और जंगली टाइप का था। उसकी बाँहें मोटी थीं, और उसकी छाती टी-शर्ट से बाहर झाँक रही थी। उसकी आँखों में एक भूख थी, जो मेरे नशे में डूबे दिमाग ने भी देख ली।

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मैं पीछे की सीट पर लेट गई, और मेरी ड्रेस मेरी जाँघों तक सरक गई। मेरी गोरी जाँघें चमक रही थीं, और मेरी पैंटी साफ दिख रही थी। विक्की रियरव्यू मिरर से मुझे घूर रहा था, और मैं नशे में हँस रही थी। मैंने मज़ाक में कहा, “क्या देख रहा है, ड्राइवर? माल अच्छा लग रहा है?” वो हँसा और बोला, “मैडम, आप तो आग हो। इतनी हॉट लड़की को कैब में बिठाने का मज़ा ही अलग है।” उसकी बातों ने मेरी चूत में आग लगा दी, और मैंने अपनी टाँगें और फैला दीं। मेरी पैंटी गीली हो चुकी थी, और मैं जानबूझकर उसे तड़पा रही थी।

कैब दिल्ली की सुनसान सड़कों पर दौड़ रही थी। विक्की ने गाड़ी एक अंधेरी गली में मोड़ दी और बोला, “मैडम, थोड़ा रास्ता बदलना पड़ेगा। ट्रैफिक है।” मैं नशे में थी और कुछ समझ नहीं पा रही थी। उसने गाड़ी एक सुनसान जगह पर रोकी, जहाँ चारों तरफ अंधेरा था। मैंने पूछा, “ये कहाँ ले आए?” वो मुड़ा और मेरे करीब आ गया। उसकी साँसें गर्म थीं, और उसकी आँखें मेरी चूचियों पर टिकी थीं। उसने मेरे कंधे पर हाथ रखा और बोला, “मैडम, तुम इतनी हॉट हो कि मेरा लंड बेकाबू हो रहा है। थोड़ा मज़ा कर लेते हैं।”

मैं नशे में थी, लेकिन उसकी बातों ने मेरी चूत को और गीला कर दिया। मैं हँसते हुए बोली, “अच्छा, ड्राइवर? तेरा लंड कितना बड़ा है?” वो मेरे और करीब आया और मेरे होंठों पर अपने होंठ रख दिए। उसका चुम्बन जंगली और गर्म था, और मैं उसकी जीभ चूसने लगी। मैं सिसक उठी, “आह्ह… विक्की, तू तो आग है!” उसने मेरी ड्रेस फाड़ दी, और मेरी नंगी चूचियाँ चमक उठीं। मेरे निप्पल सख्त और गुलाबी थे, और उसने एक चूची को मुँह में लेकर चूसना शुरू किया। मैं चीख पड़ी, “उफ्फ… चूस, मेरी चूचियाँ जल रही हैं!”

उसकी जीभ मेरे निप्पल पर नाच रही थी, और उसका दूसरा हाथ मेरी दूसरी चूची को मसल रहा था। मेरी चूत गीली हो चुकी थी, और मैं तड़प रही थी। मैंने उसकी जीन्स खींची, और उसका काला, मोटा लंड मेरे सामने था। वो इतना बड़ा था कि मेरी आँखें फटी रह गईं। मैंने उसे सहलाया, और वो सिसक उठा, “आह्ह… नेहा, तू तो रंडी है!” मैंने उसका लंड अपने मुँह में लिया और ज़ोर-ज़ोर से चूसने लगी। उसका मोटा टोपा मेरे गले तक जा रहा था, और मैं उसकी गर्मी को महसूस कर रही थी। मैं सिसक रही थी, “उफ्फ… तेरा लंड रसीला है!”

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उसने मुझे पीछे की सीट पर लिटाया और मेरी पैंटी फाड़ दी। मेरी चिकनी, गीली चूत उसके सामने थी। वो बोला, “नेहा, तेरी चूत तो शहद की तरह है!” उसने मेरी चूत पर अपनी जीभ रखी, और मैं चीख पड़ी, “आह्ह… चाट, मेरी चूत प्यासी है!” उसकी जीभ मेरी चूत की गहराइयों में उतर गई, और मैं तड़प रही थी। मेरा रस उसके मुँह में बह रहा था, और मैं सिसक रही थी, “उफ्फ… और ज़ोर से चाट, विक्की!” उसने मेरी चूत को चूस-चूसकर लाल कर दिया, और मेरी सिसकियाँ कैब में गूँज रही थीं।

उसने मुझे घोड़ी बनाया। मेरी मोटी गांड उसके सामने थी, और उसने उस पर एक ज़ोरदार थप्पड़ मारा। मैं चीख पड़ी, “आह्ह… और मार!” उसने मेरी गांड पर और थप्पड़ मारे, और मेरी गांड लाल हो गई। मैं सिसक रही थी, “उफ्फ… मेरी गांड जल रही है!” उसने अपने लंड पर थूक लगाया और मेरी चूत में डाल दिया। मैं चीख पड़ी, “आह्ह… विक्की, मेरी चूत फट गई!” वो ज़ोर-ज़ोर से ठाप मारने लगा, और मेरी चूचियाँ हवा में उछल रही थीं। मैं सिसक रही थी, “उफ्फ… और ज़ोर से चोद, मेरी चूत को फाड़ दे!”

