Group Sex story Student Teacher : आज मैं आपको एक गरमा गर्म सेक्स कहानी सुनाने जा रही हूँ। ये बहुत ही हॉट और सेक्सी कहानी है। मुझे रोजाना चार स्टूडेंट चुदाई करते है और मैं भी पोर्न स्टार की तरह चार जवान लंड का मजा लेती हूँ। मेरी या कहानी खास है क्यों की मैं अकेली औरत हूँ और चार चार से चुदती हूँ। आपको ये कहानी बहुत ही सेक्सी लगेगी। अब मैं सीधे कहानी पर आती हूँ।
मेरा नाम सुधा है मैं 28 साल की हूँ मेरी शादी को 6 साल हो गए पर कोई बच्चा नहीं हो रहा है। पति के साथ मैं कोटा में रहती हूँ। पति सरकारी नौकरी में है। वो तो सुबह जाते हैं और रात के करीब आठ बजे तक आते है। मैं पढ़ी लिखी हूँ। और मैं चार लडके को ट्युसन पढ़ाती हूँ। वो चारो मेरे घर पर आते हैं पढ़ने के लिए। सभी व्यस्क है। आखिर ये ट्युसन क्लास चुदाई की क्लास में कैसे बदल गया वही बता रही हूँ। और अब तो ट्युसन बाद में पहले चुदाई करवाती हूँ फिर एक घंटे की चुदाई के बाद एक घंटे क्लास लेती हूँ। मैं भी खुश और चारो स्टूडेंट भी खुश।
मैं बहुत ही हॉट और सेक्सी हूँ। मेरी चूचियां 34 साइज की है। मेरे गांड गोल है उभार है, कमर पतली है। मेरे लम्बे लम्बे बाल है। मेरे होठ नैचुरली पिंक है मैं गोरी हूँ। जब मैं साडी पहनती हु तो कहर ढाह देती हूँ। मेरे स्तन का उभार बाहर के तरफ है और नुकीली है। मेरी नाभि देखते ही अच्छे अच्छे का दिमाग और लंड में हरकत होने शुरू हो जाते है। मेरी कजरारी आँख जो लोगों का आकर्षण है।
जैसा की आपको पहले से ही पता है मैं साड़ी पहनती हूँ। वो मेरे अंग अंग दिखाई देते है। जब मेरे स्टूडेंट मुझे साडी में देखते थे तो खुश हो जाते थे कहते थे मैडम आप साडी में ही अच्छी लगती हो। सच तो ये है की मैं उन चारों को रिझाने की कोशिश भी करने लगी। मैं स्टाइलिस्ट ब्लाउज पहनती जिसमे डीप गला हो। बिना बाँह बाला ब्लाउज। जब झुकती थी कुछ बताने तो मेरी दोनों चूचियां दिखाई देती थी। उन लोगो की नजर मेरी चूचियों पर पड़ती। और वो लोग एक टक से देखते रहते। कई बार मैं आँचल सरका देती थी।
तो उनलोगो का लंड खड़ा हो जाता था। अब वो लोग मेरे में इंटरेस्ट लेने लगे। एक दिन की बात है। मैं बोल दी की तुम लोगो मुझे देखने की बजाय अगर पढाई पर ध्यान दे दो तो अच्छे नम्बर आ जायँगे। तो उसमे से एक बोला मैडम यही तो नहीं हो पा रहा है। पढाई में ध्यान नहीं लग रहा है। रात भर आपके बारे में सोचते रहती हु और अनिल तो पता नहीं क्या क्या करता है आपके बारे में सोच कर। अनिल सर झुका लिया मैं पूछ ली क्या है अनिल क्या करता है। वो एक ने कहा मैडम ये आपकी याद में हिलाता है रात में।
अनिल बोला नहीं मैडम रघु बोल रहा था वो ऐसा करता है कहता है मैडम का ब्रैस्ट बहुत मस्त है। तो दूसरे ने कहा तीसरा ये कहता है तो चौथा ये कहता है। मैं समझ गयी ये चारो मेरे दीवाने हो गए है और रात में सब मुठ मारता है। उसमे से एक ने कहा की मैडम इसके पास तो आपका फोटो भी है। ब्लाउज वाला जिस दिन आपका आँचल गिर गया था उसने फोटो खींच लिया अतः। मैं समझ गयी ये लोग आगे निकल चुका है।
मैं बोली क्या चाहता है तुमलोग। तो एक ने कहा मैडम हम चारो आपसे प्यार करते है। तो मैं बोली प्यार करता है मैं तो शादी शुदा हूँ। और तुम चारो एक औरत से प्यार करते हो और वो जो तुम्हारी ट्युसन टीचर है। तो वो चारो बोला मैडम आपको हम चारो बहुत खुश रखेंगे. तो मैं बोली कैसे खुश रखेगा? तो वो बोलै मैडम आपको सेक्स करना चाहता हूँ। वो लोग इतना खुल गया था सेक्स के लिए कह नहीं सकती है। मैं भी डोल गयी लगा की अगर मैं हां कह देती हूँ तो मजे भी लुंगी जवान लंड का और किसी को पता भी नहीं चलेगा और ये चुदाई का रिश्ता काफी समय तक चल सकता है।
फिर मैं बोली ठीक है। पर कल सुबह आना होगा दस बजे। वो मान गया उस दिन मेरे पति सुबह से दूसरे शहर जाने वाले थे। रात भर मैं सोचते रही की कल क्या होगा चार चार मिलकर चोदेगा तो चूत का क्या हाल होगा। पर मैं खुश भी हो रही थी और डर भी लग रहा था।
पति सुबह ही चले गए बोलकर गए हो सकता है रात में नहीं आऊंगा. और वो चारो 10 बजे आ गए। दरवाजा खुला ही छोड़ी थी और मैं नहा रही थी। ताकि वो लोग अंदर आ जाये। वो चारो अंदर आ गया और पुकारने लगा। मैं बोली नहा रही हूँ। तुमलोगो बैठो। पर वो लोग बैठा नहीं मेरे बाथरूम के दरवाजे के पास आ गया और बोला मैडम प्लीज खोलो दरवाजा मैं नहाते देखना चाहता हूँ। पहले तो बोली नहीं नहीं। फिर भी वो लोग रिक्वेस्ट करने लगा और आखिर मैंने दरवाजा खोल दिया।
मैं नंगी था पर तौलिया लपेट ली। वो चारो अंदर आ गया और तुरंत ही मेरा तौलिया हटा दिया। मैं नंगी हो गयी एक ने झरना चला दिया। और चारो मेरे ऊपर टूट पड़ा। कोइ मेरी चूचियां दबा रहा था कोई मुझे चूम रहा था को गांड सहला रहा था। सबने कपडे खोल दिए और चारो का लंड सलामी दे रहा था। मैं भी जिसको चाहती उसमे होठ को चूसने लगी थी।
मैं निचे बैठ गई और चारों का लंड पकड़ पर बारी बारी से चूसने लगी। एक से एक लंड मोटा गोरा काला सब तरीके का लौड़ा। उसके बाद जैसे ही खड़ी हुई सब ने मुझे घेर लिया और अपना अपना लौड़ा मेरी गांड में तो चूत में तो मेरी जांघ में सटाने लगा और रगड़ने लगा। मेरी वासना भड़क गई थी। मेरे शरीर में बिजली दौड़ रही थी। अब मैं सब के लंड को चूत में लेना चाह रही थी। मैं बोली चलो बैडरूम में। सबने मुझे उठाया और मुझे बैडरूम में ले गया।
फर्स पर लेट गई टाँगे फैला दी। कोई मेरी चूचियां पी रहा था कोई मेरी चूत चाट रहा था कोई मेरे मुँह में लंड घुसा रहा था कोइ मेरे बदन को जीभ से चाट रहा था। मैं भी कभी किसी का लंड तो कभी किसी का लंड अपने मुँह में ले रही थी। और चाट रही थी। उसके बाद मेरी चुदाई शुरू हो गयी। एक एक लड़का मुझे पांच मिनट चोदता था तब तक मैं तीन के लंड को चाटती थी बारी बारी से। सब लोग मेरी जिस्म को सहला रहा था मेरी निप्पल को दबा रहा था। चूचियां दबा रहा था।
करीब २ घंटे तक तीनो ने मुझे चोदा मैं तीन से चार बार झड़ चुकी थी। और वो चारो भी दो दो बार खलास हो गया था। मेरे शरीर में लाल लाल निशान हो गए थे किसी ने कस के दबा लिए तो किसी ने जोर से किस कर लिया था। पर जो भी हुआ था दोस्तों बहोत मजा आया था। अब रोजाना चारो मिल कर मुझे चोदता है और मजे ले रही हूँ।
पर अब शायद नहीं चुदवा पाऊँगी क्यों की डॉक्टर ने मना कर दिया है चुदने को क्यों की मेरे पेट में जुड़वा बच्चा पल रहा है। शायद इन्हीं लड़कों की मेहरवानी है। मैं दूसरी कहानी जल्द ही antarvasna.live डॉट कॉम पर लेके आउंगी।