उसकी ठापों से कैब हिल रही थी, और मेरी चूत से रस की धार बह रही थी। वो मेरी चूचियाँ मसल रहा था, और मैं चीख रही थी, “आह्ह… मेरी चूचियाँ नोच डाल!” उसने मेरे निप्पल काटे, और मैं तड़प रही थी, “उफ्फ… और काट!” फिर उसने मुझे अपनी गोद में उठाया और मेरी चूत में ठाप मारने लगा। मैं उसके कंधों पर थी, और मेरी चूचियाँ उसके मुँह में थीं। वो मेरे निप्पल चूस रहा था, और मैं चीख रही थी, “आह्ह… और चूस!” उसकी ठापें इतनी तेज़ थीं कि मेरा जिस्म काँप रहा था। मैं सिसक रही थी, “उफ्फ… तेरा लंड मेरी चूत को जन्नत दिखा रहा है!”

उसने मुझे सीट पर पटक दिया और मेरी गांड में लंड डालने की कोशिश की। मैं डर गई और बोली, “विक्की, मेरी गांड मत मार!” वो हँसा और बोला, “नेहा, आज तेरी गांड भी चोद दूँगा।” उसने मेरी गांड पर तेल डाला और धीरे-धीरे अपना लंड डाला। मैं चीख पड़ी, “आह्ह… मेरी गांड फट गई!” वो धीरे-धीरे ठाप मारने लगा, और दर्द धीरे-धीरे मज़े में बदल गया। मैं सिसक रही थी, “उफ्फ… और ज़ोर से, मेरी गांड को रगड़ डाल!” उसकी ठापों से मेरी गांड जल रही थी, और मेरी चूत से रस टपक रहा था।

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फिर उसने मुझे फिर से लिटाया और मेरी चूत में ठाप मारने लगा। मैं चीख रही थी, “विक्की, मेरी चूत को फाड़ डाल!” वो ज़ोर-ज़ोर से ठाप मार रहा था, और मेरी सिसकियाँ कैब में गूँज रही थीं। मैंने कहा, “विक्की, मेरे मुँह में डाल!” उसने अपना लंड मेरे मुँह में डाल दिया, और मैं उसे ज़ोर-ज़ोर से चूसने लगी। मैं सिसक रही थी, “उफ्फ… तेरा लंड रस से भरा है!” उसकी गर्मी मेरे मुँह में फैल रही थी, और मैं पागल हो रही थी।

वो फिर से मेरी चूत में ठाप मारने लगा। मैं चीख रही थी, “विक्की, मेरी चूत को रगड़ डाल!” वो सिसक रहा था, “नेहा, तेरी चूत मेरे लंड की रानी है!” उसने तेज़-तेज़ ठाप मारी, और मैं काँप रही थी। मैं चीख रही थी, “आह्ह… और ज़ोर से!” उसकी ठापों से मेरा जिस्म थरथरा रहा था, और मेरी चूत रस से लबालब थी। उसने कहा, “नेहा, मैं झड़ने वाला हूँ!” मैं चीख पड़ी, “विक्की, मेरी चूत में झड़ जा!” उसने एक ज़ोरदार धक्का मारा, और उसका गर्म माल मेरी चूत में फव्वारे की तरह छूट गया।

मैं काँपते हुए सीट पर पड़ी थी, और मेरा जिस्म पसीने और रस से तर-बतर था। विक्की हाँफ रहा था, और उसका माल मेरी चूत से बह रहा था। उसने मेरे माथे पर चूमा और बोला, “नेहा, तू रंडी नहीं, रानी है।” मैं नशे में हँसते हुए बोली, “विक्की, तेरा लंड जादुई है।” उसने मुझे मेरे घर तक छोड़ा और चला गया। मैं अपने बिस्तर पर लेटी, और मेरी चूत में उसकी ठापों की गूँज थी। उस रात के बाद मैंने विक्की को फिर कभी नहीं देखा, लेकिन मेरी चूत उसकी हवस को याद करती है।

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